रेलवे स्टेशन पर पुलिस ने चलाई थी गोलियां, 17 मजदूरों की बिछी थी लाश
भिलाई। देश के कई रेलवे स्टेशनों पर गोली की बात आपने सुनी और पढ़ी होगी। सबसे भयानक गोली कांड भिलाई पॉवर हाउस रेलवे स्टेशन पर हुआ था। एक नहीं बल्कि 17 मजदूर पुलिस की गोलियों से छलनी कर दिए गए थे। इस कांड को तीन दशक यानी 30 साल बीत चुके हैं, लेकिन परिजनों और श्रमिक संगठनों का जख्म आज भी हरा है…। पॉवर हाउस रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर बरसी मनाई जा रही है। लाइन से 17 मजदूरों की फोटो लगी हुई है…। स्टेशन पर उतरने वाले यात्री भी यह देखकर अवाक हैं…। श्रद्धांजलि देने वालों की कतार लगी हुई है। सरकार बदली, सत्ता बदला लेकिन व्यवस्था नहीं बदली। आज भी मजदूरों की हालत बदहाल है। शोषण बदस्तूर जारी है। अविभाजित मध्य प्रदेश के भाजपा के कद्दावर नेता व तत्कालीन मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के शासन काल में 1 जुलाई 1992 को गोली कांड हुआ था। भिलाई एवं आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूर अपनी बुनियादी मांगों को लेकर लगातार हड़ताल कर रहे थे।