छत्तीसगढ़

राहुल को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अस्पताल ले जाया गया

Shantanu Roy
14 Jun 2022 6:27 PM GMT
राहुल को ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अस्पताल ले जाया गया
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जांजगीर-चाम्पा। लगभग 100 घंटों तक का अथक प्रयास रंग लाया है। जांजगीर जिले के पिहरीद गांव में बोर में फंसे राहुल को एनडीआरएफ की टीम ने बहार निकाल लिया है। राहुल के माता-पिता को टनल के पास आ गए है। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि राहुल को बाहर निकालने लगभग मिशन सक्सेसफुल हो गया है। मौके पर इंडियन आर्मी और रेस्क्यू की टीम भी मौजूद है।



राहुल को निकालकर अस्पताल तक ले जाया गया है। राहुल को बाहर लाते ही एंबुलेंस से बिलासपुर लेकर जाएंगे। जहां अपोलो अस्पताल में उसे भर्ती किया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहुल को रेस्क्यू के बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ले जाने का काम पूरा हो गया है। अब बस उसके बाहर आने का इंतजार है। इसे लेकर मेडिकल टीम को अलर्ट कर दिया गया है।


सुरंग के बाहर स्ट्रेचर ले जाने चैन बनाई जा रही है। वही सुरंग के बाहर सभी जवान अलर्ट मोड़ में है। बता दें कि जांजगीर जिले के मालखरौदा ब्लॉक का गांव पिहरिद नेशनल मीडिया में है। यहां एक दिव्यांग बच्चा राहुल साहू जो पिछले 96 घंटे से बोरवेल में फंसा हुआ है। इतने ही घंटे से रेस्क्यू टीम डटी हुई है। टीम के सदस्यों के कपड़े धूल से सने हैं। पसीने के दाग पड़ गए हैं।

खाने-पीने के लिए कभी सरपंच की ओर से, कभी प्रशासन और पुलिस की ओर से तो कभी विधायक की ओर से व्यवस्था की जा रही है। मेडिकल टीम बड़ी बेचैनी से एंबुलेंस के आसपास ही इस इंतजार में बैठी है कि राहुल बाहर आए और उसकी प्रारंभिक जांच और इलाज करते हुए सीधे बिलासपुर की ओर भागें, जिससे तत्काल प्रभाव से उसे बेहतर इलाज मिल सके। मेडिकल टीम के सदस्य यह जानते हैं कि 96 घंटे से राहुल जिस तरह पानी और कीचड़ में है।
उससे किस तरह की समस्याएं आ सकती हैं। इससे कुछ समय पहले ही हरिभमि डाट काम ने खबर दी थी कि, अब आर्मी के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। आर्मी के जवानों की टीम टनल के पास पहुंच गई है। कुछ आर्मी के अधिकारी टनल के अंदर गए हैं। टनल के अंदर की स्थिति की वे जानकारी ले रहे हैं। ऐसा माना जा रहा है कि अब बस कुछ ही मिनटों में वो पल आने वाला है जिसका कि पूरे छमत्तीसगढ़ समेत देशवासियों को इंतजार है।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बच्चे के परिजनों से वीडियो कॉल कर ढांढस बंधाया और कहा था सकुशल आयेगा राहुल

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जांजगीर में बोरवेल में गिरे बच्चे के लिए बेहद चिंतित रहे। यही वजह है कि वे लगातार रेस्क्यू का अपडेट लेते रहे । उन्होंने राहुल को सकुशल बाहर निकालने के निर्देश दिए थे। उन्होंने वीडियो कॉल कर राहुल के पिता और माता से भी बात की थी। उन्होंने राहुल को बाहर निकालने के लिए हरसंभव मदद का आवश्वासन दिया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही राज्य स्तर पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सम्पूर्ण घटनाक्रम की निगरानी रखी जा रही थी।

चट्टानों से न हौसला डिगा,न राहुल

बोरवेल में फंसे राहुल को बचाने के लिए रेस्क्यु दल ने हर बार कड़ी चुनातियों का सामना किया। राहुल के रेस्क्यु में बड़े-बड़े चट्टान बाधा बनकर रोड़ा अटकाते रहे, इस बीच रेस्क्यु टीम को हर बार अपना प्लान बदलने के साथ नई-नई चुनौतियों से जूझना पड़ा। मशीनें बदलनी पड़ी। 65 फीट नीचे गहराई में जाकर होरिजेंटल सुरंग तैयार करने और राहुल तक पहुँचने में सिर्फ चट्टानों की वजह से ही 4 दिन लग गए। रेस्क्यु टीम को भारी गर्मी और उमस के बीच झुककर, लेटकर टार्च की रोशनी में भी काम करना पड़ा। इसके बावजूद अभियान न तो खत्म हुआ और न ही जीवन और मौत के बीच संघर्ष कर रहे राहुल ने हार मानी।

चट्टानों का मुकाबला फौलादी इरादों से
सीएम बघेल इस बीच सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि मामला संवेदनशील था, इसलिए रेस्क्यू टीम सावधानी से आगे बढ़ रही थी। चट्टानों का मुकाबला हमने अपने फौलादी इरादों से किया और राहुल साहू के सुरक्षित बहार निकलने के लिए सभी को बहुत-बहुत बधाई।
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने दी बधाई
राहुल साहू के बोरवेल से बाहर निकालने के लिए पूरी टीम को हार्दिक बधाई, देश में चलने वाला ये सबसे बड़ा आपरेशन है। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले में चल रहा था जिसे पूरे 3 दिन बाद सफल किया गया है। मैं इस रेस्क्यू टीम और जिला कलेक्टर, एसपी और पूरी पुलिस बल को हार्दिक बधाई देती हूं।
बृजमोहन अग्रवाल ने दी रेस्क्यू टीम को बधाई
राहुल साहू के बोरवेल से बाहर निकालने के लिए पूरी टीम को हार्दिक बधाई, देश में चलने वाला ये सबसे बड़ा आपरेशन है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इस ऑपरेशन राहुल को सफल करने वाले एनडीआरएफ की टीम, एसडीआरएफ की टीम, जिला प्रशासन और कलेक्टर एसपी को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने दी बधाई
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने राहुल साहू के बोरवेल से बाहर आने पर पूरी टीम को बधाई दी है।
कॉरिडोर बनाया गया, अपोलो में भर्ती करेंगे
राहुल को निकालकर अस्पताल तक ले जाने की पूरी तैयारी हो गई है। राहुल को बाहर लाते ही एंबुलेंस से बिलासपुर लेकर जाएंगे। जहां अपोलो अस्पताल में उसे भर्ती किया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहुल को रेस्क्यू के बाद ग्रीन कॉरिडोर बनाकर ले जाने का काम पूरा हो गया है। अब बस उसके बाहर आने का इंतजार है। इसे लेकर मेडिकल टीम को अलर्ट कर दिया गया है।
मंदिर में राहुल की सलामती के लिए पूजा
दूसरी ओर राहुल की सलामती को लेकर पूरा प्रदेश प्रार्थना और दुआएं कर रहा है। प्रदेश में जगह-जगह राहुल के लिए पूजा और हवन किए जा रहे हैं। पुलिस और प्रशासन जहां एक ओर बच्चे को रेस्क्यू करने के प्रयास में चार दिन से जुटे हुए हैं। वहीं दूसरी ओर कोरबा पुलिस की ओर से सर्वमंगला मंदिर में राहुल की सकुशल वापसी के लिए अखंड महामृत्युंजय पाठ का आयोजन किया गया है।

खबर पर अपडेट जारी है.... पेज को बार-बार रिफ्रेश करते रहें।

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