छत्तीसगढ़

प्रोविजनलधारी अभ्यर्थियों को अब तक नहीं मिली नियुक्ति, दर-दर भटक रहे डेढ़ साल से

Nilmani Pal
27 Sep 2023 4:43 AM GMT
प्रोविजनलधारी अभ्यर्थियों को अब तक नहीं मिली नियुक्ति, दर-दर भटक रहे डेढ़ साल से
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रायपुर। मामला 14580 शिक्षक भर्ती 2019 की हैं. जहां एक ओर सरकार इस भर्ती को लेकर खुद की प्रशंसा बटोरने में लगे हैं. दूसरे ओर सैंकड़ो पात्र अभ्यर्थी नियुक्ति के लिए वर्षों से भटक रहे हैं. हाल ही में शिक्षक भर्ती 2019 के विषय में डीपीआई ने नोटिफिकेशन जारी कर बताया कि 14580 विज्ञापित पदों में 10834 पदो पर नियुक्ति दिया जा चुका हैं. और 3190 पद बैकलाग नई भर्ती में जोड़ने की बात कही गयी है. ऐसे में 556 पद अभी भी भरना बांकी हैं. जिनका हिसाब आज तक कही पर भी उल्लेख नही किया गया हैं. ऐसे में 556 पदों पर प्रतीक्षा सुची के अभ्यर्थियों का दावा करना लाजमी हो जाता है. क्योंकि वे सत्यापन कराकर पात्र प्रोविजनल सर्टिफिकेट भी प्राप्त कर लिया हैं. जिसमें लगभग 1500 अभ्यर्थी हैं.

किन प्रश्नचिन्हों से घिरा हैं लोक शिक्षण संचालनालय?

कोई भी नियुक्ति सूची की पात्र-अपात्र सूची व पदस्थापना सूची पोर्टल पर जानकारी जारी नही करना।

रीजाईन तथा नाॅट ज्वाइन की जानकारी नहीं दिया जाना।

10 से 12 अगस्त 2022 रायपुर सत्यापन में रिक्त पदों के अनुसार प्रोविजनल सर्टिफिकेट में अनुपात का स्पष्ट नहीं करना जबकि मई 2022 रायपुर सत्यापन में रिक्त पदों के अनुसार सहायक शिक्षक को दो गुना व शिक्षक को चार गुना अनुपात में आमंत्रित किया गया था , जिसमें भी पात्र अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं हुई हैं।

जिला आबंटन सूची जारी करने के पश्चात जिला सत्यापन के दिन ही लगभग 60 अभ्यर्थियों का नाम काट दिया जाना , कारण पूछने पर कोई भी सटीक जवाब नहीं दिया जाना।

शिक्षक भर्ती 2019 की प्रक्रिया कब तक अभ्यर्थियों को अधर में रखेगी आखिर कब तक रिक्त पदों को पूरा कर लिया जायेगा।

आरटीआई में अलग डाटा और लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा अलग डाटा देना

व्याख्याताओं को जल्द ही नियुक्ति देने सहमति पत्र भराया जाना और 14-15 माह तक आश्वासन देकर इंतजार कराना ।

भर्ती समाप्ति की घोषणा करने से पहले व कोई विस्तृत नोटिफिकेशन जारी किये ही रिक्त पदों को नयी भर्ती में बैकलाग जोड़ा जाना।

क्या कह रहे अभ्यर्थी

हम इनकी सभी साजिशों को समझते हैं खुद को बचाने कुछ भी नोटिफिकेशन जारी कर रहे हैं, हम पात्र अभ्यर्थी प्रोविजनल लेटर लेकर भी 15-16 माह तक नियुक्ति नही मिलने पर खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।

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