रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने खैरागढ़ उपचुनाव को लेकर शुक्रवार को मीडिया से चर्चा की। डा. रमन ने कहा कि खैरागढ़ में वोटिंग के लिए 12 दिन बचे हैं, लेकिन कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी को तो क्षेत्र की जनता को अपनी पहचान बताने में 12 दिन लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि, खैरागढ़ में बीजेपी के प्रत्याशी को लेकर एक लहर है। वहां के लोगों ने कहा है कि 15,000 पीएम आवास छीने गए, मुख्यमंत्री को फुर्सत नहीं है, बड़ी-बड़ी घोषणा है, बड़े-बड़े वादे करना... बस उनको आता है, लेकिन पूरा करना नहीं आता।
डा. रमन ने कहा कि इस सरकार में खैरागढ़ को कभी मान-सम्मान नहीं मिला। अकेले दिवंगत देवव्रत जी का अपमान नहीं, बल्कि पूरे खैरागढ़ का अपमान हुआ है। कांग्रेस पार्टी की ओर से उन्हें टिकट नहीं दिया गया। बार-बार यह जो कहते हैं ना, मैं नहीं झुकेगा... छत्तीसगढ़ कभी नहीं झुकेगा... भूपेश जी कांग्रेस को झुकना पड़ेगा। डा. रमन ने कहा कि जितने वादे करने हैं कर लीजिए, खैरागढ़ की स्वाभिमानी जनता साढ़े 3 साल के कार्यकाल को नहीं भूलेगी। विकास के काम में खैरागढ़ को पीछे छोड़कर जो रखा गया है, उसका जवाब जरूर मिलेगा। कांग्रेस के घोषणापत्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि, 29 क्या फिर से 36 वादे कर लीजिए... कुछ नहीं होगा। 16 तारीख को सरकार को पता चल जाएगा कि खैरागढ़ की जनता ने किसे अपना जनादेश दिया है। डा. रमन ने कहा कि खैरागढ़ उपचुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी की ओर से 29 बिंदुओं का घोषणा पत्र जारी किया गया। साढे 3 साल में वहां एक भी काम नहीं हुआ जिसे माइलस्टोन कहा जा सकता है। एक उपचुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी करने की नौबत आ गई। डा रमन ने कहा- मेरा सवाल है मुख्यमंत्री से, 15 अगस्त 2021 को 4 जिलों की घोषणा हुई थी, उनकी क्या स्थिति है। 29, 880 घंटे हो गए... अब युवा प्रश्न कर रहा है...। 30,000 घंटे के बाद भी शराबबंदी नहीं हुई। अनियमित कर्मचारियों को नियमित करने की बात कही गई थी, क्या हुआ उसका। हमारे कार्यकाल के 2 साल के धान का बोनस देने की बात कही गई थी... उसका अभी तक कोई अता पता नहीं है।