रायपुर। पुलिस ने ट्रांसपोर्ट के नाम से फर्जी आई डी बनाकर ठगी करने वाले अंतर्राज्यीय आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस के मुताबिक प्रार्थी बसंत निधि ने थाना खमतराई में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह भनपुरी खमतराई स्थित होलीगाला फन प्राईवेट लिमिटेट कम्पनी में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। कम्पनी रंगोली की मैन्युफैक्चरिंग करती है। 28 जून 2021 से कम्पनी एक नया ट्रांसपोर्ट ढूंढ रहा है। नेट में सर्च करने पर एक ट्रांसपोर्ट मिला जिसका नाम न्यू महावीर ट्रांसपोर्ट को ऑल इंडिया है, जिसका मोबाईल नम्बर 8924050644 है। जिस पर प्रार्थी ने अपने मोबाईल नम्बर से बात की और भाड़ा पूछा तो उसने 30 टन के लिए 35,000 रूपये भाड़ा बताया जो कि दूसरे से कम था। यह माल कंपनी अपने ग्राहक को नेल्लोर, आंध्रप्रदेश भेज रहे थे। ट्रांसपोर्ट ने अपनी कम्पनी का जीएसटी. नम्बर एवं गाड़ी नम्बर दिया तथा प्रार्थी के मोबाइल फोन में फोन कर 17,000/-रूपये एडवांस राशि डालने कि लिए बोल और तय हुआ कि वह 01 जुलाई 2021 को प्रातः 00.90 बजे कम्पनी भनपुरी रायपुर में गाड़ी लगाएगा और साथ ही उसने अपना एसबीआई. का एकाउंट नम्बर तथा आई.एफसी. कोड दिया। जिसमें प्रार्थी ने कस्टमर को बोलकर उसके एस.बी.आई. बैंक खाता में दिनांक 28 जून 2021 को 17000/-रूपये डलवाया। उक्त व्यक्ति ने कंपनी को प्रोफार्मा इन्वाइस भेज दिया। 01 जुलाई को 10ः00 बजे तक उसकी गाड़ी का इंतजार किए लेकिन न आने पर उसको फोन किया तो उसने प्रार्थी को कहा की उसके पास गाड़ी नही है वो किसी दूसरे ट्रांसपोर्ट से गाड़ी लगवाएगा जिसका नाम उसने रेवा लोजिस्टिक्स बताया। उसने साथ ही गाड़ी ड्राईवर का मोबाईल नम्बर दिया। गाड़ी ड्राइवर से बात किया तो उसने बोला की वो एडवांस भुगतान में काम करते है तो 18,000 और डालने पड़ेंगे तभी वो गाड़ी लेकर कंपनी आएगा। प्रार्थी ने उससे गाड़ी की डिटेल मांगा तो उसने भेज दी और कहा की 01 घंटे के अंदर पैसे डलवाने पड़ेंगे वरना ड्राईवर जो की मुंगेली में है चला जाएगा। प्रार्थी ने अपने कस्टमर को बोलकर 18,000/- उसके दूसरे बैंक खाता में डलवाया तथा प्क्थ्ब् ठ।छज्ञ - प्क्थ्ठ0010209 पैसे डलवाने के बाद उसने कहा कि आपने अलग - अलग भुगतान कि है तो उसका कोई ओटीपी जेनरेट नहीं हो रहा है। उसने फिर एक मैसेज भेजा जिसके अनुसार उसके बैंक खाता से 35,000/-रूपये कंपनी के कस्टमर के बैंक अकाउंट में डाल दिए। कुछ दिनों तक इंतजार करने के बाद भी जब पैसे कस्टमर के बैंक अकाउंट में नहीं आए तो प्रार्थी उसे फोन किया फिर उसने बोला की आप 15,000/-रूपये और डालो क्योेंकि मैं 50,000/-रूपये से नीचे का ट्रांजक्शन नहीं कर सकता। जिस पर प्रार्थी उसे बोला की हमको नगद दे दो तो उसने हमें कहा कि उसकी एक और कम्पनी है जो मुंबई मंे है जिससे नगद राशि ले लो। उसने उस कम्पनी का इन्वाइस भेजा जिसका नाम प्रेमचंद ट्रेडिंग कम्पनी है। प्रार्थी ने उस कम्पनी को गूगल में सर्च किया और फोन लगाकर पूछा की आप कोई ऐसे ट्रांसपोर्ट को जानते है तो उसने मना कर दिया और उसने बोला की ऐसे बहुत सारे काॅल आते रहते है उसने कहा कि यह काल फ्राॅड है। इस पूरे दौरान प्रार्थी से न्यू महावीर ट्रांस्पोर्ट को ऑल इंडिया के मैनेजर नवीन अग्रवाल, ड्राइवर -रेवा लोजिस्टिक्स मोबाईल नम्बर एवं रेवा लोगिसकटिक्स के मालिक से बहुत बार फोन करने के बावजूद भी उसने कंपनी के कस्टमर का 35000/-रूपए नहीं वापस किया। इस प्रकार न्यू महावीर ट्रांसपोर्ट को ऑल इंडिया के मैनेजर नवीन अग्रवाल एवं उसके दो