सूनसान इलाकों के साथ बाजारों में चौकसी बढ़ाने पर जोर
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी में मारपीट और चाकूबाजी की घटनाओं को रोकने सूनसान इलाकों के साथ-साथ भीड़ भरे बाजारों में लगातार गश्त होगी। पुलिस की लगातार सड़क पर मौजूदगी से चाकूबाजों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव डालने का प्रयास किया जाएगा, ताकि वे अपराध करने से डरें। इसके लिए थाना पुलिस के साथ क्राइम प्रिवेंशन पेट्रोलिंग (सीपीपी)की टीम संयुक्त रूम अभियान चलाएगी। ये टीम गश्त करने के साथ उन बदमाशों की जानकारी भी रखेगी जो चाकूबाजी की घटना में पकड़े जा चुके हैं।
गश्त के दौरान उन्हें ये जानकारी भी रहेगी कि चाकूबाज बदमाश कहां और किन गतिविधियों में हैं। लगातार पेट्रोलिंग और ऐसे बदमाशों की जानकारी रखने से घटनाओं में कमी आएगी। एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बुधवार को सीसीपी की बैठक ली।
इसमें सीएसपी और सीपीपी में पदस्थ स्टॉफ को बुलाया गया था। उन्होंने बताया कि अफसरों को सब डिविजन में कैसे काम करना चाहिए? क्या फोकस होना चाहिए? कैसे क्राइम को रोका जा सकता है? इसे लेकर निर्देश दिया गया है। सीपीपी को सूनसान इलाके में गश्त करनी चाहिए। बाजारों में लगातार गश्त करनी चाहिए। अड्डेबाजी, वारंटी और असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने को कहा गया है। सीपीपी में अच्छा काम करने वाले स्टाफ को सम्मानित भी किया जाएगा। ज्ञात हो कि थानों की पेट्रोलिंग के अलावा शहर में सीएसपी की अलग पेट्रोलिंग चल रही है। एसएसपी ने हर सीएसपी को पेट्रोलिंग टीम दी है, जो सीधे उन्हें रिपोर्टिंग करती है। सीएसपी पूरे सब डिविजन में घूमती है।
वारंटियों को पकडऩे छापेमारी, 12 साल से फरार वारंटी गिरफ्तार
राजधानी में बुधवार को फरार वारंटियों को पकडऩे अभियान चलाया। वारंटियों के पते पर छापेमारी की। कोतवाली पुलिस ने कार्रवाई के दौरान 12 साल से फरार वारंटी को गिरफ्तार किया है। उसकी पुलिस कई सालों से तलाश कर रही थी। आरोपी लगातार फरार चल रहा था। वहीं 7 साल से फरार वारंटी को भी पकड़ा गया है। 24 घंटे की कार्रवाई में पुलिस ने 80 वारंटी को पकड़ा है।हालांकि अब भी कई वारंटी फरार है। पुलिस अफसरों ने बताया कि कोतवाली इलाके में रहने वाले एक वारंटी के खिलाफ 2010 में गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। उसी समय से वह फरार था। पुलिस उसकी तलाश कर रही थी। कई बार उसके मकान में छापा मारा गया, लेकिन वह नहीं मिला। कोर्ट ने उसे वांटेड घोषित किया था। अभियान के दौरान जांच के लिए उसके मकान में गई। वह सो रहा था। पुलिस को देखकर भागने की कोशिश की। पुलिस ने दौड़कर पकड़ लिया। इसी तरह 80 लोगों को पकड़कर कोर्ट पेश किया। कुछ लोगों को जेल भेज दिया गया।