छत्तीसगढ़

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जन्म दिवस की बधाई दी

Nilmani Pal
23 Aug 2023 5:29 AM GMT
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को जन्म दिवस की बधाई दी
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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को आज उनके जन्म दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने दूरभाष पर बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने बघेल को स्वस्थ, सुदीर्घ और खुशहाल जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं।

विनोद वर्मा के यहां ED रेड पर सीएम बघेल का ट्ववीट - आदरणीय प्रधानमंत्री जी एवं श्री अमित शाह जी! मेरे जन्मदिन के दिन आज आपने मेरे राजनीतिक सलाहकार एवं मेरे OSD सहित करीबियों के यहाँ ED भेजकर जो अमूल्य तोहफा दिया है, इसके लिए बहुत आभार.

एक नजर में जानिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को

जन्मतिथि - 23 अगस्त 1961,

पिता - नंदकुमार बघेल,

माता - स्व. बिंदेश्वरी बघेल

पत्नी - मुक्तेश्वरी बघेल,

संतान - चार (एक पुत्र - चैतन्य बघेल, तीन पुत्रियां)

शिक्षा - एम.ए. (पूर्व)

👉राजनीति में प्रवेश - सन 1985 में युवा कांग्रेस में सदस्य के रूप में भूपेश बघेल ने अपने सियासी करियर की शुरुआत की।

👉1990 से 1994 तक वह जिला युवा कांग्रेस कमेटी दुर्ग (ग्रामीण) के अध्यक्ष रहे।

👉सदस्य, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, महामंत्री, कार्यक्रम समन्वयक प्रदेश कांग्रेस छ.ग.,

👉1993 से 2001 तक मध्यप्रदेश हाउसिंग बोर्ड के निदेशक रहे।

👉विधानसभा चुनाव - वर्ष 1993 में पहली बार पाटन विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए और मध्यप्रदेश विधानसभा पहुंचे।

👉वर्ष 1998 में दूसरी बार पाटन विधानसभा क्षेत्र से बतौर विधायक चुने गए और तत्कालीन दिग्विजय सिंह सरकार में राज्यमंत्री, मुख्यमंत्री से संबद्ध, जनशिकायत निवारण (स्वतंत्र प्रभार), म.प्र. शासन नियुक्त किए गए। 1999 में परिवहन मंत्री नियुक्त किए गए।

👉नवंबर 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद, वे छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बने, और छत्तीसगढ़ शासन के तहत मंत्री, राजस्व पुनर्वास, राहत कार्य, सार्वजनिक स्वास्थ्य यांत्रिकी के रूप में नियुक्त किए गए। वे उसी सीट से 2003 के राज्य चुनाव में फिर से विधायक बने।

चुनावी हार:-

👉2008 के चुनाव में पाटन विधानसभा सीट हारे। 2009 में रायपुर से संसदीय चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।

फिर लौटे सदन में:-

👉2013 के चुनाव में फिर से पाटन विधानसभा सीट जीता, और छत्तीसगढ़ विधानसभा की कार्य समिति के सदस्य बने।

2014-15 में वह लोक लेखा समिति लोक लेखा समिति, छत्तीसगढ़ शासन के सदस्य बने।

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष:-

👉भूपेश बघेल अक्टूबर 2014 से जून 2019 तक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष थे। राज्य के कई शीर्ष कांग्रेस नेता जैसे महेन्द्र कर्मा, विद्याचरण शुक्ल, नंद कुमार पटेल और 28 अन्य लोग दरभा घाटी में 2013 के नक्सली हमले में शहीद हुए ।

👉बघेल ने राज्य में पार्टी को पुनर्जीवित करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे अंतागढ़ विधानसभा उपचुनाव ऑडियो टेप कांड के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और उनके बेटे अमित जोगी कांग्रेस पार्टी से अलग करने में कामयाब रहे।

👉उनकी अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने 2018 छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल की।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री -

👉15 वर्षों तक छत्तीसगढ़ राज्य विधानसभा में विपक्ष का नेतृत्व करने के बाद, बघेल फिर से पाटन विधानसभा सीट से विधायक बने और भाजपा के डॉ. रमन सिंह की सरकार को हराकर राज्य के तीसरे मगर पहले निर्वाचित मुख्यमंत्री बने। उन्होंने 17 दिसंबर 2018 को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनकी जगह कोण्डागांव विधायक मोहन मरकाम को जून 2019 में पीसीसी अध्यक्ष बनाया गया।

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