साथियों के द्वारा कम्पनी व कस्टमर के साथ धोखाधड़ी किया गया। जिस पर आरोपियों के विरूद्ध थाना खमतराई में अपराध क्रमांक 396/21 धारा 420, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल एवं थाना खमतराई की संयुक्त टीम का गठन कर आरोपी की पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा घटना के संबंध में प्रार्थी से विस्तृत पूछताछ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा जिन मोबाईल नंबरों से प्रार्थी के मोबाईल फोन पर काॅल आया था, उन मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने पर यह जानकारी प्राप्त हुई कि किसी अज्ञात आरोपी द्वारा न्यू महावीर ट्रांसपोर्ट को ऑल इंडिया कंपनी नामक फर्जी फर्म बनाकर अपलोड़ किया गया है। प्रार्थी के बताएनुसार उसके ग्राहक द्वारा जिन बैंक खातों में रकम स्थानांतरित किया गया था उन बैंकों में जाकर संबंधित बैंक खातों के संबंध में भी जानकारी प्राप्त करने के साथ ही अज्ञात आरोपी के संबंध में कई अन्य साक्ष्य एकत्र किये गये। अज्ञात आरोपी के संबंध में प्राप्त उक्त सभी तथ्यों, जानकारी एवं साक्ष्यों का लगातार विश्लेषण करते हुये अंततः आरोपी को चिन्हांकित करने में सफलता मिली तथा आरोपी की पहचान आकाश राठौर के रूप में करते हुये आरोपी की उपस्थिति उत्तर-प्रदेश के जिला फरूखाबाद में होना पाया गया। जिस पर थाना खमतराई के उपनिरीक्षक अजय झा के नेतृत्व में 03 सदस्यीय टीम को फरूखाबाद (उत्तर-प्रदेश) रवाना किया गया। टीम द्वारा फरूखाबाद में पड़ताल प्रारंभ करने पर यह सुनिश्चित हुआ कि आरोपी द्वारा बहुत ही सर्तकता से अपनी स्वयं की पहचान छिपाते हुये अलग - अलग नाम व मोबाईल नंबर का उपयोग कर ठगी की घटना को अंजाम दिया गया है। आरोपी द्वारा उपयोग किये गये मोबाईल नंबर व बैंक खातों के नाम व पते दूसरों के होने के साथ ही पूर्णतः फर्जी थे। फर्म का नाम, मोबाईल नंबर एवं बैंक खाता का उपयोग सिर्फ और सिर्फ ठगी की वारदात को अंजाम देने के लिये किया गया था। फरूखाबाद में कैम्प कर रही टीम को तकनीकी विश्लेषण के आधार पर घटना के आरोपी आकाश राठौर के निवास स्थान के संबंध में अहम सुराग प्राप्त हुआ। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा आरोपी आकाश राठौर को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर आरोपी आकाश राठौर से कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया।
पूछताछ में आरोपी आकाश राठौर ने बताया कि वह जस्ट डाॅयल साईट में अवैध रूप से लगभग 1,20,000/- रूपये देकर ऑनलाईन रजिस्टेªशन कराया था। फरूखाबाद में ही न्यू महावीर ट्रांसपोर्ट को ऑल इंडिया नामक वास्तविक फर्म है, आरोपी द्वारा ठगी करने हेतु इसी फर्म के नाम से फर्जी आई डी बनाकर फर्जी मोबाईल नंबरों के साथ नेट पर अपलोड़ किया गया था। आरोपी अलग - अलग नाम व मोबाईल नंबरों से प्रार्थी एवं उसके ग्राहक को झांसा में लेते हुये गुमराह कर 35,000/- रूपये की ठगी किया था। आरोपी द्वारा जिस बैंक खाते में रकम जमा कराया गया था उस खाते में 84 लाख रूपये है, जिसे फ्रीज्ड़ कराया जा रहा है। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से घटना से संबंधित 07 नग मोबाईल फोन, 02 नग एटीएम कार्ड एवं प्रेस का फर्जी आई कार्ड जप्त किया गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर उसके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही किया गया।
गिरफ्तार आरोपी - आकाश राठौर पिता उत्तम चंद राठौर उम्र 20 साल निवासी बाबा विश्वनाथ गली कादरी गेट थाना सिटी कोतवाली जिला फरूखाबाद (उत्तर - प्रदेश)।