छत्तीसगढ़

सट्टा रोकने पुलिस मुस्तैद लेकिन छुटभैय्ये नेता पड़ रहे भारी

Admin2
12 March 2021 5:43 AM GMT
सट्टा रोकने पुलिस मुस्तैद लेकिन छुटभैय्ये नेता पड़ रहे भारी
x

राजधानी में रुक नहीं रहा सट्टा का अवैध कारोबार, रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज क्रिकेट से बढ़ी सटोरियों की सक्रियता

सट्टे के कारोबार में गलत एवं झूठी जानकारी देकर छोटे कर्मचारी बड़े अधिकारियों को कर रहे गुमराह

मुखबिर कीसूचना पर कार्रवाई से पहले ही सटोरियों को खबर लिक कर देतें हैं

स्पॉट पर रेड के समय चल रहा सट्टा नहीं पकड़ पाती पुलिस

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में खुलेआम रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज़ टी-20 के मैचों का सट्टा खिलाया जा रहा है। कई इलाकों में सट्टे की महफि़ल जम रही है कुछ जगहों पर पुलिस ने पिछले दिनों कार्रवाई की थी। लेकिन पुलिस के शांत होते ही सट्टेबाजों के अड्डों में महफि़लें जमने लगी है। शहर के बड़े होटलों में भी क्रिकेट सट्टा खिलाया जा रहा है पुलिस सिर्फ मुखबिर की सुचना पर ही कभी-कभी होटलों में दबिश देती है। कार्रवाई के बाद फिर से वहां दाव लगने शुरू हो जाते है। जुआ-सट्टा तो अब आम बात हो गई है और पुलिस ऐसे जुआरियों और सटोरियों पर अपना शिकंजा कस नहीं पा रही है। लेकिन वही पुलिस कालोनियों के आस-पास सटोरियों का अवैध कारोबार चले जा रहा है। शहर में पुलिस की कार्रवाई के बाद भी जुआरी और सट्टेबाज सक्रिय है और शहर के कई बड़े होटलों में भी जुआ और सट्टा खिलाया जा रहा है। पुलिस लाइन के आस-पास सट्टा, जुआ के कारोबार ने पूरी तरह से अपनी गिरफ्त में ले लिया है। राजधानी में जुआ-सट्टा संचालित करने वालों के हौसले इतने बुलंद हैं कि राजधानी पुलिस का खौफ भी नहीं है। जिले के ज्यादातर गली-मुहल्ले में खुलेआम सट्टा-जुआ का धंधा चल निकला है। यह कारोबार जिले के आसपास के क्षेत्र में फल-फूल रहा है। शहर में सट्टे के बड़े खाईवालों की फौज खड़ी हो गई है। सूत्र बताते हैं कि शहर में कई ऐसे स्थान है, जहां शाम होते ही महफिल सज जाती है। माना जा रहा है कि राजधानी में रोजाना करोड़ों रुपये का सट्टा खेला जा रहा है।

मॉर्डन हुआ सट्टा कारोबार

शहर में अब सट्टे का कारोबार बड़े पैमाने पर फलफूल रहा हैं। अभी तक पर्चियों के जरिये चल रहे सट्टे के इस अवैध कारोबार में लोग जी रहे थे लेकिन अब इस कारोबार में सोशल मीडिया का भी जमकर इस्तेमाल होने लगा हैं। पर्ची लिखने के जमाने से शुरू हुआ सट्टा कारोबार शेयर मार्केट के अंकों पर चलना शुरू हुआ था। लेकिन जैसे-जैसे लोग हाईटेक होते गए वैसे ही सट्टे का कारोबार भी आज मार्डन हो गया है। जिसके चलते सट्टे का कारोबार अब कागज के पन्नों से हटकर सोशल मीडिया या कहें व्हाट्सएप्प के जरिए बड़े पैमाने पर फल-फूल रहा है।

कई सफेदपोश बने सट्टा किंग, जल्दी होगी बड़ी कार्रवाई

जानकारी के मुताबिक एक रिक्शा चालक से लेकर कई बड़े-बड़े बिजनेसमैन और सफेदपोश नेता भी सट्टे के सट्टा बाजार कारोबार में नंबर लिखवाकर अपना भाग्य आजमाने की कोशिश करते हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक साथ ही कई सफेदपोश नेता भी इस सट्टा बाजार को अपना संरक्षण दे रहे हैं। यहां तक कि पुलिस से भी कभी-कभी सांठ-गांठ करके इस कारोबार को बड़े पैमाने पर संचालित किया जाता है। पुलिस की अगर मानें तो इस कारोबार से जुड़े कई सफेदपोशों के नाम और उनसे जुड़े सबूत पुलिस के हाथ लग गए हैं। कुछ दिनों में ही इस कारोबार पर पुलिस की बड़ी छापेमारी की कार्रवाई भी होने वाली है। पुलिस के मुताबिक छापेमारी के बाद ही वह इस सट्टा बाजार से जुड़े कई बड़े लोगों के नाम भी उजागर करेगी।

