छत्तीसगढ़

रेलमंत्री ने सांसद सोनी का नहीं उठाया फोन, बोले - ट्रेन रद्द होने से पब्लिक परेशान

Nilmani Pal
25 April 2022 5:36 AM GMT
रेलमंत्री ने सांसद सोनी का नहीं उठाया फोन, बोले - ट्रेन रद्द होने से पब्लिक परेशान
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रायपुर। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग जैसे प्रमुख शहरों के लाखों रेल यात्री परेशान हैं। इन शहरों से होकर गुजरने वाली एक दर्जन से अधिक ट्रेनें करीब 1 महीने से रद्द हैं। कुछ ट्रेनें ऐसी है जो 5 मई के बाद शुरू होंगी इसे लेकर लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। अब इस मामले में केवल रायपुर सांसद ने चुप्पी तोड़ी है। लेकिन रेल मंत्री ने उनका फोन ही रिसीव नहीं किया। सांसद ने यह बात मानी है कि ट्रेनों के रद्द होने की वजह से लोगों को अच्छी खासी परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस विषय को लेकर उन्होंने रेल मंत्री से बात की है, यह भी बताया कि कोविड-19 के समय कुछ ट्रेन स्पेशल नाम से चलाई जा रही थी। सासंद ने कहा है कि उन स्पेशल ट्रेनों को भी सामान्य तरीके से चलाया जाएगा। जो ट्रेनें रद्द की गई हैं उन्हें फिर से शुरू किया जाएगा और लोकल ट्रेनों को भी शुरू करने को लेकर रेल मंत्री से चर्चा हुई है। उन्होंने जल्द यह सुविधा बहाल करने का वादा किया है। सांसद सुनील ने कहा कि मुझे उम्मीद है जल्द ही छत्तीसगढ़ के लोगों को रेल से जुड़ी है सुविधाएं मिलेंगी। दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे इन ट्रेनों को रद्द करने की वजह विकास कार्य बता रहा है। उसका आदेश सामने आते ही छत्तीसगढ़ में विरोध के सुर तेज हुए हैं। विभिन्न हिस्सों से इन ट्रेनों के जरिए लाखों लोग यात्रा करते हैं। रेलवे ने ट्रेनों को कैसिंल करने की सूचना दी है। इसमें बताया गया है कि रेलवे प्रशासन की ओर से विभिन्न सेक्शनों में अधोसंरचना विकास और संरक्षा से संबंधित कार्य किए जा रहे हैं। इस वजह से गाडिय़ों का परिचालन रद्द किया गया है।

23 ट्रेनें रद्द: भड़के सीएम भूपेश ने कहा-देश में ऊर्जा संकट, पहले ही किया था आगाह

छत्तीसगढ़ में रेलवे की ओर से करीब दो दर्जन ट्रेनों के रद होने पर सीएम भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है। सीएम बघेल ने ऊर्जा संकट को ट्रेनों के रद होने की मुख्य वजह बताया है। मीडिया से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, मैंने आगाह किया था कि देश में ऊर्जा संकट आने वाला है। ट्रेनों के रद होने से यह स्थिति साफ दिखाई दे रही है। अगर ऊर्जा संकट नहीं होता तो पैसेंजर ट्रे्नें एक महीने के लिए रद नहीं होती। बतादें कि रेलवे ने 24 अप्रैल से 23 मई तक अलग-अलग तारीख तक 22 ट्रेनों का विभिन्न रूटों की ट्रेनों को रद कर दिया है।

हालांकि रेलवे प्रशासन का कहना है कि बिलासपुर जोन के अंतर्गत आने वाले अलग-अलग स्टेशनों को चौथी लाइन से जोडऩे का निर्णय लिया है, इसके ट्रेनों का परिचालन रद कर दिया गया है। रेलवे के अधिकारी ने बताया कि पूरे जोन में परिचालन से संबंधित अपग्रेडेशन का काम किया जाएगा, इसलिए ट्रेनों को रद करने का निर्णय लिया गया है। बतादें कि इससे पहले भी ट्रेनों के रद होने पर सीएम भूपेश बघेल ने रेलवे मंत्रालय को पत्र लिखकर परिचालन को बहाल करने की मांग की थी।

राज्य सरकार ने रेलवे बोर्ड को लिखी चि_ी, कहा- ट्रेनों का परिचालन यथावत रखें

छत्तीसगढ़ से चलने वाली 23 ट्रेनों को रद्द करने के मामले में राज्य सरकार ने कड़ा ऐतराज जताया है. मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने रेलवे बोर्ड को चि_ी लिखकर ट्रेनों का परिचालन यथावत रखने कहा है.

रेलवे ने अपग्रेडेशन के नाम पर 23 ट्रेनों को करीब 1 महीने के लिए कैंसिल कर दिया है. जिसके बाद राज्य सरकार ने रेलवे बोर्ड को चि_ी लिखी है. मुख्यमंत्री सचिवालय के तरफ से लिखी गई चि_ी में ट्रेनों का संचालन थवात रखने कहा है. ये चि_ी अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू ने लिखी है.

मुख्यमंत्री सचिवालय द्वारा रेलवे बोर्ड को लिखी गई चि_ी में कहा गया है कि दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन से गुजरने वाली कुल 23 एक्सप्रेस/लोकल ट्रेनों का परिचालन दिनांक 24.04.2022 से आगामी एक माह के लिये बंद कर दिया गया है. यह सभी ट्रेन छत्तीसगढ़ राज्य के अंतगर्गत रेल मार्गों से प्रतिदिन आना-जाना करती हैं. इन ट्रेनों के परिचालन बंद करने के पूर्व किसी प्रकार की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है. इससे पहले 31 मार्च को जारी आदेश में कुल 10 रेलों का परिचालन बंद कर दिया गया था. इन 10 रेलों में से 8 रेलें छत्तीसगढ़ राज्य के रेल मार्गों पर आवागमन करती थी. इस चि_ी में इस बात का भी जिक्र है कि उपरोक्त रेलों का परिचालन यथावत् रखने हेतु राज्य शासन एक पत्र लिखा था. लेकिन रेलवे बोर्ड ने राज्य शासन के अनुरोध को अनदेखा कर दिया।

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