छत्तीसगढ़

देश भर के गांजा तस्करों का हेडक्वार्टर बना रायपुर

Nilmani Pal
25 Jan 2022 5:57 AM GMT
देश भर के गांजा तस्करों का हेडक्वार्टर बना रायपुर
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  1. रायपुर में बैठे गांजा तस्कर बने होलसेल स्टाकिस्ट, छग होकर दूसरे राज्यों में तस्करी
  2. राजधानी से अलग-अलग तरीकों से तस्कर देश के विभिन्न हिस्सों में कर रहे सप्लाई
  3. छद्मनाम और बड़े राजनीतिक रसूख के नाम पर दे रहे तस्करी को अंजाम
  4. सरकार के सख्त हिदायत के बाद भी पुलिस गांजा तस्करों पर नहीं लगा पाई अंकुश ग मटेरियल
  5. सीमाओं के चेकिंग नाकों में लगे सीसीटीवी कैमरे की आंख बंद
  6. ओडि़सा के मलकान गिरी से गांजा लाकर तस्करों ने रायपुर को बनाया गोडाउन
  7. ओडि़सा का गांजा रायपुर के आउटर के गोड़ाउन में हो रहे डंप

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी रायपुर गांजा तस्करों का स्वर्ग बना हुआ है, सरकार के सख्त आदेश के बाद भी सीमावर्ती जिलों के नाकों में लगे सीसीटीवी से आंख बचाकर आसानी से निकलकर रायपुर के गांजा स्टाकिस्टों को खुलेआम सप्लाई जारी रखे हुए है। सीमावर्ती जिलों के नाकों में सख्त पुलिस चेकिंग में आए दिन गांजों की बड़ी-बड़ी खेप पुलिस पकड़ रही है उसके बाद भी गांजा तस्कर तस्करी से बाज नहीं आ रहे है। सरकार से स्पष्ट चेतावनी दी है कि जिस जिले में गांजा की तस्करी पाए जाएंगे उस जिस के एसपी और कलेक्टर को दोषी माना जाएगा। उसके बाद भी पुलिस के सख्त पहरे को चकमा देकर गांजा तस्कर हेराफेरी से बाज नहीं आ रहे है। सब्जी-भांजी की गाडिय़ों से लेकर किराना और धान की गाडिय़ों में बेखौफ गांजा की तस्करी पुलिस प्रशासन के लिए खुली चुनौती है।

देश भर के गांजा तस्करों का अड्डा रायपुर : ताजा जानकारी के अनुसार सीमावर्ती सात राज्यों महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तेलंगाना, आंध्रप्रेदश,उत्तरप्रदेश, बिहार और ओडि़सा के गांजा तस्करों का तगाड़ा सिंडिकेट है जो पुलिस से सेटिंग कर गांजा की निकासी के लिए राजनीतिक हथकंड़े अपनाकर और राजनीतिक रसूख का भरपूर उपयोग कर रहे है। रायपुर में देश भर के गांजा तस्कर छद्म नाम से अड्डा जमाकर गांजा की निकासी को अंजाम दे रहे है। देश में जहां से भी गांजा की डिमांड आती है रायपुर से उसकी सप्लाई आसानी से हो जाती है।

देश का सबसे बड़ा गोदाम बना रायपुर : गांजा तस्करों ने अपने संसाधनों से ओडि़सा से गांजा लाकर रायपुर में स्टाक जमा करते है फिर उसे मांग के हिसाब से देश के कोने-कोने में सप्लाई करते है। जितना उत्पादन गांजा का ओडि़सा में होता है उससे कहीं अधिक गांजा का, स्टाक गांजा तस्करों के पास है। ओडि़सा में मलकानगिरी के अलावा जहां-जहां भी गांजा का अवैध उत्पादन होता है उन किसानों को गांजा तस्कर एडवांस में पेमेंट देकर एग्रीमेंट करते है और जब गांजा तैयार हो जाता है तब अपने संसाधनों से वहां से भरकर रायपुर में डंप करना शुरू कर देते है और साल भर तक देश के गांजा तस्करों को गांजा की सप्लाई करते है। गांजा तस्कर अपने राजनीतिक पहुंच और पुलिस से सेटिंग करने वाले छुटभैया नेताओं के माध्यम से गांजा का स्टाक और तस्करी को अंजाम दे रहे है।

