कोयले के अवैध कारोबार पर पुलिस ने दी दबिश, 11 ट्रैक्टर कोयला जब्त
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। अंबिकापुर। खनिज और पुलिस विभाग के संरक्षण में सरगुजा में चल रहे कोयले के अवैध कारोबार के खिलाफ पहली बार कार्रवाई के भय से खनिज विभाग के अधिकारियों को अवैध खनन क्षेत्र में दबिश देनी पड़ी। लखनपुर के अमेरा- चिलबिल व अंबिकापुर के सुखरी-सपना क्षेत्र में अवैध रूप से उत्खनन कर संग्रहित लगभग 11 ट्रैक्टर कोयला जब्त किया गया है।
कोयले का परिवहन कराकर गांधीनगर थाना के सुपुर्द किया गया है। ये इलाके कोयले के अवैध उत्खनन और परिवहन के लिए लंबे समय से बदनाम रहे हैं। इसके बावजूद आज तक प्रभावी कार्रवाई नहीं की गई है मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा रेत, कोयला सहित दूसरे गौण खनिजों के अवैध उत्खनन और परिवहन के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश के बाद सरगुजा जिले में भी अब खनिज विभाग जागा है।
बता दें कि अंबिकापुर का सुखरी, सपना और लखनपुर का अमेरा, चिलबिल क्षेत्र वषोर् से कोयले के अवैध उत्खनन और परिवहन के लिए बदनाम रहा है। इन इलाकों में बारिश खत्म होने के बाद कोयला उत्खनन के लिए बड़े-बड़े गड्ढे बनाए जाते हैं। दिन-रात कोयले का अवैध उत्खनन किया जाता है। सफेदपोश कोयला तस्कर ग्रामीणों को आगे कर कोयले का अवैध उत्खनन कराकर अलग-अलग स्थानों पर संग्रहित कराते हैं और रात के अंधेरे में कोयले को ईंट भट्ठा और दूसरे कल कारखानों में सप्लाई किया जाता है।
अभी तक न तो पुलिस और न हीं खनिज विभाग इस पर रोक लगा सका है। इस बार अधिकारियों को भय है कि यदि वे कार्रवाई नहीं करते हैं तो उन पर आंच आ सकती है, इसलिए पहली बार खनिज विभाग की टीम लखनपुर और अंबिकापुर के अवैध कोयला खनन क्षेत्र में पहुंची। लखनपुर क्षेत्र में नजारा देखकर अधिकारी, कर्मचारी भी अवाक रह गए।
कई स्थानों पर अवैध रूप से उत्खनित कोयले को भंडारित कर रखा गया था। पुलिस फोर्स के साथ पहुंची टीम ने संग्रहित कोयले को स्थानीय व्यवस्था के अनुरूप ट्रैक्टर और मिनी ट्रक के माध्यम से परिवहन करा लिया है। इस सीजन में कोयले का अवैध उत्खनन भारी मात्रा में किया जाता है।