पोस्ट ऑफिस घोटाले मामले का मास्टरमाइंड छिंदवाड़ा से गिरफ्तार

रायपुर। छ्त्तीसगढ़ के बहुचर्चित पोस्ट ऑफिस घोटाले के फरार आरोपी आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता पाई है. मामले का मास्टर माइंड पहले ही खुदकुशी कर चुका है, वहीं एक आरोपी फरार है. करोड़ों रुपए के घोटाले में शामिल आरोपी प्रीतम सिंह ठाकुर को सरस्वती नगर पुलिस ने छिंदवाड़ा, मध्यप्रदेश से गिरफ्तार किया है. घोटाले का मास्टरमाइंड भूपेंद्र पांडे पहले ही खुदकुशी कर चुका है, वहीं मास्टर माइंड की पत्नी आकांक्षा पांडे अभी भी फरार है. दोनों पति-पत्नी ने साल 2014 से 2021 के बीच पोस्ट ऑफिस का एजेंट बनकर फर्जी पासबुक के जरिए 10 करोड़ से अधिक का गबन किया था.
ये है पूरा मामला
रायपुर निवासी स्व. भूपेन्द्र पांडेय और उनकी पत्नी आकांक्षा डाकघर रायपुर के एजेंट थे। इन लोगों ने कुछ साल पहले अपने परिचितों और अन्य लोगों से संपर्क कर उन्हें डाक विभाग की फिक्स डिपोजिट योजना के बारे में जानकारी दी। इसमें ज्यादा से ज्यादा मुनाफे का लालच देकर बहुत से लोगों से करोड़ों रुपये जमा करा लिए। सभी ने पैसों के लालच में काफी रकम लगाई। कई लोगों ने सेवानिवृत्त होने के बाद जमा पूंजी लगा दी। उन्हें एजेंट दंपती रसीद भी देते रहे।
2020 में भूपेन्द्र ने बिलासपुर में रेल से काटकर आत्महत्या कर ली। इसके कुछ समय बाद लोगों को चिंता हुई तो डाकघर से संपर्क किया। यहां पता चला कि किसी का कोई पैसा जमा नहीं हुआ है। इस तरह करोड़ों रुपये का गोलमाल किया गया। 2021 में पीड़ितों ने रायपुर के सरस्वती नगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसे निरस्त कराने आकांक्षा ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई। जस्टिस पीपी साहू ने इसे खारिज कर दिया था। इसके बाद से फरार चल रही आरोपित ने हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत लगाई।
