छत्तीसगढ़

मीडिया वालों को धमकी और मारपीट मामले में पुलिस का दोहरा रवैया

Admin2
1 July 2021 6:19 AM GMT
मीडिया वालों को धमकी और मारपीट मामले में पुलिस का दोहरा रवैया
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एक दिन पहले पत्रकार से मारपीट मामले में गिरफ्तारी

अखबार मालिक को धमकाने के मामले में तीन दिन बाद भी कार्रवाई नहीं

मुख्यमंत्री और गृहमंत्री मामले को स्वत: संज्ञान में लें कि

अखबार मालिक और पत्रकार को असामाजिक तत्व खुलेआम

धमकी दे रहे, और पुलिस इन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही

पत्रकार से मारपीट के मामले में त्वरित एक्शन

न्यू गायत्री नगर में मंगलवार रात 11.30 बजे आधा दर्जन युवकों ने पत्रकार के घर घुसकर तोडफ़ोड़ और मारपीट की। बुजुर्ग मां और पत्नी को बचाने पहुंचे पत्रकार पर भी युवकों ने हमला कर दिया। उन्होंने घेरकर उनकी पिटाई की। हमलावरों में महिलाएं भी शामिल थी। पुलिस ने देर 7 आरोपियों पर बलवा और घर घुसकर मारपीट करने का केस दर्ज किया है। बुधवार को पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पुलिस ने आरोपी मुकेश सिंह समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें दो महिलाएं है। दोनों महिलाओं को जमानत मिल गई है। मुकेश और उसके रिश्तेदार को जेल भेज दिया है। दो फरार है। पुलिस के अनुसार मुकेश मार्केटिंग का काम करता है।

रायपुर (जसेरि)। मीडिया वालों पर हमले और धमकी के मामले में पुलिस की दोहरा रवैया सामने आ रही है। पुलिस ने एक पत्रकार से मारपीट के मामले में जहां त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया वहीं एक अखबार के मालिक को धमकाने के मामले में तीन दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है जबकि आरोपी लगातार मोबाइल से लगातार अखबार मालिक को देख लेने की धमकी दे रहा है। सिविल लाइन पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद मामले में कोई कार्रवाई नहीं की है। गौरतलब है कि राजधानी में एक ओर अपराध जहां बढ़ रहे है वही अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए है कि वे अखबार नवीशों को भी धमकाने लगे है। इससे बिगड़ते कानून व्यवस्था और कमजोर पोलिसिंग की पोल खुल रही है अपराधियों और अवैध कारोबारियों की हिमाकत इतनी बढ़ गयी है कि वे अब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर भी हमला करने लगे है। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में जुआ-सट्टा, मादक पदाथर्थों की तसकरी में लिप्त लोगों को पुलिस और कानून का जरा भी भय नहीं रहा। इसके पीछे इन तत्वों को सफ़ेद पोश और राजनीतिक संरक्षण मुख्य वजह है।

दो दिन पहले प्रेस में बलात प्रवेश कर दी धमकी : जनता से रिश्ता प्रेस दफ्तर के बाहर हंगामा करने वाले सिद्धू दादा और उसके 2 साथियों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। ये मामला बीती रात 10 बजे की है जहा इंद्रावती कालोनी स्थित जनता से रिश्ता प्रेस के बाहर रवि साहू के गुर्गे ने आकर प्रेस के मालिक व प्रबंध संपादक को मोबाइल में कॉल करके धमकी दी और प्रेस के बाहर आकर मिलने की बात कही। ये गुर्गा रायपुर का बहुत ही पहुंचा हुआ और चर्चित मौदहापारा का गुंडा दादा है जो कि पहले भी कई बार ह्त्या, नकली नोट तस्करी और वसूली जैसे संगीन अपराधों में जेल जा चुका है।

रवि साहू के गुर्गे सक्रिय : अवैध कारोबार करने वालो के हौसले अब इतने बुलंद हो चुके है कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को भी अब खबर ना लगवाने की बात करने से जरा सा भी नहीं हिचकिचा रहे है। रवि साहू का ऐसा ही एक गुर्गा सिद्धू दादा जो प्रेस मालिक को उसके खिलाफ खबर नहीं लगाने की बात कहकर धमकी चमकी दे रहा था उसके खिलाफ सिविल लाइन थाने में एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। लगातार जनता से रिश्ता प्रेस ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ होने का फर्ज निभाया है, नशे के कारोबार के खिलाफ हमेशा से ही अपने समाचार पत्र के जरिए ख़बरें प्रकाशित की है। रवि साहू का कारोबार इतना बढ़ गया है कि अगर पुलिस उसको गिरफ्तार भी कर लेती है तो उसके बाद भी उसके गुर्गे उसका कारोबार चलाते है।

सुरक्षा गार्ड ने थाने में कराई एफआईआर: प्रेस मालिक के सुरक्षा गार्ड ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। उसने पुलिस को बताया कि 28 जून की रात 9.45 बजे सिद्धू दादा के साथ दो अन्य साथी जनता से रिश्ता प्रेस के परिसर में आकर प्रबंध संपादक से मिलने के लिए ऑफिस में बलात प्रवेश करने की कोशिश किये जिन्हे रोकने पर आरोपी सिद्धू ने गार्ड के साथ अश्लील गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। गार्ड द्वारा प्रेस मालिक से नहीं मिलने देने की बात पर गुस्से में सिद्धू और उसके साथी वाद-विवाद पर उतर आए। इतना ही नहीं बल्कि सिद्धू ने तो जनता से रिश्ता प्रेस के मालिक व प्रबंध संपादक को कॉल करके कहाँ हो... मिल क्यों नहीं रहे हो... ऐसा ना, इस तरह की बातें कहकर अभद्र तरीके से बातचीत कर धमकी दी। इस कथन के आधार पर पुलिस ने 3 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 506, 451 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।

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