छत्तीसगढ़

छुटभैय्ये नेताओं का संरक्षण अपराधियों के हौसले बुलंद

Admin2
8 Jan 2021 5:47 AM GMT
छुटभैय्ये नेताओं का संरक्षण अपराधियों के हौसले बुलंद
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हत्या, लूट, चोरी, मारपीट व धोखाधड़ी करने वालों पर पुलिस का खौफ नहीं

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में जुआ-सट्टा का कारोबार आए दिन बढ़ते जा रहा है। मारपीट और लड़ाई झगड़े की वारदातें आये दिन बढ़ती जा रही है और अब अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए है कि रस्ते चलते किसी का भी सामान छीन लेना। जिले की कानून-व्यवस्था बद से बदतर हो गई है। अपराधियों के बढ़े हौसले ने पुलिस को पस्त कर रखा है। आए दिन हत्या, लूट, चोरी, मारपीट, धोखाधड़ी हो रही है। उसे देखकर यही लगता है कि पुलिस मामलों में कार्रवाई तो कर रही है मगर उस तरफ की वारदातों पर रोक नहीं लगा पा रही है। शहर में आए दिन हो रही वारदातें कर अपराधी मानो पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं। उनके हौसले इस कदर बढ़े हुए हैं कि गली में अपराधी किस्म के लोग मौजूद है। रायपुर में मकानों में ताले तोड़कर चोरी जैसी वारदातें अब आम हो गई है। रायपुर इन दिनों अवैध गतिविधियों का गढ़ बन गया है। छुटभैय्या नेताओं के संरक्षण में जमकर अवैध कारोबार खुलेआम धड़ल्ले से चल रहे है। जिसमें अवैध जुआ, सट्टा, अवैध शराब का कारोबार शामिल है।

अपराधी पुलिस को दे रहे चुनौती : इन दिनों अपराधी पुलिस को खुली चुनौती दे रहे हैं। खुलेआम शराब बिक्री सट्टा, जुआ का अवैध कारोबार चलते जा रहा है। अपराधियों के हौसले बढ़े हैं। अपराधियों के बढ़े हौसलों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस द्वारा अभियान चलाया जा रहा है।

कोरोना के लॉकडाउन में काफी आरोपियों की जमानत

कोरोना संकट की वजह से अपराध का ग्राफ गिर गया था। इस बीच जेल से पेरोल, जमानत पर सैकड़ों अपराधी छूटकर बाहर आए। वे भी लॉकडाउन की वजह से घर में दुबके रहे। इस कारण संगीन अपराध होने बंद हो गए थे। धीरे-धीरे हालात ठीक होने से बाजार खुलने लगे। सड़कों पर लोगों की आवाजाही के साथ बाजार में भी भीड़ बढ़ी है। प्रवासी मजदूर वापस लौटने लगे थे। इसके कारण पुलिस के सामने अब क्राउंड कंट्रोल करने के साथ क्राइम कंट्रोल करने की दोहरी चुनौती है। शहर में कई नए लोग आ गए है। इनकी पहचान करना आसान नहीं होगा। लिहाजा पुलिस की भूमिका बदल गई है। दूसरे राज्यों में छिपे आरोपियों को पकड़कर यहां लाना मुश्किल हो गया है।

अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ

अपराधियों का मनोबल काफी बढ़ा हुआ है जिससे लोग परेशान है। शराब के नशे में अपराधियों के इस बढ़े हुए मनोबल को समाप्त करने के लिए जिले में पुलिस आक्रामक रुख तैयार कर रही है, ताकि अपराधियों का मनोबल गिरे और उन पर पुलिस हावी हो सके। इसके लिए प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। अपराधियों पर लगाम लगाने तथा अपराध को कम करने के लिए अभियान भी चलाये जा रहे है।

सट्टा-जुआ और शराब का कारोबार धड़ल्ले से

रायपुर में कई जगह चल रहे सट्टे की दुकानों में जुआ, सट्टा लगा कर खर्च कर रहे हैं। जिले में कई जगह जुआ, सट्टा खुलेआम संचालित किया जा रहा है। जिससे अपराध अपने पैर पसार रहा है। वहीं शहर के बाहर चारों ओर कई ढाबे मौजूद है जिनमें 24 घंटे अवैध शराब बिक रही है। रात होते ही ढाबे रंग-बिरंगी लाइट से सज जाते है। युवा पीढ़ी का हुजूम उमडऩ़े लग जाता है। शाम होते ही ढाबों पर युवाओं के अलावा शराबियों की भीड़ जुट रही है। जिसमें खुलेआम शराब परोसी जा रही है। देर रात में नशे में धुत कई युवा नगर की सड़कों पर तेज गति से बाइक दौड़ा कर हो हल्ला करते हुए देखे जा सकते है। युवा ढाबों में शराब के प्याले लेकर धीमे जहर की ओर आगे बढ़ रहे है। युवा अब नशे के आदि हो रहे है। इससे अपराध की ओर भी कदम बढ़ा हैं। इसके अलावा जिले के आसपास कई जगह अवैध रूप से जुआ का कारोबार भी धड़ल्ले से जारी है। इसमें बाहर गांव से जुआ खेलने वाले दूर-दूर से आते हैं। शहर में अवैध रूप से चल रहे ये सारे कारोबार यहा की शांति में बाधक बने हुए है।

चोरी की वारदात होती तो पुलिस की कार्रवाई का ये तरीका

शहर में चोरी, हत्या, डकैती, लूट जैसे गंभीर मामलों का निकाल करने के लिए जिला में अलग से टीम भी बनाई गई है, लेकिन इस टीम को भी कोई विशेष सफलता नहीं मिल पा रही है। चोरी की घटना के बाद पुलिस अपने रिकॉर्डों से धूल झाडऩे लगती है और उन लोगों की तलाश होती है जिनका क्रिमिनल रिकॉर्ड थाने में दर्ज होता है, ऐसे लोगों को थाना लाकर पूछताछ करते हैं और सुराग नहीं मिलने पर छोड़ देते हैं। जिन घरों में चोरी होती है वहां जरूर दिखाने के लिए पुलिस वाले चार बार जाकर जताने का प्रयास करते हैं कि वे मामले को लेकर गंभीर हैं, इसके बाद घरवालों को ही मुखबिर बनाकर सूचना देने की हिदायत देकर अपना काम छोड़ देते है जिससे अपराधी पुलिस की पकड़ में नहीं आए पाते।

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