छत्तीसगढ़

पुलिस ने किया इंटीरियर डिजाइनर मामले में खुलासा, किराएदार निकला अपहरण का मास्टरमाइंड

Nilmani Pal
6 Jun 2023 11:58 AM GMT
पुलिस ने किया इंटीरियर डिजाइनर मामले में खुलासा, किराएदार निकला अपहरण का मास्टरमाइंड
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रायपुर। पुलिस ने इंटीरियर डिजाइनर मामले में खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि प्रार्थी उपेन्द्र साव ने थाना डी.डी.नगर में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह ग्राम बरनईदादार थाना सांकरा जिला महासमुंद का रहने वाला है तथा वर्तमान में सिद्धार्थ आशटकर के हास्टल डंगनिया बाजार के पीछे रायपुर में रहता है एवं उसके इंटीरियर पेराडाइस वालपेपर शाप डंगनिया मोड में लगभग 05 माह से काम कर रहा है। दिनांक 02.06.2023 को रात्रि लगभग 08.25 बजे दुकान मालिक सिद्धार्थ आशटकर घर चले गये थे एवं प्रार्थी दुकान बंद कर रहा था तभी दो ग्राहक दुकान में वालपेपर देखने आये और दुकान मालिक सिद्धार्थ आशटकर को पूछे तो प्रार्थी द्वारा बताया गया कि घर चले गये है, तब ग्राहक द्वारा सिद्धार्थ आशटकर को फोन लगाकर बुलाये जिस पर वह दुकान आये और ग्राहक को वालपेपर दिखाये, ग्राहक वालपेपर पसंद कर चले गये। उनके जाने के बाद दोनों लगभग 08.50 बजे दुकान बंद कर रहे थे तभी एक स्लेटी कलर का कार दुकान के सामने आकर रूकी जिसमें से तीन व्यक्ति उतरे और दुकान के अंदर आ गये। सिद्धार्थ आशटकर एवं प्रार्थी उन्हें ग्राहक समझकर उनके पीछे दुकान के अंदर आये तब तीन व्यक्ति में से एक व्यक्ति दुकान का आलमारी व दराज को टटोलने लगा और सामान को फेंकने लगा। सिद्धार्थ आशटकर द्वारा क्या हो गया, क्यों एसे कर रहे हो कहने पर तीनों बताते है कहकर प्रार्थी को भी धमकी देकर एक किनारे खडे रहने बोले और प्रार्थी के मेाबाईल फोन को ले लिये तभी एक व्यक्ति सिद्धार्थ आशटकर को पकडकर खींच रहा था जिसे सिद्धार्थ रोक रहा था तो तीनों लोग मिलकर छीना झपटी करते हुये बल पूर्वक सिद्धार्थ आशटकर को खींचते हुये दुकान से बाहर ले जाकर अपनी कार में डालकर डंगनिया तरफ कार से चले गये तब प्रार्थी सिद्धार्थ आशटकर के घर जाकर घटना के बारे में उसके घर वालों को बताया। जिस पर अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध थाना डी.डी.नगर में अपराध क्रमांक 279/23 धारा 365, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर अभिषेक माहेश्वरी के नेतृत्व में रायपुर पुलिस की अलग - अलग टीमों द्वारा रायपुर जिले के कई स्थानों में नाकेबंदी पाईंट लगाया गया। इसके साथ ही एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना डी.डी.नगर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा प्रार्थी एवं अपहृत के परिजनों से घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ करने के साथ ही प्रार्थी से आरोपियों के हुलिये व उनके द्वारा उपयोग किये गये चारपहिया वाहन के संबंध में भी पूछताछ कर जानकारी नाकेबंदी में लगी टीमों को साझा कर अज्ञात आरोपियों को पकड़ने के हर संभव प्रयास किये जा रहे थे। रायपुर पुलिस द्वारा घटना की जानकारी सरहदी एवं आसपास के जिलों में भी साझा कर अज्ञात आरोपियों को चिन्हांकित कर गिरफ्तार करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान पुलिस की कड़ी नाकेबंदी व अपहृत की लगातार पतासाजी को देखते हुए आरोपियों द्वारा दबाव में आकर अपहृत सिद्धार्थ आशटकर को कवर्धा जिले के दशरंगपुर में छोड़कर फरार हो गये। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा अपहृत सिद्धार्थ आशटकर को सकुशल कवर्धा जिला के दशरंगपुर से बरामद किया गया।

एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा थाना डी.डी.नगर पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा अपहृत सिद्धार्थ आशटकर से घटना व आरोपियों के संबंध में विस्तृत पूछताछ करते हुए अपहरणकर्ताओं द्वारा अपहृत को जिन - जिन मार्गो से ले जाया गया था उन मार्गो में लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण करने सहित अन्य माध्यमों से भी अज्ञात आरोपियों को चिन्हांकित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान टीम के सदस्यों को घटना में संलिप्त अंकित मिश्रा जो पूर्व मंे लगभग 05 वर्षो तक अपहृत सिद्धार्थ आशटकर के डी.डी.नगर रायपुर स्थित मकान में किराये से रहता था जो वर्तमान में जिला दुर्ग के अमलेश्वर में निवासरत है, के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा अंकित मिश्रा को पकड़कर पूछताछ करने पर उसके द्वारा किसी भी प्रकार से अपराध मंें अपनी संलिप्तता नहीं होना बताकर लगातार टीम के सदस्यों को गुमराह किया जा रहा था, कि प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर कड़ाई से पूछताछ करने पर अंकित मिश्रा द्वारा अपने अन्य 04 साथियों के साथ मिलकर सिद्धार्थ आशटकर का अपहरण करना स्वीकार किया गया।

