छत्तीसगढ़

रायपुर में ठसन और धौंस के लिए हथियार रखना 'फैशन', गुंडों-बदमाशों ने ढूंढ लिया नया काम, ऑनलाइन खरीद रहे चाकू-पिस्टल

jantaserishta.com
5 Nov 2020 5:56 AM GMT
रायपुर में ठसन और धौंस के लिए हथियार रखना फैशन, गुंडों-बदमाशों ने ढूंढ लिया नया काम, ऑनलाइन खरीद रहे चाकू-पिस्टल
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>बिना लाइसेंस के अवैध रूप से हथियारों का जखीरा राजधानी में हो रहा इकट्ठा

>संभ्रांत कहे जाने वाले परिवार के टशनबाज युवक-यवतियां लेकर चलती है हथियार

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में चाकूबाजी की वारदातें आए दिन बढ़ती जा रही है और पुलिस प्रशासन इन वारदातों रोकने का अथक प्रयास कर रही है। बावजूद अपराधी अपराध से बाज नहीं आ रहे है। और आपराधिक गतिविधि के लोगों ने तो हथियार खरीदने के लिए भी एक नया जरिया ढूंढ निकाला है और अपराधी लोग ऑनलाइन हथियारों की खरीदी बिक्री करते है और वरदातों को अंजाम देते है। वही दूसरी तरफ युवा नशे और गुंडागर्दी के लिए किसी भी हद तक पार कर जाते है और हथियारों का मिलना भी आम बात हो गया है। जिससे युवा वर्ग की हिम्मत दो से तीन गुना बढ़ जाती है। हथियार रखना युवाओं के लिए एक फैशन बन गया है, नशे की पार्टियों में भी बड़े घरानों के युवक-युवतियां हथियार रखकर चलते है मगर उनके लिए हथियार रखना एक तरह का चलन बन गया है और एक नया फैशन भी बन गया है। वर्तमान समय में युवा वर्ग हथियार लेकर घूमना पसंद करते है। ऑनलाइन हथियारों की खरीदी बिक्री भी एक तरह से बड़े व्यापार का रूप ले रही है। बिना लाइसेंस के जो लोग ऑनलाइन हथियार खरीदते है वो कहीं न कहीं अवैध रूप से हथियार खरीद ही रहे है। पुलिस का कहना है कि ऑनलाइन हथियार खरीदने वाले लोग न तो कोई लाइसेंस बनवाते है और ना ही पुलिस को इस बात से अवगत कराते है। उसके बाद अगर उस हथियार से किसी प्रकार की कोई वारदात हुई तो पुलिस सख्त कार्रवाई करती है।

हथियार की खरीदी के लिए जरुरी होता लाइसेंस

रायपुर में और पूरे देश में तेजधार औजारों को घर में रखने के लिए सरकार ने लाइसेंस लेने का नियम बनाया हुआ है। लेकिन आज की युवा पीढ़ी ऑनलाइन हथियार खरीदकर लाइसेंस नहीं लेते और उसी हथियार से लोगों को डराते है। सोशल मीडिया के जरिए हो रही औजारों की खरीदी अब अवैध हथियार के रूप में पनप रही हैं। वारदात के बाद ये ऐसे हथियार बन जाते हैं जिस पर आम्र्स एक्ट जैसी धारा लगती तो है मगर कोर्ट में आरोपी की जल्द जमानत भी हो जाती है। जिससे उसमें दूसरे और उससे भी बड़े अपराध करने की हिम्मत आ जाती है।

मौत का सामान धड़ल्ले से बिक रहा

सोशल साइट्स में आजकल मौत का सामान धडल्ले से बिकने लगा है। वह भी बिना किसी लाइसेंस के। प्रतिबंधित चाकू और तलवारें आसानी से लोगों को आर्डर पर होम डिलीवरी दी जा रही है। कुछ महीने पहले जब पुलिस ने दस से अधिक चाकूबाजों को पकड़ा था तब उनके पास से कई महंगे स्टाइलिश व बटनदार चाकू बरामद हुए थे। पूछताछ में पता चला कि ये सामान ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट से खरीदे गए थे। इन हथियारों को खिलौने और किचन के सामान के नाम पर बेचा गया। इस घटना ने ई-कॉमर्स वेबसाइट्स पर सामान की बिक्री ने गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

