कोरबा। राज्य शासन द्वारा कटघोरा में अपर कलेक्टर की पदस्थापना करने से क्षेत्र के लोगों को सहूलियत होने लगी है। साथ ही नागरिकों के समस्याओं के निराकरण में भी तेजी आई है। क्षेत्र के लोगों के जरूरी काम अब कोरबा के बदले कटघोरा में ही संपन्न होने लगे है। इसी तारतम्य में कटघोरा में नवपदस्थ अपर कलेक्टर श्री विजेंद्र पाटले ने प्राकृतिक आपदा में जान गवाने वाले पांच मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपए की क्षतिपूर्ति सहायता राशि स्वीकृत की है। क्षतिपूर्ति की राशि पीड़ित परिवार के वारिस/ मुखियों के बैक खाते में ट्रांसफर की कार्रवाई की जा रही है। सहायता राशि मिलने से परिजनों को दुख की घडी में आर्थिक राहत मिलेगी। आर्थिक सहायता राशि की स्वीकृति राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के प्रावधान के तहत प्रदान की गई है। हरदीबाजार तहसील अंतर्गत कसियाडीह मोहल्ला झांझ निवासी छत्तु राम जगत की गरियामुड़ी तालाब के पानी में डूबने से मृत्यु हो गई थी। इस प्रकरण में मृतक की पुत्री बेदिन बाई नेताम को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने की स्वीकृति दी गई है। पोड़ी-उपरोड़ा तहसील अंतर्गत ग्राम तुलबुल निवासी हर्षिता यादव की सर्पदंश से मृत्यु हो गई थी। इस प्रकरण में उसके पिता रामचंद्र यादव को चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की स्वीकृति दी गई है। कटघोरा तहसील अंतर्गत ग्राम घनाकछार निवासी अदिति यादव की सर्पदंश से मृत्यु हो गई थी। इस प्रकरण में उसकी माता सुनीता यादव को चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता की स्वीकृति प्रदान की गई है। पोड़ी उपरोड़ा तहसील के ग्राम घोघरा पारा कोनकोना निवासी देव प्रसाद की तान नदी के पानी में डूबने से मृत्यु हो गई थी। इस प्रकरण में उसकी पत्नी रमेश बाई को चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की स्वीकृति दी गई है। पोड़ी उपरोड़ा तहसील अंतर्गत ही ग्राम बंजारी निवासी कमल कुमार की महान नदी के पानी में डूबने से मृत्यु हो गई थी। इस प्रकरण में उनके पिता जयकरण उकेश को चार लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने की स्वीकृति दी गई है।
अपर कलेक्टर कटघोरा श्री पाटले ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सहायता राशि स्वीकृत कराने के लिए जिला प्रशासन द्वारा त्वरित कार्यवाही की गयी है । मृतकों के मृत्यु के संबंध में संबंधित तहसीलदारों द्वारा पटवारी प्रतिवेदन, पंचनामा, शव परीक्षण, नजरी नक्शा, अकाल एवं आकस्मिक मृत्यु सूचना पंजी एवं संबंधित थाना का मर्ग प्रतिवेदन एवं शपथ पूर्वक बयान प्रस्तुत किया गया। साथ ही प्राकृतिक आपदा में जनहानि होने पर चार लाख रुपए की दर से सहायता राशि स्वीकृत करने की अनुशंसा की गयी। संबंधित अनुविभागीय अधिकारियों के प्रतिवेदन पश्चात राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के तहत मृतकों के परिजनों को क्षतिपूर्ति के रूप में पांच प्रकरणों में कुल 20 लाख रुपए की सहयोग राशि प्रदान करने की स्वीकृति दी गई है।