छत्तीसगढ़

Monsoon पर भविष्यवाणी, 27 जून से झमाझम बरसेंगे बादल

Nilmani Pal
23 Jun 2024 1:11 AM GMT
Monsoon पर भविष्यवाणी, 27 जून से झमाझम बरसेंगे बादल
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दिल्ली/रायपुर Delhi/Raipur। लाखों लोगों को चिलचिलाती गर्मी का सामना कर पड़ा रहा है। किसानों को सिंचाई के लिए अपने खेतों में पानी का इंतजार है। इस बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग IMD ने अपने नए पूर्वानुमान में कहा है कि मॉनसून 3 जुलाई तक पूरे देश में फिर से बढ़ना शुरू करेगा और उत्तर-पश्चिम भारत में बरसने लगेगा। इससे दिल्ली के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा जैसे कृषि प्रमुख राज्य शामिल हैं। आपको बता दें कि 11 जून के बाद से मॉनसून Monsoon की रफ्तार सुस्त हो चुकी है। गुरुवार को मध्य भारत के कुछ हिस्सों में ही यह थोड़ा आगे बढ़ी है।

rain news पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव एम रविचंद्रन ने कहा, "हमें जुलाई के पहले सप्ताह के आसपास अच्छी रिकवरी की उम्मीद है और जून से हुई कमी उस अवधि के दौरान पूरी हो जाएगी।" अगले 3-4 दिनों के दौरान मॉनसून के गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, गंगा के तटीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों, झारखंड के कुछ हिस्सों, बिहार के कुछ और हिस्सों और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ने की उम्मीद है। मौसम एजेंसी ने यह बी भविष्यवाणी की है कि 27 जून से यह उत्तर-पश्चिम और मध्य भारत में जोर पकड़ेगा।

IMD आईएमडी के पूर्वानुमान में कहा गया है, "इस दौरान पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र और पश्चिमी राजस्थान को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में बारिश की गतिविधि सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।" आईएमडी ने यह भी कहा है कि वर्तमान में अल नीनो-दक्षिणी दोलन (ईएनएसओ) की स्थितियां बनी हुई हैं। अगस्त के आसपास ला नीना विकसित होने की उम्मीद है। अल नीनो भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र का चक्रीय वार्मिंग है, जो दुनिया भर के मौसम पर एक व्यापक प्रभाव डालता है। भारत में यह आमतौर पर कमजोर मॉनसून के मौसम का कारण बनता है। ला नीना इसके विपरीत घटना है। इसके कारण भारतीय उपमहाद्वीप में अधिक बारिश होती है।

chhattisgarh news मौसम विज्ञानी एम राजीवन ने कहा, "मॉनसून फिर से सक्रिय हो रहा है। जुलाई के पहले सप्ताह तक मॉनसून आ जाएगा। हमें अगले 2-3 सप्ताह तक अच्छी बारिश की उम्मीद करनी चाहिए। सामान्य से अधिक मॉनसून वाली बारिश होगी। हमें अगस्त में ला नीना के कारण सामान्य से अधिक बारिश की उम्मीद करनी चाहिए।"

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