छत्तीसगढ़

साइबर अपराध और ऑनलाइन ठगी पर सख्त हुई पुलिस

Shantanu Roy
2 Oct 2021 5:16 AM GMT
साइबर अपराध और ऑनलाइन ठगी पर सख्त हुई पुलिस
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बैंकों को नोडल अधिकारी नियुक्त करने, गार्डों की जानकारी रखने के निर्देश

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। समय के साथ तेज से बढ़ सायबर अपराध और ऑनलाइन ठगी पर रोकथाम के उद्देश्य से पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने बैंक अधिकारियों की बैठक ली. पुलिस अधीक्षक ने बैंक अधिकारियों को पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर त्वरित कार्रवाई करते हुए पीडि़त को राहत प्रदान करने निर्देशित किया. बैठक के दौरान रायपुर पुलिस के अधिकारियों और बैंक अधिकारियों ने आपस में अपने – अपने सुझावों को साझा कर आने वाली समस्याओं का निराकरण किया गया. बैठक के दौरान बैंककर्मियों को निर्देशित किया. ऑनलाइन ठगी का शिकार होने वाले ग्राहकों को त्वरित जानकारी देते हुए रकम वापसी का पूरा प्रयास किया जाए. सभी बैंकों को अपने-अपने स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त करते हुए पुलिस द्वारा मांगी गई जानकारी उपलब्ध कराने कहा गया. बैंक में लेन-देन करने वाला या बैंक के अंदर या परिसर में भी कोई व्यक्ति संदिग्ध नजर आए तो इसकी जानकारी तत्काल संबंधित थाने या पुलिस द्वारा जारी टोल फ्री नंबर पर दे.

ऑनलाइन ठगी के मामले में आरोपी लगातार एक खाते से दूसरे फिर तीसरे सहित कई अन्य अलग-अलग खातों में रकम ट्रांसफर करते हैं, ऐसी घटनाओं में बैंक खाताधारकों के संबंध में त्वरित जानकारी उपलब्ध कराने से ऐसे ट्रांजक्शन को रोका जा सकता है. इसके अलावा साइबर अपराध और ऑनलाइन ठगी से जुड़े अपराधों के संबंध में ग्राहकों को जागरूक करने के लिए कार्यशाला का आयोजन करने के साथ संबंधित थाना – सायबर सेल में कार्यरत दक्ष कर्मचारियों की व्यवस्था पुलिस मुहैया कराएगा.ऑनलाइन खुलने वाले खातों का जब तक केवायसी वेरफिकेशन ना हो तब तक उन खातों में अधिक लेन-देन की अनुमति न दिया जाए. इसके अलावा बैंक के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरों की उचित व्यवस्था हो. प्रत्येक बैंक, एटीएम बूथ में सुरक्षा गार्ड के साथ सीसीटीवी कैमरे की उचित व्यवस्था हो. इसके साथ बैंक, एटीएम बूथ में काम करने वाले सुरक्षा गार्ड की स्थायी पता, वर्तमान पता, मोबाइल नंबर, आधार कार्ड सहित अन्य पूरी जानकारी हासिल की जाए. साथ ही रिजर्व बैंक द्वारा समय-समय पर जारी की जाने वाली संपूर्ण जानकारियों को ग्राहकों तक पहुंचाया जाए.बैंक खातों से रकम निकाले जाने की जानकारी ग्राहकों के पंजीकृत मोबाइल पर प्राप्त होते है, उनकी नियमितता के संबंध में जानकारी रखीं जाए. चेक के माध्यम से होने वाले बड़े लेन-देन के संबंध में संबंधित खाताधारक से फोन पर बात कर स्वीकृति की जानकारी ली जाए. ई-मेल के माध्यम से लेन-देन के संबंध में जानकारी प्राप्त कर रकम हस्तांतरण करने के पूर्व खाताधारक के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर कॉल कर स्वीकृति प्राप्त कर ली जाए. ऑनलाइन नगदी रकम ठगी के संबंध में भारत सरकार द्वारा जारी किये गये टोल-फ्री नंबर 155260 की जानकारी ग्राहकों को उपलब्ध कराई जाए.एएसपी शहर तारकेश्वर पटेल, एएसपी अपराध अभिषेक माहेश्वरी, प्रभारी सायबर सेल एवं अलग – अलग समस्त बैंकों के लगभग 50 बैंकों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। इस अवसर पर रायपुर पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर अपराधियों के संबंध में जानकारी प्रदान करने पर विश्वनाथ घोष शाखा प्रबंधक एचडीएफसी बैंक शंकर नगर, मनोरी सेन ऑपरेशन हेड एक्सिस बैंक, सीमित विश्वास एवं प्रवीण साहू सहायक प्रबंधक भारतीय स्टेट बैंक को पुलिस अधीक्षक ने प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया गया.

