छत्तीसगढ़। अपराध और अपराधियों पर अंकुश लगाने पुलिस की कवायद तेज हो गई. शुक्रवार को हर थाना क्षेत्र के चिन्हांकित इलाके के गुंडे बदमाशों, अड्डेबाजों और चाकूबाजों की धरपकड़ कर रही है. सभी सब डिवीजन में सीएसपी के नेतृत्व में कार्रवाई की जा रही है.
सीएसपी नसर सिद्दीकी और आईपीएस अंकिता शर्मा के नेतृव में बस स्टैंड पंडरी, मोवा, लोधी पारा चौक सहित कई जगहों पर औचक चेकिंग किया गया. पुलिस ने इस दौरान कई संदेहियों से पूछताछ की, जिसमें तीन बटन वाले चाकू भी बरामद किए. पुलिस ने चेकिंग के दौरान कई संदेहियों की तलाशी ली और पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ा गया.
गौरतलब है कि कल डीजीपी डीएम अवस्थी ने पुलिस के कामकाज की समीक्षा की थी. और डीजीपी कहा कि ऐसी स्थिति बनाई जाए कि अपराध करने में अपराधी को भय हो। डीजीपी ने सीएसपी से कहा कि उनकी हनक ऐसी होनी चाहिए कि जिस रास्ते से उनकी गाड़ी गुजरें, तो एक सप्ताह तक गुंडे बदमाश नजर नहीं आएं। गुंडे-बदमाशों को डंडे का डर और आम आदमी को पुलिस से लगाव होना चाहिए।
बैठक में अवस्थी ने कहा कि राजधानी रायपुर की पुलिस का जोर बेसिक, प्रभावी और दिखनेवाली पुलिसिंग पर होना चाहिए। प्रदेश भर में रायपुर पुलिस की कार्यशैली और अपराधियों पर कार्रवाई अनुकरणीय होनी चाहिए। अन्य जिलों में रायपुर पुलिस की कार्रवाई को माडल के रूप में पेश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आदतन अपराधी और गुंडे-बदमाशों की लिस्ट बनाकर सख्ती से कार्रवाई करें। डीजीपी ने पुलिस पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए और कहा कि सट्टा, जुआ, अवैध शराब पर छापामार कार्रवाई करें। महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर प्राथमिकता से कार्रवाई करें।