अंबिकापुर। 14 फरवरी को यूं तो प्रेम दिवस या वैलेंटाइन डे के रूप में जाना जाता है। इस दिन हर प्रेमी जोड़ा अपने प्रेम का इजहार करता है। लेकिन इस प्रेम दिवस को इलाके वाले अलग ही ढंग से मनाने जा रहे है। आज इलाके की जनता अपना प्यार मुख्यमंत्री के समक्ष जाहिर करने की तैयारी में है और वो प्यार भी याद दिलाने जा रही है जो शायद मुख्यमंत्री जी भूल गए है।
दरअसल सरगुज़ा की गैर राजनीतिक मंच सड़क सत्याग्रहियों के द्वारा आज एक खास आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत ये लोग रैली निकाल कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम प्रेम की पाती सौपेंगे। प्रेम इजहार के लिए प्रेम पत्र की जरूरत क्यो पड़ी ये बड़ा सवाल है। इसका जवाब ये है कि सरगुज़ा की सड़कें बेहद खस्ताहाल है। इस इलाके में रेल और वायु सेवा का अभाव है जिसे देखते हुए सड़को को ही लाइफ लाइन माना जाता है।
सड़क सत्याग्रहियों का कहना है कि सरगुज़ा संभाग की जनता ने मुख्यमंत्री से प्रेम जताते हुए सभी सीटे उनकी झोली में डाल दी। मगर जब से भूपेश बघेल मुख्यमंत्री बने है उनकी तरफ से वो प्रेम दिखाई नहीं दे रहा है, जिससे सरगुज़ा वंचित है। मुख्यमंत्री के इसी खोए हुए प्रेम के नहीं मिल पाने के कारण संभाग के विकास रुका पड़ा है, सड़के बदहाल है, शिक्षा का स्तर बिगड़ता जा रहा है। सरगुज़ावासी मूलभूत सुविधाओं से भी वंचित है। यही कारण है कि बजट में सरगुज़ा के लिए सौगात देने की मांग लोगों ने की है। ताकि सरगुज़ा की तश्वीर बदल सके। प्रेम इजहार का ये तरीका काफी अनूठा है और इसका प्रयास भी एकल नहीं बल्कि जन समुदाय से जुड़ा है। ऐसे में देखना होगा कि आखिर सरगुज़ा की जनता के प्रेम पत्र का जवाब मुख्यमंत्री कैसे देते है।