किसी स्त्री के साथ बलात्कार होना यह समाज के लिए एक गलत संदेश: समाज विज्ञानी Bajrang Muni
Raipur, रायपुर | किसी सभ्य समाज में किसी स्त्री के साथ बलात्कार होना यह समाज के लिए एक गलत संदेश है। मौजूदा समाज में इतनी गिरावट चिंता का विषय भी है। बंगाल के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटना से पूरे भारत में आक्रोश है। एक महिला मुख्यमंत्री द्वारा इतनी बढ़ी घटना पर लापरवाही करना बहुत ही निंदनीय है। स्वतंत्रता के बाद बलात्कारों में धीरे-धीरे वृद्धि हो रही थी। पिछले कुछ वर्षो से बहुत तीव्र गति से बलात्कार की घटनाएं भी बढ रही है और मुकदमें भी। समझ में नहीं आता कि एक सर्वेक्षण के अनुसार भारत के पुरुषो में सेक्स की क्षमता घट रही है,दूसरी ओर बलात्कारों का बढ़ना सिद्ध करता है कि पौरुषत्व लगातार बढ रहा है। मुझे लगता है कि हमारी राजनैतिक और सामाजिक व्यवस्था बलात्कार वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान कर रही है न कि पुरुषों का बढ़ता पौरुषत्व। वर्तमान में जो बलात्कार की परिभाषा बनाई गई है वह परिभाषा ही बलात्कार की बढ़ती घटनाओं का प्रमुख कारण है।
बलात्कार की सबसे अच्छी परिभाषा डाॅ0 राममनोहर लोहिया ने दी थी जिसे कभी नहीं माना गया और वर्तमान समय तो उस परिभाषा के ठीक विपरीत दिशा में तेजी से बढ़ता जा रहा है। हम इस परिभाषा परिवर्तन के परिणाम भी देख रहे हैं। बलात्कार के साथ-साथ हत्याओं की भी बाढ़ सी आ गई है। जेलों में भीड़ बढ़ती जा रही है। बलात्कार के मुकदमें भी बढ़ते जा रहे हैं। पुलिस ओवर लोडेड हो गई है। कानून जितने कठोर हो रहे है उतनी ही अधिक बलात्कार और हत्या की घटनाए बढ़ रही है । आवश्यक है कि बलात्कार वृद्धि के कारणों पर गंभीरता से विचार किया जाये।