आरोपी अंकित मिश्रा मूलतः जिला ग्वालियर का निवासी है जो लगभग विगत 05 वर्षाें से सिद्धार्थ आशटकर के डंगनिया डी.डी.नगर रायपुर स्थित किराये के मकान में रहता था जो वर्तमान में जिला दुर्ग के अम्लेश्वर स्थित दुर्गानगर में विगत 02 माह से निवासरत् है। आरोपी अंकित मिश्रा अपने साथी राज तोमर जो मूलतः ग्वालियर एवं मुरैना का निवासी है जो उसके पास हमेशा रायपुर आता-जाता था, जो वर्तमान में कमल विहार रायपुर में किराये के मकान में निवासरत् है। आरोपी अंकित मिश्रा सिद्धार्थ आशटकर के पिता द्वारा हाल ही में निर्मित कराया गया करोड़ो रूपये कीमत के मकान को देखकर एवं उसके पास बहुत पैसा है सोचकर अपने साथी आरोपी राज तोमर जो मूलतः ग्वालियर/मुरैना (म.प्र.) निवासी है, जो वर्तमान में कमल विहार रायपुर में किराये के मकान में निवासरत् है तथा पूर्व में भी जिला ग्वालियर के थाना गोले का मंदिर एवं जिला मुरैना के थाना महुवा से हत्या का प्रयास, मारपीट, आगजनी सहित अन्य आधा दर्जन से अधिक मामलों में जेल निरूद्ध रह चुका है के साथ मिलकर सिद्धार्थ आशटकर की अपहरण करने की योजना बनाई तथा अपने योजना में अपने 03 अन्य साथी जो मध्यप्रदेश के निवासी है से सम्पर्क कर उन्हें भी अपनी योजना में शामिल किया।

योजना अनुसार दिनांक घटना को आरोपी अंकित मिश्रा एवं राज तोमर अपने अन्य साथियों को ग्वालियर से चारपहिया वाहन लेकर रायपुर बुलाये एवं घटना को अंजाम देने हेतु सिद्धार्थ आशटकर के डंगनिया मोड़ रायपुर स्थित इंटीरियर पैराडाईस वॉलपेपर शॉप में गये योजना के अनुसार अंकित मिश्रा दुकान के थोड़ी दूर में खड़ा था, राज तोमर चारपहिया वाहन में चालक का कार्य कर रहा था चूंकि सिद्धार्थ आशटकर राज तोमर को पहचानता था इसलिये वह वाहन से नीचे नही उतरा था। वाहन में सवार आरोपियों के अन्य 03 साथी वाहन से नीचे उतरकर दुकान अंदर प्रवेश कर सिद्धार्थ आशटकर का अपहरण करते हुए जबरन उसे खींचकर दुकान से बाहर लाकर अपनी चारपहिया वाहन में बिठाकर अपहृत कर ले गये।

अपहरण कर ले जाने के दौरान आरोपी राज तोमर पचपेड़ी नाका के पास वाहन से नीचे उतर गया एवं उनके साथी सिद्धार्थ आशटकर को लेकर रायपुर के अलग-अलग स्थानों में घुमाते हुए सिद्धार्थ आशटकर के पिता से 01 करोड़ रूपये फिरौती की मांग कर रहे थे। घटना का मास्टरमाईंड अंकित मिश्रा पुलिस व सिद्धार्थ आशटकर के परिजनों के साथ रह कर सारी गतिविधियों की जानकारी अपने साथी आरोपियों को दे रहा था। पुलिस की नाकेबंदी एवं पुलिस टीम द्वारा आरोपियों व अपहृत की लगातार पतासाजी करते हुए अज्ञात अरोपियो की पहचान के संबंध में काफी जानकारियां एकत्र कर ली गई थी। जिससे आरोपियान स्वयं के पकड़े जाने के डर से दबाव में आकर अपहृत को कवर्धा जिले के दशरंगपुर पास छोड़कर फरार हो गये थे।

आरोपी अंकित मिश्रा एवं राज तोमर को गिरफ्तार कर उनकी निशानदेही पर कब्जे से घटना में प्रयुक्त इनोवा वाहन क्रमांक एम पी/07/बी ए /3697 को जप्त कर उनके विरूद्ध कार्यवाही की गई। घटना में संलिप्त अन्य 03 आरोपी फरार है जिनकी पतासाजी कर गिरफ्तार करने के हर संभव प्रयास किये जा रहे है।

गिरफ्तार आरोपी

01. अंकित मिश्रा पिता अविधेश मिश्रा उम्र 26 साल निवासी 44 मिश्रा निवास जहांगीर कटरा लोहामण्डी थाना किलागेट ग्वालियर (म.प्र.)। हाल पता - दुर्गा नगर अमलेश्वर थाना अमलेश्वर जिला दुर्ग।

02. राज तोमर पिता स्व. सुरेश सिंग तोमर उम्र 24 साल निवासी ग्राम उसैफ तह. बोरसा थाना महुवा जिला मुरैना (म.प्र.)। ए 14/15 कृष्णा नगर थाना गोले का मंदिर थाना गोले का मंदिर ग्वालियर (म.प्र.)। हाल पता - कमल विहार थाना टिकरापारा रायपुर।

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