रायपुर। प्रदेश में महात्मा गांधी जी की 152 जयंती के अवसर पर 2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक मद्यपान निषेद्य सप्ताह का आयोजन किया गया। इस दौरान प्रदेश भर में कई कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को नशापान के बुरे प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया। समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने भारत माता वाहिनी योजना के तहत बालोद जिले में नशा मुक्ति रथ को रवाना किया। इसके साथ ही विभिन्न जिलों में कलेक्टरों द्वारा जागरूकता रथ को रवाना किया गया। शराब व्यसन मुक्ति अभियान के तहत ये रथ गांव-गांव घूम कर नशामुक्ति हेतु जनजागरूता लाएंगे। इस अवसर पर भारत माता वाहिनी दल की महिलाओं द्वारा भी जागरूकता रैली निकाली गई। योग आयोग के माध्यम से योग शिविर आयोजित कर नशापान से होने वाली बीमारियों के संबंध में लोगों को जानकारी दी गई और समझाया गया कि योग के माध्यम से जीवन को संयमित और स्वस्थ बनाया जा सकता है।
छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों के माध्यम से राजधानी रायपुर के विभिन्न चौक-चौराहों में नशे से दूर रहने की अपील की गई। इसके साथ ही संगोष्ठियों और जागरूकता रैली के माध्यम से लोगों को समझाया गया कि नशा व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक तौर पर नुकसान पहुंचाता है। परिवारों के बिखरने में नशा बहुत बड़ी भूमिका निभा रहा है। स्कूल और कॉलेजों में नशा उन्मूलन विषय पर सेमीनार और निबंध लेखन, रंगोली-चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।