सोशल मीडिया पर जारी हुआ गुंडागर्दी का रेट कार्ड

यूपी में मुजफ्फरनगर जनपद के चरथावल थाना क्षेत्र के एक शख्स द्वारा हाथ में पिस्टल लेकर फोटो अपने फेसबुक अकाउंट पर अपलोड किया गया है. उसने गुंडई के काम की अपनी रेट लिस्ट भी सोशल मीडिया पर अपलोड करके रखी है. फोटो के साथ ही युवक द्वारा गुंडई का टेंडर भी सोशल मीडिया पर जारी किया गया है जिसमें बन्दे कूटने, धमकी देने, घायल करने और मारने के लिए बाकायदा रेट लिस्ट तक फोटो के साथ डाली गई है. गुंडई के टेंडर की इस रेट लिस्ट के सोशल पर वायरल होने के बाद से पुलिस महकमे में भी हड़कंप मचा हुआ है। हाथ में पिस्टल के साथ युवक ने जो गुंडई के टेंडर की लिस्ट सोशल मीडिया पर वायरल की है उसमें एक हजार रुपये में धमकी देने, 5 हजार रुपये में कुटाई करने, दस हज़ार रुपये में घायल करने और 55 हजार रुपयों में मारने के रेट जारी किये गए हैं. दरअसल, जनपद में सोशल मीडिया पर गुंडागर्दी का खुलेआम टेंडर वायरल करने का ये पहला मामला है जिसके चलते पुलिस ने पोस्ट के आधार पर अपनी जांच भी शुरू कर दी है.पुलिस ने पोस्ट डालने वाले युवक का पता किया तो उसकी पहचान जनपद के चरथावल थाना क्षेत्र के चौकडा गांव निवासी एक युवक के रूप में हुई है. सीओ सदर कुलदीप कुमार ने बताया कि नेट पर पिस्टल के साथ पोस्ट में भड़काऊ पोस्ट का मामला संज्ञान में आया है. मामले की जांच की जा रही है तथा जल्द ही मामले में कार्रवाई भी की जाएगी. फोटो में दिखने वाला युवक पीआरडी जवान का पुत्र बताया जा रहा है जिसकी भी जांच की जा रही है।

चाकू, सुएं व गंडासी से हो रहे मर्डर

राजधानी में चाकू, गंडासी व बर्फ तोडऩे वाले सुएं से मर्डर करने की वारदात भी हुई है। और ट्रेंड में चल रहे ऑनलाइन हथियार की खरीदी ने तो अब वारदातों की संख्या को भी बढ़ा दिया है। अपराधी तो अपराध करते ही है मगर जिसके पास भी हथियार होते है वो लोग भी आवेश में आकर लोगो पर हमला कर देते है। रायपुर जिले में इन दिनों बदमाशों ने आतंक मचा रखा है। हर मोहल्ले में चाकूबाजी की घटना लगातार होने से आम आदमी के जेहन में डर भर गया है। दरअसल राजधानी पुलिस के निशाने पर निगरानी गुंडे-बदमाश हैं और उनकी ही धरपकड़ की जा रही है, लेकिन नए बदमाश खुलेआम गुंडागर्दी, मारपीट, चाकू-छुरा चलाकर लोगों को लूट रहे हैं। ऐसे बदमाशों का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं होने से पुलिस को पकडऩे में काफी दिक्कत हो रही है। पिछले हफ्ते भर में चाकूबाजी की छह से अधिक बड़ी वारदात हो चुकी है। हालांकि अधिकांश मामलों में पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन सवाल यह उठने लगा है कि आखिर सड़क पर खुलेआम चाकू लेकर बदमाश कैसे घूम रहे हैं।

अवैध हथियार पकडऩे के लिए अभियान चलाने और रात्रि गश्त प्रभावी होने की बात बेमानी नजर आ रही है। चौंकाने वाली बात यह है कि नए बदमाशों के हाथों में आखिर चाकू-छुरे आ कहां से रहे हैं? और इसका एक ही जवाब है ऑनलाइन हथियारों की खरीदी। जो कि युवाओं के लिए एक नया ट्रेंड बन गया है।

ऑनलाइन हथियारों में ग्राहकों की लगी भीड़

अक्सर ऐसा देखा गया है कि कई साइटों पर ऑनलाइन चाइनीज और स्टाइलिश चाकू बिक रहे हैं। दरअसल चाकू, छुरे बेचने वाले लोकल दुकानदारों पर पुलिस ने सख्ती की तो फंसने के डर से उन्होंने कारोबार बंद कर दिया। इसका फायदा ऑनलाइन साइट उठा रही हैं। नए बदमाश स्टाइलिश चाकू-छुरे खरीदने के लिए ऑनलाइन साइट का सहारा ले रहे हैं। इन साइटों में डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट अलीबाबा डॉट काम, अमेजॉन समेत अन्य साइट शामिल हैं। यहां पर 500 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक के स्टाइलिश चाइनीज व इंडियन चाकू बिक रहे हैं। इन साइट्स पर पुलिस की निगाह बनी हुई है।

किचन का सामान बताकर बेच रहे हथियार

आम्र्स एक्ट के तहत कोई भी चाकू, जिसका ब्लेड 5 इंच से ज्यादा हो वो बिक्री के लिए प्रतिबंधित है। ज्यादातर ई-कॉमर्स वेबसाइट्स की पॉलिसी खतरनाक सामान की बिक्री को प्रतिबंधित करती है। इन साइट पर चाकू-तलवार खुलेआम बिक रहे थे। नाइफ इंडिया डॉट कॉम पर तो हर तरह के चाकू-छुरे के साथ तलवारें बेची जा रही है। अमेजॉन पर छोटी कुल्हाड़ी भी खरीद सकते हैं। नकल पंच तो हर साइट पर बिक रहा है। अली एक्सप्रेस पर भी चाकू तलवारों की पूरी रेंज उपलब्ध है। जानकारों की मानें तो वेबसाइट पर इन्हें किचन के सामान या खिलौने के नाम पर लिस्ट कराते हैं, लेकिन ये प्रतिबंधित होते हैं।


लगातार पुलिस चाकूबाजोंं पर कार्रवाई कर रही है। और पुलिस ऑनलाइन हथियार बेचने वाले साइट्स की भी जांच कर रही है। नतीजा बहुत जल्द लोगों के सामने होगा।

- लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायपुर शहर

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