रायपुर Raipur Big News। एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के बैनर तले एकदिवसीय छत्तीसगढ़ी सांकेतिक प्रदर्शन कल राजधानी रायपुर raipur के घड़ी चौक स्थित अम्बेडकर प्रतिमा के आगे आयोजित किया जा रहा है। संगठन के प्रदेश अध्यक्ष ऋतुराज साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ लोगो कि जनभाषा / मातृभाषा छत्तीसगढ़ी है जिसे 2007 मे सविधानिक रूप से राजभाषा का दर्जा दिया जा चूका है उसके बावजूद छत्तीसगढ़ी को वो सम्मान नहीं मिल पाया है जिसका वो हकदार है.
chhattisgarh news साहू ने आगे बताया कि कल छत्तीसगढ़ मे स्कूल खुल रहे है पर छत्तीसगढ़ी मे फिर से पढ़ाई लिखाई का उल्लेख नहीं है. सरकार नई सिक्छा नीति के तहत छत्तीसगढ़ी को लागु करने कि बात कही थी पर कही यह व्यवस्था नजर नहीं आ रही. हर प्रदेश मे उसके राजकीय भाषा मे राज - काज संचालित है पर दुर्भाग्य है छत्तीसगढ़ मे छत्तीसगढ़ी सोलह वर्ष राजभाषा बने के बावजूद अब तक इसमें सरकारी काम - काज शुरू नहीं करा पाई है सरकार.एम ए छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारियों के लिए विधानसभा मे सिक्छा मंत्री के द्वारा रोजगार देने कि घोषणा कि गई थी पर घोषणा का अब तक न अता न पता न नोटिफिकेशन जारी कर पाई है सरकार.आगे बताया कि लगतार सत्ता दल के 9 से 10 सांसद छत्तीसगढ़ से देने के बावजूद छत्तीसगढ़ी के लिए ये सांसद एक साथ सदन मे आठवीं अनुसूची के लिए आवाज क्यों नहीं उठाया जाता है.चुनाव मे छत्तीसगढ़ी का खूब इस्तेमाल किया जाता है उसके बाद छत्तीसगढ़ी को दरकिनार कर दिया जाता है जबकि छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ी के आधार पर एक अलग राज्य बनाया गया है इसकी लिपि,व्याकरण,शब्द कोश,साहित्य हर चीज उपलब्ध है आज छत्तीसगढ़ मे लगभग 66% आबादी छत्तीसगढ़ी को बोलचाल मे प्रयुक्त करती है उसके बाद भी इस भाषा का सिक्छा, कामकाज और रोजगार मे न होना चिंता जनक बात है इन्ही सब मुद्दे को लेकर एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन द्वारा एक दिवसीय सांकेतिक प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है. संगठन ने प्रेस विज्ञाप्ति जारी कर साहित्यकार, भाषाविद, डिग्रीधारी, भाषा के जानकर के साथ सर्वछत्तीसगढ़िया समाज को इस प्रदर्शन मे शामिल होने कि अपील किया है.