इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की पाइप लाइन में सेंधमारी कर दो महीने से की जा रही क्रूड ऑयल चोरी के मामले में बगड़ी नगर थानाप्रभारी गोपाल विश्नोई की भी मिलीभगत थी. स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम ने गोपाल विश्नोई को भी गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में यह 14वीं गिरफ्तारी है. थानाप्रभारी को आज कोर्ट में पेश किया गया है. इस मामले में पहले ही गिरफ्तार किये जा चुके क्रूड तेल गिरोह के सरगना हरिपुर निवासी सुखदेव सिंह रावत की थानाप्रभारी गोपाल विश्नोई के साथ सांठगांठ थी. एसओजी ने तेल चोर गिरोह और थानेदार के बीच दलाल की भूमिका निभाने के शक में रायपुर के एक पत्रकार को भी हिरासत में लिया है. उससे भी गहनता से पूछताछ की जा रही है.
एसओजी की जांच में सामने आया कि इस सांठगांठ का खुलासा 20 जनवरी को ही जाता था. उस समय बगड़ी थाने के स्टाफ ने तेल का एक टैंकर पकड़ा था. लेकिन थानाप्रभारी गोपाल विश्नोई ने यह कहकर टैंकर को छुड़वा दिया कि इसमें जला हुआ बेकार ऑयल है. आईओसी की मथुरा-कांडला तेल पाइप लाइन में बगड़ी नगर थाना इलाके के देवली हुल्ला गांव के पास एक खेत में सेंध लगाकर वॉल्व लगाया गया था. तेल चोर गिरोह यहां से पाइपलाइन के जरिये क्रूड ऑयल की चोरी को अंजाम दे रहा था. यहां से दिसंबर से जनवरी के बीच लाखों लीटर क्रूड ऑयल चुराकर टैंकरों में भरकर बेचा जा चुका है.
इस कार्य को सुखदेव सिंह पूरे गिरोह के साथ मिलकर अंजाम दे रहा था. उसने गुजरात, मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र के कुख्यात तेल चोर गिरोह से संपर्क कर अपनी गैंग बना रखी थी. इस गैंग की पहली कड़ी गत 27 जनवरी की रात को पकड़ में आई थी जब रायपुर पुलिस ने बर के पास खाली टैंकर को पकड़ा था. इंदौर निवासी आरिफ की गिरफ्तारी के बाद चंडावल के पास होटल से वडोदरा व सूरत के कुख्यात तेल चोर कुंदन मिश्रा, जयेश भाई उर्फ मोदी और राकेश फ्रांसिस को गिरफ्तार किया गया था.
पुलिस ने देवली हुल्ला गांव में राजेंद्रसिंह राजपूत के खेत में दबिश देकर क्रूड तेल चोर गिरोह के सरगना सुखदेव सिंह रावत और खेत मालिक राजेंद्र सिंह समेत सात आरोपियों को पकड़ा था. सुखदेव नकबजनी व हथियार तस्करी के मामलों में पहले से नामजद आरोपी है. गिरोह ने दो माह में 50 से 60 टैंकर क्रूड ऑयल चुराकर बेच डाले. इनकी कीमत लाखों रुपये में है. उनकी इस कार्य में बगड़ी नगर थानाप्रभारी सहयोग करता था.