सभी होटल, बार में शराब परोस रहीं बार बालाएं, डांस भी खुले आम हो रहा
चंद पैसो के लिए जमीर का सौदा कर रहे बिगड़े नवाब
राजधानीवासी जो सोचे नहीं थे वो दिन देखने को मिल रहा
बैंकाक, पटाया,थाईलैंड लॉस वेगास से कम खर्चे में विदेशी बाला उपलब्ध करा रहे होटल वाले
नग्नता और फूहड़पन को लोग तरक्की समझ रहे हैं वास्तव वह सामाजिक पतन है
निजात अभियान बना मजाक, किस सफेदपोश के संरक्षण में चल रहा ओपन होटल। आबकारी विभाग ने बंद कर रखी है आंखें
आउटर के फार्म हाउस, क्लब, होटल और बारों में परोसी जा रही शराब
रायपुर raipur news। जिस नग्नता और फूहड़पन को लोग अपनी तरक्की समझ रहे हैं वास्तव वह उनका सामाजिक पतन ही है , संस्कृति के साथ खिलवाड़ है लेकिनज चंद पैसों के लिए होटल, बार,क्लब और फार्म हाउसों के मालिक किसी भी हद तक गिर रहे हैं। बैंकाक, पटाया, थाईलैंड, लॉस वेगास की सारी सुविधा अब राजधानी के बिगड़े नवाबो को आसानी से मिल रही है। राजधानी के विआईपी रोड,धरमपुरा और आउटर के लगभग सभी फार्म हाउसों में दर्जनों ओपन होटल और रिसॉर्ट में खुलेआम शराब पिलाई जा रही है। इनके पास किसी भी प्रकार का लाइसेंस नहीं है। कई ग्रामीणों से शिकायत प्राप्त हो रही थी कि ग्रामीण क्षेत्र में संचालित आधा दर्जन से अधिक होटल, रिसॉर्ट में देर रात तक शराब पिलाई जा रही है, जिससे ग्रामीण क्षेत्र का माहौल खराब हो रहा है। मामले की शिकायत पर धूम विलेज नामक ओपन होटल में जाकर पड़ताल की गई तो वहां पर खुलेआम शराब की पार्टियां मनाई जा रही थी। जिसका वीडियो भी रिकॉर्ड किया गया। होटल संचालक से जानकारी मिली कि उन्हें शराब पिलाने का लाइसेंस नहीं है बावजूद पूरे होटल में लगी सभी टेबलों पर शराब सजी थी, पुरुष के साथ महिलाएं भी शराब का सेवन करती पाई गई। chhattisgarh news
VIP Road वीआईपी रोड सहित दूसरे क्षेत्रों में होटल परिसर के पीछे क्षेत्र में बड़ी मात्रा में शराब की खाली बोतलें और गिलास मिलना इस बात की तस्दीक करती है की यहाँ खुलेआम शराबखोरी होती है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा निजात अभियान को सार्थक करने का प्रयास किया जा रहा है। जिसके तहत नशे के विरुद्ध लगातार कार्यवाहियां की जा रही है, इस दिशा में अच्छा काम करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को कॉप ऑफ द मंथ का अवार्ड दिया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन ऐसे होटलों और रिसॉर्ट पर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है। जनप्रतिनिधियों ने भी कहा कि राजधानी की फिजां खऱाब करने नहीं दी जाएगी। जितने भी होटल और रिसॉर्ट में ऐसी असामाजिक गतिविधियां हो रही हैं उन पर सख्त कार्रवाई हो चाहे वह कितना बड़ा रसूख वाला क्यों न हो।
मामले में एक और जानकारी मिली है कि धूम विलेज ने ग्राम पंचायत से एनओसी नहीं ली है। सरपंच गोपी यादव ने बताया कि धूम विलेज होटल ने आज तक एनओसी के लिए आवेदन नहीं किया है। हैरानी का विषय है कि ऐसे संस्थान का संचालन दो सालों से कैसे किया जा रहा है। शासन प्रशासन द्वारा आज तक ऐसे रिसॉर्ट पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गई है।
गौरतलब है कि पूर्व में भी जितने होटल पर अवैध रूप से शराब पिलाने को लेकर कार्यवाही की गई थी। तब भी होटल के कर्मचारी पर केस बनाया गया था। आज भी जब कार्रवाई होती है तब भी पुलिस विभाग द्वारा होटल कर्मचारी पर कार्यवाही की जाती है । आखिरकार होटल संचालक पर कार्यवाही क्यों नहीं की जा रही है। ये बहुत बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।जबकि प्रदेश के गृह मंत्री द्वारा स्पष्ट रूप से निर्देश दिया गया है कि किसी भी स्थान, होटल और रिसॉर्ट में अवैध रूप से शराब पिलाई जाती है तो संस्थान के कर्मचारी या मैनेजर पर कार्यवाही करने की बजाए संस्थान के संचालक पर कार्यवाही की जाए। बावजूद इसके आबकारी विभाग और पुलिस विभाग द्वारा सिर्फ कर्मचारियों पर कार्यवाहियां की जा रही है। क्या प्रदेश के गृह मंत्री के निर्देश का खुला उल्लंघन नहीं किया जा रहा है। क्या गृह मंत्री इस तरह के मामलों को संज्ञान में लेंगे।