पुलिस भारी दबाव में है डॉन रवि के गुर्गे को मुचलके में मिली जमानत
डॉन रवि का गुर्गा नकली नोट तस्करी, हत्या, वसूली जैसे अपराधों में लिप्त था फिर भी पुलिस नहीं करती कार्रवाई
डॉन रवि साहू मुख्यमंत्री की छवि खराब कर रहा
पुलिस डॉन रवि साहू गैंग को दोनों हाथों से सलाम कर रहा
डॉन रवि और गुर्गों को बचाकर राज्य सरकार और मुख्यमंत्री की छवि कौन धुमिल कर रहा है व किसकी साजिश है
हत्या, नकली नोट, वसूली मामले का आरोपी रहा है
डॉन रवि साहू का एक गुर्गा रायपुर का बहुत ही पहुंचा हुआ और चर्चित मौदहापारा का गुंडा दादा है सिद्धू खान जो कि पहले भी कई बार ह्त्या, नकली नोट तस्करी और वसूली मामलों में जेल जा चुका है। पुलिस ने ऐसे कुख्यात आरोपी की जमानत होने दी इससे पता चलता है कि रायपुर की कानून व्यवस्था कितनी लचर है, रायपुर में कमजोर धाराओं के चलते ऐसे आरोपी गिरफ्तार नहीं हो पाते है। अगर किसी दबाव के चलते आरोपी को गिरफ्तार किया जाता भी तो उसकी जमानत भी हो जाती है।
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। राजधानी में जहा एक ओर पत्रकार के साथ मारपीट मामले में पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया वही खबर छपने के बाद पुलिस एक्टीवे हुई और गुरूवार की दोपहर उसने सिद्धू और उसके एक साथी आनन-फानन में गिरफ्तार किया और गिरफ्तार कर धारा 151 के तहत एसडीएम कोर्ट में उसे पेश किया जहा से आरोपियों को जमानत दे दी गई। पुलिस ने महज किरकिरी से बचने के लिए और दिखावे के लिए त्वरित कार्रवाई की जबकि रवि साहू के पुलिस महकमे में पकड़ और हाथ के चलते उनके गुर्गों को पुलिस पकड़ नहीं रही थी और किरकिरी से बचने के लिए दिखावे की कार्रवाई की गई।
दोहरे रवैये की ख़बर, पुलिस हुई एक्टिव
एक अखबार मालिक अखबार मालिक के दफ्तर में घुसकर हंगामा गाली-गलौज और जान से मारने की धमकी देने वाले आरोपियों की जमानत हो जाती है। जनता से रिश्ता ने पुलिस के दोहरे रवैये की ख़बर को प्रकाशित किया जिससे सिविल लाइन पुलिस एक्टिव हुई और सिद्धू खान व उसके एक साथी को सिविल लाइन पुलिस ने जल्दी गिरफ्तार किया लेकिन वही डॉन रवि साहू की हिमाकत के चलते दोनों आरोपियों को एसडीएम कोर्ट से जमानत मिल गई। एक बार फिर डॉन रवि साहू ने हिम्मत दिखाई और खड़े-खड़े अपने गुर्गे सिद्धू खान और रामचंद थोरानी की जमानत करा ली। सिद्धू खान ने बीते दिनों एक अखबार मालिक के दफ्तर में घुसकर रवि साहू की खबर ना लगाने के बारे में फोन करके एक अखबार मालिक को धमकी दी थी।
अखबार नवीशों को मिल रही धमकी
राजधानी में जहां एक ओर अपराध तेजी से बढ़ रहे है वहीं अपराधियों के हौसले भी इतने बुलंद हो गए है कि वे अखबार नबीशों को भी धमकाने लगे हैं। इससे बिगड़ते कानून व्यवस्था और कमजोर पुलसिंग की पोल खुल रही है। अपराधियों और अवैध कारोबारियों की हिमाकत इतनी बढ़ गयी है कि वे अब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर भी हमला करने लगे हैं। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में जुआ-सट्टा, मादक पदार्थों की तसकरी में लिप्त लोगों को पुलिस और कानून का जरा भी भय नहीं रहा। इसके पीछे इन तत्वों को सफ़ेद पोश और राजनीतिक संरक्षण मुख्य वजह है।
सुरक्षा गार्ड ने कराई थी एफआईआर
प्रेस मालिक के सुरक्षा गार्ड ने सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। उसने पुलिस को बताया कि 28 जून की रात 9.45 बजे सिद्धू दादा के साथ दो अन्य साथी जनता से रिश्ता प्रेस के परिसर में आकर प्रबंध संपादक से मिलने के लिए ऑफिस में बलात प्रवेश करने की कोशिश किये जिन्हे रोकने पर आरोपी सिद्धू ने गार्ड के साथ अश्लील गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। गार्ड द्वारा प्रेस मालिक से नहीं मिलने देने की बात पर गुस्से में सिद्धू और उसके साथी वाद-विवाद पर उतर आए। इतना ही नहीं बल्कि सिद्धू ने तो जनता से रिश्ता प्रेस के मालिक व प्रबंध संपादक को कॉल करके कहाँ हो... मिल क्यों नहीं रहे हो... ऐसा ना, इस तरह की बातें कहकर अभद्र तरीके से बातचीत कर धमकी दी। इस कथन के आधार पर पुलिस ने 3 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 323, 506, 451 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।