छत्तीसगढ़

राज्योत्सव आज से, सोनिया नहीं आएंगी, सीएम करेंगे शुभारंभ

jantaserishta.com
1 Nov 2019 2:45 AM GMT
राज्योत्सव आज से, सोनिया नहीं आएंगी, सीएम करेंगे शुभारंभ
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रायपुर (जसेरि रिपोर्टर)। छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2019 का शुभारंभ करने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष सोनिया गांधी आने वाली थीं, लेकिन अपरिहार्य कारणों से अब नहीं आ रही हैं। अब राज्योत्सव का शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बतौर मुख्य अतिथि करेंगे और विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश के समस्त मंत्री उपस्थित रहेंगे। यह जानकारी प्रदेश के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने यहां न्यू सर्किट हाउस में पत्रकारवार्ता में दी। उन्होंने कहा कि राज्योत्सव के तीन दिवसीय कार्यक्रम में दूसरे दिन मुख्य अतिथि प्रदेश की राज्यपाल अनुसुईया उइके और अंतिम और तीसरे दिन छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत मुख्य अतिथि होंगे। संस्कृति मंत्री ने इस दौरान राज्य अलंकरणों की भी घोषणा की।

संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को स्वयं जाकर आमंत्रित किया था, उन्होंने आने की सहमति दी थी। उनके आने की तैयारी लगभग पूरी थी, लेकिन अपरिहार्य कारणों से उनका आना स्थगित हो रहा है। उनके स्थान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राज्योत्सव के प्रथम दिन के मुख्य अतिथि होंगे। उन्होंने कहा कि पहली बार छत्तीसगढ़ राज्य में छत्तीसगढिय़ा आयोजन होगा, छत्तीसगढ़ थीम पर आयोजन रहेगा। यहां की कला, संस्कृति, यहां की विधा के कलाकारों को पहली बार इतना महत्व मिल रहा है। यहां की लोककला को पहली बार इतना महत्व दिया जा रहा है। बस्तर से लेकर सरगुजा तक की लोककला को स्टेज में एक साथ देखने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब तक होता था कि राज्य के बाहर कलाकार आते थे, कुछ देर रुककर कई करोड़ रुपए ले जाते थे। इससे छत्तीसगढिय़ों का एक तरीके से अपमान भी होता था और अवसर भी नहीं मिलता था। हम हर क्षेत्र में खासकर संस्कृति के क्षेत्र में उन लोक कलाकारों को महत्व देना चाहते हैं और आर्थिक रूप से समृद्ध बनाना चाहते हैं ,जो अब तक वंचित हैं। राज्य के 20वें स्थापना दिवस पर तीन दिवसीय राज्योत्सव का आयोजन होगा। 1 से 3 नवंबर तक रायपुर के साइंस कालेज मैदान में कार्यक्रम मांगलिक मोहरी वादन से शुरू होगा। इसके बाद छत्तीसगढ़ महतारी की वंदना गीत-अरपा पैरी के धार की प्रस्तुति होगी। लोकनृत्यों का कार्यक्रम होगा, राज्य के विभिन्न अंचलों के लोकनर्तक दलों की प्रस्तुति होगी। इस प्रस्तुति में पंथी, गेड़ी, गौरी-गौरा, राउत नाचा, करमा, सैला, गौर, ककसाड़, धुरवा, सुआ नृत्य का संयोजन होगा। इसी क्रम में पंडवानी गायन, रायगढ़ की कत्थक शैली में समूह नृत्य की प्रस्तुति होगी। तीनों दिन छत्तीसगढ़ के लोकप्रिय शास्त्रीय नृत्य, वादन, गायन के साथ गीत-गजल एवं सुगम संगीत की भी प्रस्तुतियां होंगी।
रवीश कुमार को माधव राव सप्रे पुरस्कार : राज्योत्सव पर दिए जाने वाले राज्य अलंकरण पुरस्कारों की घोषणा गुरुवार को प्रदेश सरकार की ओर से कर दी गई। इस वर्ष पत्रकारिता की राष्ट्रीय रचनात्मकता के लिए पं. माधव राव सप्रे सम्मान रवीश कुमार को दिया जाएगा। वहीं साहित्य के क्षेत्र में आंचलिक साहित्य में सृजन और बढ़ावा देने के लिए पं. सुंदर लाल शर्मा सम्मान सैय्यद अय्यूब मीर अली मीर को प्रदान किया जाएगा। साथ ही शिक्षा, स्वास्थ्य, खेलकूद, कृषि, कला, संस्कृति, सहकारिता, पत्रकारिता, उच्च शिक्षा और श्रम आदि क्षेत्रों में विकास व रचनात्मक कार्यों के 23 व्यक्ति/संस्थाओं को सम्मान प्रदान किया जा रहा है।
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