रायगढ़। कहा जाता है जहाँ चाह है वहां राह है एवं कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती। इसी तर्ज पर चलते हुए रायगढ़ से 15 कि.मी. दूर एक छोटे से गॉव गोर्रा के एक पोस्ट ग्रेजुवेट युवक श्री ललित पटेल पैरा मशरूम (पुटु) उत्पादन को अपना व्यवसाय बनाकर आज अच्छा लाभ प्राप्त कर रहें हैं। ललित पटेल अपने सशक्त सोच को परिलक्षित करते हुए अपने गृह ग्राम गोर्रा में पिछले तीन वर्षो से मशरूम की खेती कर लाभ कमा रहे है, उन्हें प्रतिवर्ष अपने इस कार्य से लगभग 1.5 से 2 लाख रूपये की अतिरिक्त आमदनी हो रही है। उन्होंने वर्ष 2019 में लगभग 9 क्विंटल, वर्ष 2020 में 10 क्विंटल और वर्ष 2021 में अब तक 7 क्विंटल से एक लाख पचास हजार, पैरा मशरूम विक्रय कर लाभ ले चुके है। अभी वे प्रतिदिन 40 से 50 किलों उत्पादन ले रहे हैं।
श्री ललित पटेल खेती से जुड़े कुछ ऐसे व्यवसाय का चयन करना चाहते थें जिससे कृषि अवशेष का उपयोग करते हुए कम खर्च में अधिक से अधिक लाभ लिया जा सके। उन्हें बोईरदादर रायगढ़ स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र के बारे में जानकारी मिली जहां पर कृषि तकनीकी एवं कृषि रोजगार से संबंधित कौशल विकास एवं उद्यमिता विकास पर जानकारी एवं प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। जिले में मशरूम की मांग को देखते हुए उन्होंने इस कार्य को करने का सोचा और कृषि विज्ञान केन्द्र, रायगढ़ में मशरूम उत्पादन की तकनीकी जानकारी वैज्ञानिक डॉ.मनीषा चौधरी से प्राप्त की और मशरूम उत्पादन का अपना कार्य शुरू किया। आज उनका कार्य सफल हो चुका है और वे प्रति दिन 40-50 किलो पैरा मशरूम का उत्पादन ले रहे हैं। इससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी हो रही है। जिससे उन्हें अपनी जरूरतों को पूरा करने में आसानी हो रही है। उनकी यह सफलता दूसरों के लिए भी मिसाल बन रही है।