मैच में सट्टा लगाने के पहले बुकी करते कुछ तैयारी

सट्टा खेलने के लिए सबसे पहले बुकी के यहां एकाउंट खुलवाया जाता है। यहां पर एकमुश्त रकम जमा कराई जाती है। इसके बाद जिस नंबर से फोन किया जाएगा, उसका नंबर फीड किया जाता है। बुकी केवल उसी नंबर से फोन उठाएगा और इस पर ही सौदे करेगा। इसमें कोई लिखापढ़ी नहीं होती। यह पूरा काम रिकॉर्डिग वाले फोन पर होता है। अगर, कोई गड़बड़ हो जाती है तो उसका निपटारा रिकॉर्डिग सुनकर ही होता है। इस तरह लगता है बुकियों का सट्टा।

सट्टा बाजार में भी होते कई नियम

मैदान में खेलने वाले खिलाडिय़ों के लिए कई नियम हैं। इसी तरह सट्टा बाजार में रोड सेफ्टी वल्र्ड सीरीज़ टी-20 के लिए अपनी ही भाषा का प्रयोग होता है। मैच में 20 ओवर की पारी को एक इनिंग कहते हैं, वहीं सट्टा बाजार में इसे सेशन कहते हैं। एक पारी में चार सेशन मिलते हैं। पहला सेशन 1 से 6 ओवर तक, दूसरा सेशन 6.1 से 10 ओवर तक होता है। तीसरा सेशन 10.1 से 15 ओवर का होता है। 15.1 से 20 ओवर के सेशन को बड़ी पारी कहा जाता है। वहीं दूसरी पारी में केवल एक ही सेशन मिलता है। करोड़ों का लगता है सट्टा टी-20 सीरीज़ में सट्टा की कीमत बढ़ती जा रही है। पहले कम ही लोग सट्टा खेलते थे, लेकिन अब कई लोगों ने इसे कमाई का जरिया बना लिया है। हर साल करोड़ों रुपये का सट्टा तो सिर्फ आइपीएल में ही खेला जाता है। युवा खासतौर पर इससे जुड़ रहते है।

बड़े बुकीज़ चंगुल से बाहर, छोटे एजेंटों की गिरफ्तारी शुरू

टी-20 वल्र्ड सीरीज़ में सट्टे का बाजार गर्म है। टीमों के बीच मुकाबले जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे है सट्टा बाजार की गर्मी वैसे ही बढ़ती जा रही है। हालांकि छत्तीसगढ़ में सट्टा रैकेट पूरी तरह से अवैध है, बावजूद इसके रायपुर और राजनांदगांव में यह धड़ल्ले से चल रहा है। विश्वसनीय सूत्रों ने बताया कि कौन-सा बुकी कहां काम कर रहा है, इलाके के पुलिस वालों को खास कर स्पेशल स्टाफ को इसकी पूरी जानकारी होती है, लेकिन बुकीज से मिलने वाले चढ़ावे के कारण उन पर एक्शन नहीं होता। किसी छुटभैय्ये नेताओं दबाव के कारण कभी एक्शन लिया भी नहीं जाता है, मगर मीडिया में जब सट्टे की बात सामने आती है तो बड़े बुकीज की जगह उसके छोटे-मोटे स्टाफ को पकड़ कर पुलिस अपनी पीठ थपथपा लेती है। पुलिस के इस एक्शन मोड़ से बुकीज के धंधे पर कोई फर्क नहीं पड़ता। रायपुर में ही सैकडों बुकीज क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाते हैं। दांव लगाते समय नहीं करना होता है पेमेंट बुकीज क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने के लिए खुद आगे न आकर, अपने स्टाफ को आगे रखते हैं। पुलिस वालों को पता होता है कि उसके इलाके में कहां पर क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाया जा रहा है। बुकीज के पास पंटरों की पूरी लिस्ट होती है। दांव लगाने के लिए पंटर बुकी के फोन नंबर पर कॉल करके अपना नाम बताता है। जिसके बाद दांव बताकर सट्टे का खेल खेला जाता है।

ऐसे खेला जाता सट्टे का दांव

सटोरियों के सट्टे के दांव को पुलिस ही समझ पाती है, टीम पर अपना दांव लगाना है, वह बुकी के स्टाफ को अपनी 'बैट' यानी दांव की रकम लिखवा देता है। सट्टा लगाने के लिए पंटर को दांव पर लगाई गई रकम का भुगतान तुरंत नहीं करना होता है। पंटर ने अपनी जिस टीम पर दांव खेला है, यदि नजीते उसके मन माफिक आए तो उसे टीम के भाव के हिसाब से बुकी रकम का भुगतान करता है। उसी तरह अगर वह हार जाता है तो उस स्थिति में उसे दांव पर लगाई गई रकम का भुगतान करना होता है।