ओडि़सा से गांजा लाने के कई रास्ते : रायपुर से बागबाहरा, नुआपाड़ा रोड से महासमुंद, सराईपाली-बसना, धमतरी, कांकेर, रायगढ़ वहीं महाराष्ट्र बार्डर में चिचोला, पाटेकोहरा नाके से न निकल कर वाहन को जंगल के रास्ते सीमा पार कर रहे है। राज्य सरकार ने सीमावर्ती जिलों में जो सीसीटीवी लगाए है वो गांजा तस्करों पर नजर रखने में असफल हो गई है। गांजा तस्कर सब्जी और किराना सामान के भरे ट्रकों में सब्जियों और किराना सामान के बीच गांजा को बड़ी आसानी से एक राज्य से दूसरे राज्य में पहुंचा रहे है। इन नाकों पर सघन जांच होने के चलते गांजा तस्करों ने नया रास्ता निकाल लिया है।

हर साल करोड़ों अरबों की गांजा तस्करी : व्यापार-उद्योग में सौ-दो सौ करोड़ का कारोबार साल भर में नहीं होता, उससे कही अधिक साल भर में गांजा की तस्करी होती है। गांजा तस्करी ने व्यपार-उद्योग के टर्नओहर को भी मात दे दी है। हर साल अरबों रुपए की गांजा तस्करी कर तस्कर मालामाल हो रहे है। साल भर के लिए स्टाक जमा कर थोड़ी-थोड़ी मात्रा में गांजा की सप्लाई को अंजाम दे रहे है।

आलीशान आफिस बनाकर दूसरे कारोबार की आड़ में गांजा तस्करी : राजधानी में गांजा तस्करों ने आलीशान आफिस बनाकर उसमें कई नामी गिरामी सीमेंट, सिगरेट,तेल, गुड़ाखू, चायपत्ती, लोहा सहित किराना सामान की ब्रांडेड कंपनियों की एजेंसी ले रखी है, उसके आड़ में गांजा की तस्करी को बड़े आसानी से अंजाम दे रहे है। पुलिस और जिला प्रशासन भी उनके आलीशान शानो-शोकत को देखकर चकमाखार का रही है।

ब्राउन शुगर पकड़ाया, तस्कर गिरफ्तार

बिलासपुर चकरभाठा पुलिस ने नशे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 ग्राम ब्राउन शुगर के साथ युवक गिरफ्तार किया है. इसके साथ आरोपी के पास से 1100 रुपए नगद और एक मोबाइल भी जब्त किया गया है. चकरभाठा के रहने वाले लोकेश पाल द्वारा ब्राउन शुगर बेचने की सूचना पुलिस को मिली थी, जिस पर पुलिस ने घेराबन्दी कर आरोपी को पकड़ा। तलाशी लेने पर आरोपी के पास से तीन नग सफेद कागज के पैकेट में ब्राउन शुगर जब्त किया गया। तकरीबन 10 ग्राम जब्त ब्राउन शुगर की कीमत करीब 50,000 रुपए आंकी गई है।

1 करोड़ 52 लाख का गांजा जब्त, 3 तस्करों से पूछताछ

कवर्धा में पुलिस ने गांजा तस्करों पर बड़ी कार्रवाई की है. दो कार से गांजे की अवैध परिवहन करते 3 क्विंटल 86 किलो गांजे के साथ 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपी ओडिशा से मेरठ लेकर आ रहे थे, लेकिन पुलिस ने तस्करों के मंसूबे पर पानी फेर दिया. दरअसल, तीनों गांजा तस्कर मेरठ में गांजे को खपाने ले जा रहे थे, लेकिन मंजिल तक पहुंचा नहीं पाए। उसके पहले ही परड़ गए। गांजे की बाजार मूल्य 1 करोड़ 52 लाख बताई जा रही है। तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। चिल्फी थाना पुलिस ने कार्रवाई की है।

गाड़ी में शादी का पोस्टर लगाकर गांजे की तस्करी

गरियाबंद पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। जानकारी के मुताबिक 30 किलो गांजा के साथ चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि रायपुर- देवभोग मार्ग होते हुए उडि़सा से गांजा तस्करी कर हे थे. जिसमे 2 युवक और 2 युवती शामिल है. सभी तस्करो से पूछताछ की जा रही है. बता दें कि सीएम भूपेश बघेल के निर्देश पर पुलिस एक्टिव नजर आ रही है। और अवैध तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है।

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