छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से सटे थाना मंदिर हसौद में युवक की अधजली लाश मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि मृतक और आरोपियों के बीच कुछ दिन पहले गाली-गलौच हुआ था. जिससे आहत आरोपियों में पहले हत्या की साजिश रची थी. फिर हत्या कर शव जला दिया। मामले में पुलिस ने 2 अपचारी बालक सहित कुल 05 लोगो को गिरफ्तार किया है.
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि आज सुबह मंदिर हसौद के पिपरहट्टा गांव में एक युवक की लाश और उसकी स्कूटी अधजली हुई मिली थी. युवक की पहचान विधानसभा थाना क्षेत्र स्थित चटोद निवासी हरीश गिलहरे के रूप में हुई थी. मृतक को मंगलवार शाम 6 बजे अंतिम बार पिपरहट्टा निवासी पूनम सिंह ठाकुर के साथ ही देखा गया था. मामले में पुलिस ने घटना के तुरंत बाद पूनम और उसके दो अन्य साथियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. कड़ाई से पूछताछ करने के बाद पूनम सिंह ठाकुर ने अन्य 4 साथियों के साथ मिलकर हत्या करने की बात कबूल कर ली. पूनम ने ही मृतक हरीश गिलहरे को मारने का प्लान बताया था. मंदिर हसौद पुलिस का कहना है कि मृतक ने आरोपी पूनम सिंह से शराब के नशे में गाली गलौच की थी. इसी के चलते उसने किशन को मारने की योजना बनाई और इसके लिए उसने पिपरहट्टा निवासी नाबालिक आरोपी को मृतक की स्कूटी से भानसोज भेजकर अपने दोस्त प्रकाश निर्मलकर और एक अन्य नाबालिक को बुलाया.
आरोपी पूनम मृतक को घटनास्थल लेकर गया. वहां पहले से केवल,प्रकाश और एक नाबालिक आरोपी मौजूद थे. इसी बीच उसने चाकू से वार कर किशन को मौत के घाट उतार दिया. किशन को चाकू से मारते देख डरकर दो आरोपी वहां से चले गए. फिर आरोपी पूनम ने पिपरहट्टा के ही रहने वाले राहुल वर्मा से पेट्रोल मंगाया और किशन के शव और उसकी स्कूटी को जला दिया. स्कूटी को जलाने के बाद आरोपियों ने उसे घटनास्थल से तीन किलोमीटर की दूरी पर ले जाकर छोड़ दिया.
गिरफ्तार आरोपी/अपचारी
01. पूनम ठाकुर पिता लक्ष्मीनारायण ठाकुर उम्र 19 साल निवासी पीपरहट्टा मंदिर हसौद रायपुर।
02. प्रकाश निर्मलकर पिता महेश निर्मलकर उम्र 19 साल निवासी तिगड्डा चैक भानसोज मंदिर हसौद रायपुर।
03. राहुल वर्मा पिता पवन वर्मा उम्र 19 साल निवासी पीपरहट्टा मंदिर हसौद रायपुर।
04. दो अपचारी बालक।
आरोपियों/अपचारियों को गिरफ्तार करने में निरीक्षक राजेन्द्र दीवान थाना प्रभारी मंदिर हसौद, सायबर सेल से आर. जसवंत सोनी, मोह0 राजिक, उपेन्द्र यादव, अनिल पाण्डेय, धनंजय गोस्वामी तथा थाना मंदिर हसौद से आर. पुरोहित कोसले एवं राजकुमार कोसले की महत्वपूर्ण भूमिका रहीं।