छत्तीसगढ़

Raipur: सौ से अधिक युवा सीख रहे जीवन को संवारने की बारीकियां

Shantanu Roy
10 Jun 2024 3:46 PM GMT
Raipur: सौ से अधिक युवा सीख रहे जीवन को संवारने की बारीकियां
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छग
Raipur: रायपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में ग्रीष्मकालीन अवकाश का सदुपयोग करते हुए एवं बच्चों को संस्कारवान बनाने एवं युवाओं की प्रतिभा को विकसित करने गायत्री परिवार द्वारा अलग अलग स्थानों में तीन से पांच दिवस का व्यक्तित्व निर्माण युवा शिविर (आवासीय) का आयोजन किया जा रहा है। गायत्री प्रज्ञा पीठ कुशालपुर में 10 से 14 जून तक आयोजित पांच दिवसीय आवासीय शिविर का शुभारंभ सोमवार को प्रातः 11 बजे गायत्री परिवार छ.ग. की जोन समन्वयक आदर्श वर्मा के मुख्य आतिथ्य में, जी.एस. मंडावी-मुख्य अभियंता लो.नि.वि. (वि/यां) रायपुर की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। विशिष्ट अतिथि के रुप में पूर्व पार्षद रमश्ष ठाकुर, गायत्री परिवार के संरक्षक सदस्य दिलीप पाणिग्रही, रायपुर जिला समन्वयक लच्छुराम निषाद, प्रज्ञा पीठ कुशालपुर की व्यवस्थापक श्रीमती उर्मिला नेताम मौजूद थे।
गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ प्रभारी आशीष राय ने बताया कि गायत्री परिवार का सर्वोपरि लक्ष्य - ’’मनुज देवता बने, बने यह धरती स्वर्ग समान’’ है। इस हेतु व्यक्ति निर्माण, परिवार निर्माण एवं समाज निर्माण आवश्यक है। जिस प्रकार एक शानदार व विशाल भवन का निर्माण मजबूंत नींव पर ही संभव है उसी प्रकार स्वर्गोपम सुसंस्कृत परिवार एवं सभ्य समाज की रचना केवल सुगढ़ सुसंस्कृत व्यक्तियों की नींव के आधार पर ही बन सकती है। जिसका व्यक्तित्व निर्माण हो जाता है वह जिस किसी भी क्षेत्र मे, जिस पद पर भी जाता है अपने शानदार व्यक्तित्व एवं कर्तव्य से, सुन्दर आचार व्यवहार से अपने समाज को सुवासित करता है। अतः व्यक्तित्व निर्माण मिषन का आधारभूत व मौलिक कार्य है। इसी आधार पर सुखी व सभ्य परिवार तथा समाज संभव होगा। इसलिये गायत्री परिवार के संस्थापक पं. श्रीराम शर्मा आचार्य ने नारा दिया है - ’’युग निर्माण कैसे होगा-व्यक्ति के निर्माण से।
शिविर में मुख्य रुप से प्रशिक्षक कुलदीप कृष्ण भारती, भागीदथी सोनकर, मीना धु्रव, सीताराम विश्वकर्मा, सागर मालाकर, विवेक सुरंगे द्वारा शिविरार्थियों को सफलता के सूत्र, जीवन का लक्ष्य, कैरियर निर्माण, बुद्धि बढ़ाने की वैज्ञानिक विधि, व्यक्तित्व निर्माण के सूत्र, स्वाध्याय, तनाव प्रबंधन, कर्मफल का सिद्धांत, व्यस्न मुक्त जीवन, ब्रम्हचर्य का पालन, संस्कारों का विज्ञान, युग निर्माण योजना एवं परिचय, यज्ञ का ज्ञान व विज्ञान इत्यादि विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया जावेगा। प्रशिक्षण में प्रतिदिन सुबह 06 बजे योग आसन, प्राणायन व ध्यान व यज्ञ का क्रम करवाया जायेगा साथ ही पर्यावरण के संरक्षण व संवर्धन हेतु पौधारोपण/वृक्षारोपण भी करवाया जायेगा। शिविर को संपन्न करवाने हेतु कमल सिंह पैकरा, टी.आर. साहू, रघुराज सिंह राय, ललेष प्रधार, पूर्णिमा साहू, उदय बिसेन, माधुरी साहू, मृत्यंजय प्रजापति, हीरालाल निषाद, पूर्णिमा कश्यप, घनश्याम केसरवानी, एवं क्षेत्रवासियों की विशेष योगदान है।
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