रायपुर। राष्ट्र-संत ललितप्रभ जी महाराज ने कहा कि जीवन को सुंदर बनाने के लिए हमें नो नेगेटिव बी पॉजिटिव का मंत्र अपनाना चाहिए। परिवर्तन प्रकृति का नियम है। जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहेंगे। अगर हम पॉजिटिव रहेंगे तो परिवर्तन में भी प्रसन्नता बरकरार रहेगी, नहीं तो छोटी-सी प्रतिकूलता हमें बेचैन कर जाएगी। आखिर क्या कारण है कि शादी के पहले दिन जो कमरा गुलाब के फूल और परफ्यूम से सजा होता है, शादी के कुछ साल बाद उसी कमरे में झंडू बाम और हरा बाम आ जाता है।
संत प्रवर शुक्रवार को गुढ़ियारी जैन श्री संघ एवं सकल समाज द्वारा मारुति मंगलम में आयोजित प्रवचन तीन दिवसीय प्रवचन माला के शुभारंभ पर सैकड़ों श्रद्धालु भाई बहनों को संबोधित कर रहे थे। संतप्रवर ने कहा कि भोजन करते समय सब्जी फीकी निकल जाए तो गुस्सा करने की बजाय सोचें कि आज मुझे व्रत करने का लाभ मिल गया, सब्जी तीखी या ज्यादा मिर्ची वाली आ जाए तो हो-हल्ला न करें, दही मिला लें और रोटी-दाल में कुछ गड़बड़ हो जाए तो आगबबूला होने की बजाय यह सोच कर खा लें कि मुझे कम-से-कम भोजन तो मिला, दुनिया में लाखों लोगों को तो दो वक्त का भोजन भी नसीब नहीं होता है, पत्नी गुस्सैल है तो सोचें कि मुझे कम-से-कम पत्नी तो मिली दुनिया में हजारों लोग कुँवारे ही घूम रहे हैं। व्यापार में घाटा लग जाए तो सोचें कि कमाते तो हर साल हैं घाटा तो केवल इस बार लगा है। बहू से गलती हो जाए तो सोचें कि मेरी बेटी से भी तो गलतियाँ हो जाती थी और सास डांट लगा दे तो सोचें कि मेरी माँ भी तो मुझे कभी-कभी डांट दिया करती थी। इस तरह बी पॉजिटिव का एक अकेला मंत्र हमारे जीवन की सौ-सौ समस्याओं का समाधान करने में सक्षम है।
इससे पूर्व डॉ मुनि शांतिप्रिय सागर ने कहा कि जीवन में विपरीत परिस्थिति आना पार्ट ऑफ लाइफ है लेकिन उसमें भी मन में शांति और चेहरे पर मुस्कान रखना आर्ट ऑफ लाइफ है।
इससे पूर्व राष्ट्रसंतों के गुढ़ियारी पहुंचने पर सकल समाज के सैकड़ों श्रद्धालु भाई बहनों द्वारा शोभायात्रा के साथ धूमधाम से स्वागत किया गया।शनिवार को सुबह 9:00 बजे होंगे प्रवचन-अध्यक्ष नरेंद्र पारख ने बताया कि राष्ट्रसंतों के शनिवार को सुबह 9 बजे गुढ़ियारी के मारुति मंगलम में विशेष प्रवचन और सत्संग का आयोजन होगा।