आवाज की रिकॉर्डिंग से होती है पहचान

वैसे तो दो नंबर का यह धंधा एक-दूसरे के भरोसे से ही चलता है। इसके बावजूद बुकीज ने कई तरह की एहतियात बरतनी शुरू कर दी है। मसलन, अब पंटर की बाकी डिटेल के साथ-साथ उसकी आवाज की रिकॉर्डिंग भी की जाती है। वह इसलिए कि अगर कोई पंटर मुकर जाता है, तो उसे उसकी आवाज सुनकर दांव पर लगाई गई रकम वसूली जा सके।

बुकीज का नेटवर्क दूसरे देशों तक

जिस नेटवर्क पर पंटर बुकी को फोन करके दांव लगाता है, उसकी अलग से लाइन ली जाती है। सबसे पहले यह लाइन विदेशों से मुंबई में बड़े बुकीज के पास आती है। वहां से बाकी महानगरों के डिस्ट्रिब्यूटर्स को दी जाती है। डिस्ट्रिब्यूटर्स छोटे बुकीज को लाइन के कनेक्शन देते हैं। एक कनेक्शन की एवज में बुकीज से 3-5 हजार रुपये वसूले जाते हैं। सट्टा मार्केट के जानकार ने बताया कि कई बार पैसों के लेनदेन को लेकर झगड़े भी होते हैं। झगड़ों को सुलझाने के लिए भी बड़े बुकीज की मदद ली जाती है। मैच-दर-मैच चढ़ता-उतरता है भाव टी-20 वल्र्ड सीरीज़ के पहले मुकाबले में श्रीलंका को इंडिया के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा। इस मुकाबले से एक तरफ इंडिया का भाव बढ़ गया, वहीं श्रीलंका के भाव में थोड़ा सुधार देखने को मिला। आने वाले मुकाबलों के बाद मैच दर मैच इसी तरह से टीमों के भावों में उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा।

व्हाट्सएप्प बना जरिया सट्टे के कारोबार का

सट्टे के कारोबार से जुड़े विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो पहले सट्टे का कारोबार पर्ची के माध्यम से किया जाता था। जिससे अगर पुलिस इसके खिलाफ कार्रवाई करती थी, तो पर्ची पाए जाने पर जेल जाना तय हो जाता था। लेकिन अब कुछ सट्टा किंग पर्ची का माध्यम छोड़कर सोशल मीडिया के जरिये सट्टे के नंबर लिखने का काम करते है। उनका कहना है कि अगर पुलिस मुखबिर की सूचना पर सट्टा लिखने वालों के खिलाफ कार्रवाई करती है तो सबसे पहले उनकी जेबों में पर्चियां ढूढ़ी जाती हैं। लेकिन सारा काम व्हाट्सएप्प के जरिये होता है इसलिए उनको कार्रवाई के लिए पर्याप्त सबूत नहीं मिल पाते। इसीलिए सट्टा कारोबारियों ने अब व्हाट्सएप्प के जरिये सट्टे का नंबर लिखने का काम शुरू कर दिया है।स्टेडियम में बैठकर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे 5 सटोरिए गिरफ्तार

स्टेडियम में बैठकर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे 5 सटोरिए गिरफ्तार

रोड सेफ्टी वल्र्ड क्रिकेट सीरीज के दौरान पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. स्टेडियम में बैठकर सट्टा खिलाने के आरोप में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. चार सटोरिए स्टेडियम से लाइव ऑनलाइन सट्टा खिला रहे थे. पुलिस ने आरोपियों को रंगे हाथों धर दबोचा है। पुलिस ने बताया कि साइबर सेल की मदद से कार्रवाई की गई है। गिरफ्तार आरोपी नागपुर और चंडीगढ़ के रहने वाले हैं. आरोपी इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच हो रहे मैच के दौरान ऑनलाइन सट्टा खिला रहे थे, लेकिन साइबर सेल ने आरोपियों के मंसूबे पर पानी फेर दिया। साइबर सेल प्रभारी रमाकांत साहू ने बताया कि साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच मैच चल रहा था. सभी आरोपी स्टेडियम में ही बैठकर ऑनलाइन सट्टा खिला रहे थे. आरोपियों के पास से मोबाइल जब्त किया गया है।

पूछताछ से होंगे खुलासे : साइबर सेल प्रभारी ने बताया आरोपी राजधानी स्थित एक निजी होटल में कमरा लेकर पिछले 2 दिन से रुके हुए थे. शातिर सटोरिए प्लानिंग के साथ सट्टा खिला रहे थे, लेकिन पुलिस बीच मैच में आकर सटोरियों की खेल बिगाड़ दी. पकड़े गए आरोपियों में सुरेश मदनानी, रिंकू सिंह, राजीव कुमार जैन और सुरेश चेलवानी शामिल है. फिलहाल पुलिस अरोपियों से पूछताछ कर रही है. कई खुलासे हो सकते हैं।

Next Story