जीपीएम। पुलिस लाईन से आ रही आवाज़ों ने क़स्बे का ध्यान खींचा बल्कि कुछ ऐसा खींचा कि हड़कंप मच गया। तेज आवाज़ों के बीच पानी की तेज बौछार के बाद हल्का बल प्रयोग के बाद भी जब शोरगुल नहीं थमा और हंगामे की स्थिति बनी रही तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। हालांकि कुछ देर बाद पुलिस लाईन में चली इस क़वायद को लेकर पुलिस ने ही स्पष्ट कर दिया कि यह मॉक ड्रिल थी।लेकिन जब तक कि स्थिति स्पष्ट नहीं हुई लोगों में हड़कंप मच गया था।
दरअसल पूरे राज्य के हर ज़िले की पुलिस मॉक ड्रिल कर रही है। बलवे जैसी स्थिति या किसी आपात काल पर किस तरह हालात क़ाबू में किए जाए इसे लेकर जो पूर्व तैयारी का अभ्यास होता है उसे मॉक ड्रिल कहते हैं। इस मॉक ड्रिल में ना केवल पुलिस बल्कि राजस्व प्रशासन की टीम भी शामिल थी।इसमें एसडीएम एसडीओपी तहसीलदार आरआई भी पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ सक्रिय थे।