मकान मालिकों से 15 दिनों के भीतर मांगी किरायेदारों की जानकारी

मकान मालिकों को अपने किरायेदारों की जानकारी अनिवार्य तौर पर पुलिस के पास जमा करनी होगी. पुलिस अधीक्षक रायपुर प्रशांत अग्रवाल द्वारा जारी इस आदेश में छिपकर रह रहे अपराधियों के साथ अपराधी प्रवृत्ति के लोगों से शहर को सुरक्षित करने सख्त कदम उठाया है. यह आदेश 1 अक्टूबर से जिले में प्रभावशील हो गया है.जिले औए स्वयं मकानमालिकों की सुरक्षा को देखते हुए किरायेदारों का सत्यापन कराना सभी मकान मालिकों के लिए अनिवार्य किया गया है. मकान मालिक ऑफलाइन या ऑनलाइन दोनों में से किसी भी माध्यम से किरायेदारों की जानकारी दे सकेंगे. किरायेदार सत्यापन फार्म थानों से नि:शुल्क प्राप्त कर मकान मालिक उसे भरकर थानों में ऑफलाइन जमा कर पावती प्राप्त कर सकेंगे. मकान मालिक किरायेदारों की जानकारी रायपुर पुलिस की वेबसाइट में जाकर भी भर सकते हैं.15 दिवस के भीतर जानकारी जमा ना किए जाने पर मकान मालिकों के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

पुलिस अधीक्षक रायपुर प्रशांत अग्रवाल द्वारा जिले की सुरक्षा तथा बाहर से आए अपराधियों और अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से शहर को सुरक्षित करने हेतु मकान मालिकों के लिए किरायेदारों की जानकारी देना अनिवार्य करते हुए आदेश जारी किया. इस संबंध में रायपुर पुलिस द्वारा जनसामान्य में पंपलेट का वितरण भी किया जा रहा है, तथा सोशल मीडिया के माध्यम से भी इसका प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.

एसपी ने ली फैक्ट्री संचालकों की बैठक, दिए अहम निर्देश

रायपुर। आद्यौगिक क्षेत्र में अपराधों की रोकथाम एवं सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल द्वारा खमतराई, उरला एवं धरसींवा क्षेत्र में स्थित अलग-अलग औद्योगिक कंपनी/फैक्ट्री संचालकों की बैठक आहुत की गई। बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक उरला विश्व दीपक त्रिपाठी एवं मनोज अग्रवाल छ.ग. स्टील रोलिंग मील एसोसिएशन, विकास अग्रवाल मिनी स्टील प्लांट एसोसिएशन, अनिल नचरानी स्पंज आयरन एसोसिएशन, महेश कक्कड़ छ.ग. इस्पात भूमि लिमिटेड तथा अश्वनी गर्ग उरला इंडस्ट्रीयल एसोसिएशन उपस्थित रहें। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा उक्त औद्योगिक फैक्ट्री के संचालकों को काम करने वाले समस्त कर्मचारियों/मजदूरों की स्थायी, वर्तमान पता सहित अन्य संपूर्ण जानकारी तथा पहचान पत्र रखने, कंपनी/फैक्ट्री के अंदर एवं बाहर पर्याप्त सी.सी.टी.व्ही. कैमरें अनिवार्य रूप से लगवाने, फैक्ट्री में कार्य करने के दौरान मजदूरों हेतु पर्याप्त सुरक्षा उपकरणों की व्यवस्था करने, संबंधित थाना का नंबर रखने तथा किसी प्रकार की घटना घटित होने पर तत्काल जानकारी पुलिस को देने, कर्मचारियों/मजदूरों द्वारा संबंधित कंपनी/फैक्ट्री के संचालक द्वारा पहचान पत्र बनवाने संबंधी निर्देश देने के साथ ही सुरक्षा व्यवस्था के संबंध भी में भी कई अन्य महत्वपूर्ण निर्देश दिए गए।

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