पेंड्रा। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के रेलवे स्टेशन में रेलवे प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा रेल यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है। यात्री अपनी जान को जोखिम में डालकर पटरी पार करने को मजबूर हैं। दरअसल पेंड्रा रोड रेलवे स्टेशन में ओवरब्रिज की सीढ़ियों को तोड़कर मेंटेनेंस का कार्य किया जा रहा है, जो करीब एक माह तक चलेगा। ऐसे में एक महीने तक ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों को अपनी जान जोखिम में डालकर पटरी पार कर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म जाने को मजबूर होना पड़ेगा। इस वीडियो में भी साफ देखा जा सकता है कि किस तरह यात्री अपनी जान जोखिम में डालकर रेल प्रशासन के आला अधिकारी-कर्मचारियों की मौजूदगी में पटरी पार कर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म में जा रहे हैं। देखिए वीडियो-
एक तरफ रेलवे प्रशासन पटरी को पार करना दंडनीय अपराध बताता है। वहीं दूसरी ओर बोर्ड लगाकर यात्रियों को प्लेटफार्म के दोनों छोर पर बने पाथवे से रेल लाइन पार कर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने का अनुरोध भी करता है। रेलवे प्रशासन की ओर से बिना व्यवस्था बनाए ओवर ब्रिज के सीढ़ियों को तोड़ने से यात्री काफी परेशान हो रहे हैं। एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म आने जाने के लिए महिलाओं, बच्चों और बुजुर्ग रेल यात्रियों के लिए सबसे बड़ी समस्या है। इस दौरान इस भीषण गर्मी में रेल यात्रियों को लगेज लेकर एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आने जाने के लिए दोनों छोर पर बने हुए पथवे से रेल लाइन पार करना पड़ता है। इसको पार करते तक यात्रियों का ट्रेन भी छूट जाता है और यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। गौरेला-पेंड्रा-मरवाही अब जिला बन चुका है। इससे पेंड्रा रोड रेलवे स्टेशन में यात्रियों की संख्या भी बढ़ी है। प्लेटफार्म भी पहले की अपेक्षा बड़ा बनाया गया है, लेकिन यहां केवल एक ही ओवरब्रिज की सुविधा है। पिछले कई सालों से यहां की जनता ओवरब्रिज की संख्या बढ़ाए जाने की मांग कर रही है। अब देखने वाली बात यह होगी कि कब तक रेल प्रशासन इस पर ठोस कदम उठाता है।