अंबिकापुर। हत्या जैसे संगीन वारदात में आरोपितों को पकड़ने में सहयोग करने वाली सरगुजा पुलिस की ट्रैकर डाग डाली की अचानक मौत हो गई। इस घटना से डाग हैंडलर भी हतप्रभ है।वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर उसका पोस्टमार्टम कराया गया है ताकि मौत का कारण स्पष्ट हो सके। बेहद चतुर और घटनाओं के बाद छानबीन में निपुण डाली की असामयिक मौत से उसकी देखभाल करने वाले पुलिस कर्मी भी कुछ बता पाने की स्थिति में नहीं है।
जानकारी के मुताबिक सातवीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल भिलाई से प्रशिक्षित ट्रैकर डाग को सरगुजा पुलिस को आबंटित किया गया था।रक्षित केंद्र के जिम्मे उसकी देखभाल होती थी। बकायदा उसकी देखभाल के लिए पुलिसकर्मी भी नियुक्त किए गए थे जो उसकी सारी जरूरतों को पूरा करते थे।उसका नाम डाली रखा गया था। सरगुजा जिले में हत्या जैसी संगीन वारदातों में डोली अहम सुराग देने में पुलिस की मदद करती थी दरिमा थाना क्षेत्र में हुए दोहरे हत्याकांड में भी इस खोजी कुत्ते ने पुलिस को ऐसा सुराग दिया था जिससे आरोपी पकड़ में आए थे । शनिवार की शाम लगभग 6:30 बजे रोज की तरह उसे भोजन दिया गया।बाद में उसे डाग केनल(कुत्ते को रखने की जगह)में रख दिया गया था।वह पूरी तरह से सुरक्षित थी।लगभग एक घण्टे बाद उसकी देखभाल करने वाला आरक्षक जब उसे घुमाने के लिए बाहर ले जाने पहुंचा तो देखा कि उसकी मौत हो चुकी है.