छत्तीसगढ़

रायपुर जिले में 11 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल खुलना प्रस्तावित

Nilmani Pal
22 Jun 2022 4:11 AM GMT
रायपुर जिले में 11 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल खुलना प्रस्तावित
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रायपुर। कलेक्टर सौरभ कुमार ने आज जिला कार्यालय के मीटिंग हॉल में जनदर्शन के माध्यम से जिले के दूर-दराज से आए नागरिकों, ग्रामीणजनों, महिलाओं की समस्याओं और शिकायतों को सुना और उनके त्वरित निराकरण करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। जनदर्शन में आज 33 नागरिकों और प्रतिनिधिमंडल ने अपनी समस्याएं बताई। सतनामीपारा गुढ़ियारी, रायपुर के जय सतनाम व्यायामशाला के युवाओं ने बताया कि यहां गरीब परिवार के बच्चों को वेट लिफिटंग का निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है। व्यायामशाला के सामने ठेले के रूप में चखना सेंटर चल रहा है, जिससे खिलाड़ियों और मोहल्लावासियों को बहुत दिक्कतें आ रहीं है। कलेक्टर ने खिलाड़ियों को आश्वस्त किया कि ठेले को हटाने की कार्रवाई की जाएगी।

ग्राम सिवनी (नारा) के श्री मनबोध सेन ने बताया कि उसे अपना कारोबर फिर से शुरू करने के लिए आर्थिक मदद की जरूरत है। कलेक्टर ने जिला लीड बैंक के माध्यम से उन्हें लोन दिलाने के निर्देश दिए। रायपुर के श्री विपिन गुप्ता ने बताया कि लॉकडाउन के कारण उनके स्वरोजगार में कठिनाई आई। वे अपने बच्चें को कक्षा 11वीं में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल में प्रवेश दिलाना चाहते हैं। कलेक्टर ने कहा कि रायपुर जिले में जल्द ही 11 स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट स्कूल खुलना प्रस्तावित है। उम्मीद है इससे अनेक बच्चों का एडमिशन इन स्कूलों में होगा।

जनदर्शन में ग्राम बाना की अश्वनी बाई यादव ने बताया कि उनके पति स्व. हेमंत यादव तहसील खरोरा में चेनमेन के पद पर थे, उनकी मृत्यु डेढ़ वर्ष पहले हो गई, लेकिन उनके पी.एफ और बीमा की राशि अभी तक नहीं मिली है। कलेक्टर ने इस संबंध में संबंधित अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करते हुए नियमानुसार देय राशि शीघ्र दिलाने के सख्त निर्देश दिए। सुदर्शन चौकसे ने अपने पुत्र का जाति प्रमाण पत्र बनवाने का आवेदन किया। कलेक्टर ने उन्हें आश्वस्त किया कि अगर दस्तावेज पूर्ण है तो उनका प्रमाण पत्र शीघ्र बनेगा।

जनदर्शन में एक महिला ने एक बच्चे को गोद लेने के लिए आवेदन दिया। कलेक्टर ने कहा कि यह पूरी प्रक्रिया नियमानुसार होती है और इसके लिए ऑनलाइन आवेदन करना होता है। उन्होंने इसके लिए आवेदिका को महिला एवं बाल विकास अधिकारी के पास भेजा जिससे उन्हें प्रक्रिया की सही एवं पूरी जानकारी मिल सकें। इसी तरह अनेक आवेदकों ने अपनी समस्याए बताई।

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