छत्तीसगढ़

Raipur South Assembly By-election: रायपुर दक्षिण में कौन होगा बृजमोहन का उत्तराधिकारी

Nilmani Pal
6 Jun 2024 5:19 AM GMT
Raipur South Assembly By-election: रायपुर दक्षिण में कौन होगा बृजमोहन का उत्तराधिकारी
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विजय अग्रवाल या फिर योगेश कर सकते दावेदारी

दोनों भाईयों ने दावोदारी छोड़ी तो मनोज शुक्ला होंगे प्रबल दावेदार

भाजपा के गढ़ रायपुर दक्षिण को लेकर दोनों खेमे में सुगबुगाहट

दावेदारों लगा रहे है अपने आकाओ के गणेश परिक्रमा

रायपुर। वरिष्ठ भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल Brijmohan Agarwal के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद एक खास जानकारी आई है कि यह सीट उनके परिवार में ही रहेगी। खबर है कि विजय अग्रवाल या फिर योगेश अग्रवाल Yogesh Agarwal यहां से दावेदारी कर सकते है। खबरों के बीच एक खबर यह भी है किर बृजमोहन अग्रवाल के खास देवजी पटेल भी रायपुर दक्षिण से रूचि दिखा रहे है। यदि इनके दावों से अलग हटने के बाद मनोज शुक्ला का भी नाम रायपुर दक्षिण के उपचुनाव Assembly by-elections को लेकर चर्चा में है। हालांकि सब कुछ राजनीतिक चर्चाओं में है। इस बीच भाजपा के भीतर यह बात तेजी से उड़ाई जा रही है कि इश सीट पर प्रयोग होगा।जिसे टिकट देने का बाजपा ने मन बना लिया है उसे पहले मंत्री बनाए, फिर उपचुनाव लड़ाए, किंतु भाजपा में संगठन का ऐसा अतिप्रिय व्यक्ति कौन है। भाजपा के सूत्रों की माने तो रायपुर दक्षिण से मीनल चौबे, केदार गुप्ता, मृत्युंजय दुबे, सूर्यकांत राठौर की नजर है।

chhattisgarh news विधानसभा में मिली बड़ी जीत के छह महीने बाद ही बृजमोहन अग्रवाल का दबदबा कायम रहा और इन्होंने बड़े जनादेश के साथ अपना परचम लहराया। रायपुर दक्षिण उनका गढ़ माना जाता है, क्योंकि वे रायपुर दक्षिण से ही लगातार चुनाव जीतते रहे हैं। उनके रिकार्ड को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि रायपुर लोकसभा की जीत में भी रायपुर दक्षिण की प्रमुख भूमिका रही है। अब यहां अक्टूबर नवंबर में नगरीय निकाय चुनाव के साथ उपचुनाव को लेकर प्रशासन और राजनीतिक हलकों में चर्चा शुरू हो गई है। जिसके चलते भाजपा और कांग्रेस के सैकड़ों दावेदारों ने लाबिंग शुरू कर दी है।

अग्रवाल को बड़ी जीत दिलाने में रायपुर दक्षिण की भूमिका बड़ी रही है। मालूम हो कि छह माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में बृजमोहन अग्रवाल ने रायपुर दक्षिण से कुल 1 लाख 9,263 वोट पाए पाए थे, जबकि उनके प्रतिद्वंदी कांग्रेस पार्टी के महंत रामसुंदर दास को केवल 41,544 वोट मिले थे। इस प्रकार बृजमोहन अग्रवाल ने 67 हजार से ज्यादा वोटों से रायपुर दक्षिण की बाजी मार ली थी।

इसी तरह वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जब बीजेपी के सुनील सोनी मैदान थे, तब उन्होंने रायपुर दक्षिण से कुल 98,842 वोट प्राप्त किया था, जबकि कुल वोट उन्हें 8,37,902 वोट मिले थे। जानकार बताते है कि भले ही रायपुर लोकसभा के अंतर्गत आठ सीटें आती हैं, लेकिन इनमें भी बृजमोहन की जीत में प्रमुख भूमिका रायपुर दक्षिण को ही माना जा रहा है।

जानकारों की माने तो अपनी इस विधानसभा सीट में ही बृजमोहन अग्रवाल समर्थकों के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव के लिए अपनी सारी रणनीतियां तैयार कर रहे थे कि उनका चुनावी दौरा कैसा रहेगा, कौन से क्षेत्रों में उन्हें ज्यादा ध्यान देना होगा और कौन से क्षेत्र से अच्छे हैं।

विधानसभा 2018 में रायपुर दक्षिण ने ही बचाई थी लाज: विधानसभा 2018 में जब प्रदेश भर में बीजेपी का प्रदर्शन काफी खराब था और रायपुर उत्तर, रायपुर ग्रामीण व रायपुर पश्चिम विधानसभा की सीट भी बीजेपी नहीं बचा पाई थी। ऐसे समय में बृजमोहन अग्रवाल के गढ़ माने जाने वाले रायपुर दक्षिण ने ही भाजपा की लाज बचाई थी। अग्रवाल ने वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंदी प्रत्याशी कन्हैया अग्रवाल को 17 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। रायपुर दक्षिण में बड़े-बड़े धनाढय परिवारों के साथ ही मध्यवर्गीय परिवार भी काफी ज्यादा हैं।

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