छत्तीसगढ़

होनहार अब बन गए अधिकारी: आस्था बनी डीएसपी, किसान पुत्र दिलीप नायब तहसीलदार, यशवंत का लेखा सेवा में चयन

Nilmani Pal
8 Sep 2023 4:27 AM GMT
होनहार अब बन गए अधिकारी: आस्था बनी डीएसपी, किसान पुत्र दिलीप नायब तहसीलदार, यशवंत का लेखा सेवा में चयन
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राजनांदगांव। शहर के जीवन कॉलोनी में रहने वाली आस्था शर्मा ने डीएसपी बन कर राजनांदगांव शहर और जिले का गौरव बढ़ाया है। सालभर पहले ही आस्था शर्मा महिला पर्यवेक्षक बन कर राजनांदगांव में ही पदस्थ हुई थी। खैरागढ़ से ग्राम परसाही के किसान का पुत्र दिलीप साहू नायब तहसीलदार बने। इसके अलावा शहर के ही यशवंत वर्मा का चयन राज्य अधीनस्थ लेखा सेवा में हुआ है। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग ने बुधवार को परीक्षा परिणाम जारी किया जिसमें इन तीन अभ्यर्थियों ने जिले का गौरव बढ़ाया है।

छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के द्वारा राज्य सेवा परीक्षा 2022 (छत्तीसगढ़ शासन के अधीनस्थ विभाग) के तहत 19 सेवाओं की कुल 210 पद विज्ञापित किए गए थे। प्रारंभिक परीक्षा के परीक्षा परिणाम के आधार पर आयोग द्वारा कुल 3095 अभ्यर्थियों का मुख्य परीक्षा के लिए प्रावधिक आधार पर चिन्हांकन किया गया था। राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2022 के लिखित परीक्षा का आयोजन 15, 16, 17 एवं 18 जून को किया गया। मुख्य परीक्षा के लिखित परीक्षा परिणाम के आधार पर कुल 625 अभ्यर्थियों को साक्षात्कार 24 अगस्त से 6 सितंबर तक चला। 625 अभ्यर्थियों में 2 अनर्ह 2 अभ्यर्थी अनुपस्थित थे। कुल 621 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार लिया। मुख्य परीक्षा के लिखित परीक्षा तथा साक्षात्कार में प्राप्त अंकों के कुल योग के आधार पर 621 अभ्यर्थियों की समेकित मेरिट सूची जारी की गई है।

आस्था को संघर्ष ने दिलाई सफलता

आस्था के पिता सहकारिता विभाग दुर्ग में ऑडिटर थे जो बालो जिले से सेवानिवृत्त हो चुके है। आस्था की माता गृहणी है साथ ही आस्था 5 भाई एवं बहनों में सबसे बड़ी है उनकी 3 छोटी बहने एवं 2 भाई भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहें है। उन्होंने महिला पर्यवेक्षक बनने के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखी और आज अपने संघर्ष से डीएसपी बनी है। परीक्षा के नतीजे आने के बाद उन्हें शहर के नेताओं और अफसरों ने उनके घर पहुंच कर बधाई दी उनकी हौसला अफजाई की। परिवार में हर्ष का माहौल बना हुआ है।

परिवार की जिम्मेदारी के साथ पढ़ाई की

राज्य अधीनस्थ लेखा सेवा में यशवंत वर्मा का चयन हुआ है। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी सुरेखा वर्मा का चयन दो साल पहले ही राजनांदगांव तहसील में नायब तहसीलदार के पद में हुआ था। इस दंपत्ती की एक संतान भी है। पत्नी अपने नौकरी में व्यस्त रहती इस दौरान बच्चे की देखभाल यशवंत वर्मा करते थे। इनकी शादी 2 साल पहले हुई शादी से पहले भी पत्नी-पत्नी परीक्षा की तैयारी में जुटे थे। पहले पत्नी ने सफलता अर्जित की और अब पती को सफलता मिली। यशवंत तिल्दा नेवरा के रहने वाले है उनके पिता किसान है। पत्नी की नौकरी के चलते वह यहां तैयारी कर रहे थे।

किसान पुत्र दिलीप बने नायब तहसीलदार

खैरागढ़ ब्लॉक के ग्राम दैहान (परसाही) से किसान के पुत्र नायब तहसीलदार बने है। दिलीप की माता मान बाई एवं पिता सुखदेव साहू खेती एवं मजदूरी करते है। दिलीप ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता, पिता, गुरु राघवेन्द्र सिन्हा को दिया है। दिलीप प्रारंभिक पढ़ाई प्राथमिक शाला दैहान, माध्यमिक शिक्षा परसाही, हाई स्कूल भंडारपुर एवं हायर सेकेंडरी प्रयास स्कूल रायपुर से हुई है। उनके चयन पर शिक्षक राघवेन्द्र सिन्हा, प्रधान पाठक लादूराम साहू, थानसिंह वर्मा, हेमराज वर्मा, तिलक नागपुरे, फत्ते लाल वर्मा सहित ग्रामीणों ने बधाई दी। पिता सुखदेव साहू ने कहा बेटे को किसानी, मजदूरी कर पढ़ाया है। सरपंच दिनेश्वरी दुलेश वर्मा ने कहा चयन होने से गांव में हर्ष है।

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