छत्तीसगढ़

पुलिस की दबंग कार्रवाई, रेस्टोरेंट में देर रात नशे की पार्टी में छापा

Admin2
25 July 2021 5:54 AM GMT
पुलिस की दबंग कार्रवाई, रेस्टोरेंट में देर रात नशे की पार्टी में छापा
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  • शाबास रायपुर पुलिस, सिविल लाइन क्षेत्र के नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में दो थाने की टीम ने दिखाई तत्परता
  • रवि और आसिफ गेंग के गुर्गे का पूरे शहर में खुले आम चल रहा नशे का काला धंधा, कौन रोकेगा?
  • सट्टा, क्रिकेट का सट्टा, ऑनलाइन सट्टा, छुट भैय्या नेताओं का अवैध कारोबार कौन रोकेगा?
  • छुटभेय्या नेताओं के संरक्षण में 20 से 30त्न ब्याज में पैसा देने का अवैध व्यापार, कौन रोकेगा?
  • झूग्गी और गरीब बस्तियों में ग्रुप के नाम पे अवैध तरीके से पैसों की वसूली, गरीब जनता के साथ न्याय कौन करेगा?
  • अधिकांश परिवार जूआ-सट्टा, अवैध नशे के कारण बरबाद होने के बाद बड़ी दरों पर पैसा ब्याज पर छ़ुट भैय्या नेताओं के दुकानों से लेने मजबूर, कौन करेगा इंसाफ ?
  • गृहमंत्री और गृह विभाग छत्तीसगढ़ कॉलेज का क्षेत्र किस थाना क्षेत्र में आता है
  • कृपया अपने अधिकारी को जानकारी देने की जनता के हित में महान कृपा करें
  • उड़ता रायपुर, छलकता छत्तीसगढ़

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी में देर रात तेलीबांधा इलाके के पेंडुलम और जूक कैफे में पुलिस ने दबिश दी. पेंडुलम कैफे में देर रात नशे की पार्टी चल रही थी. सैकड़ों की संख्या में शहर के युवक और युवतियां नशे की हालत में मिले. शहर के पेंडुलम कैफे में खुलेआम नशे का सामान परोसा जा रहा था. शराब की बोतलें, बीयर और हुक्के मौके से मिले हैं. सिविल लाइन थाना सीएसपी नसर सिद्दीकी तेलीबांधा सब इंस्पेक्टर दिव्या शर्मा के अगुवाई में कार्रवाई हुई. राजधानी रायपुर के तेलीबांधा इलाके में देर रात तक मेन रोड से पेंडुलम कैफे में मालिक विवेक चौधरी के सामने नशे की पार्टी की जा रही थी. पुलिस को सूचना मिलते ही मौके पर सिविल लाइन थाना सीएसपी नसर सिद्दीकी और दिव्या शर्मा समेत बड़ी संख्या में पुलिस जवान पहुंचकर पार्टी को बंद कराएं हैं. जानकारी के मुताबिक पेंडुलम और जूक कैसे में देर रात तक नशे की सामग्री शराब, बीयर और हुक्का युवक और युवतियों को खुलेआम परोसी जा रही थी. नशे के कुछ सामान मौके से बरामद किए गए हैं. जल्दी दोनों कैफे पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी.

आउटर के कॉलोनिओं और मोहल्लों में धडल्ले से बिक रहा गांजा

राजधानी में रोजाना गांजे की बिक्री हो रही है शहर के आउटर इलाकों में गांजा तस्कर सक्रिय हो गए है। गांजा की अवैध तस्करी पर रोक लगाना पुलिस के लिए चुनौती से कम नहीं है। बड़ी मात्रा में परिवहन करने वालों को नियंत्रित करने के बाद अब पुलिस का पूरा फोकस फूटकर विक्रेताओं की दुकानदारी समाप्त करने की है। इसके लिए ऑपरेशन क्लीन चलाया जा रहा है। जिसके तहत जिले के सभी थाना क्षेत्रों में गांजा बेचने वालों को पकड़ा जा रहा है। प्रदेश भर में गांजे की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। रोजाना उड़ीसा के रास्तों से होकर महासमुंद जिले को पार करके गांजे की बड़ी खेप देश के दूसरे राज्यों में जाता है, पुलिस लगातार गांजे की बड़ी खेप को पकड़ रही है लेकिन उसके बाद भी रोजाना गांजे की तस्करी करने वाले अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है। गांजे की तस्करी को रोकने में पुलिस अमला कुछ हद तक नाकम भी हो रहा है, वही छत्तीसगढ़ राज्य के महासमुंद जिले के रास्तों से बहुत भारी मात्रा में गांजे की खेप रायपुर के रास्तों से होकर यूपी, बिहार जाती है। मगर जैसे-जैसे पुलिस ने चेकिंग पॉइंट बना दिए तब से गांजा तस्कर अपने दिमाग के घोड़े दौड़ाने लगे है। शहर भर में गांजा पीने वालों की होड़ भी लगी है। नशे का व्यापार पूरे शहर भर में बढ़ते जा रहा है नशे के सौदागरों ने राजधानी को अपना गुलाम बना लिया है और युवाओं को अपना दलाल। ये वो दलाल है जो चंद रुपयों के लिए नशे के दलदल अपने साथ दूसरों को भी धकेल लेते है। आखिरकार नशा क्या शहर में युवाओं की जड़ो को काट रहा है ?

ऐसे होती गांजो की तस्करी

उड़ीसा से महासमुंद के रास्तों से होकर फलों और सब्जियों की गाडिय़ों में भी गांजा लाया जाता है। महासमुंद जिले की पुलिस रोज करोड़ों गांजे की खेप पकड़ रही है, मगर उसके बाद भी गांजे की तस्करी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। पूरे प्रदेश में नशे की तस्करी भारी मात्रा में चले जा रहा है। रायपुर के हर इलाके में गांजा तस्कर घूमते-फिरते रहते है जिसके चलते युवाओं के हाथ में भी गांजे की पुडिय़ा आसानी से मिल जाती है। गांजा तस्करी के लिए अब युवाओं ने मोटरसाइकल को ही अपना हथियार बना लिया है। युवा बाइक में ही पुलिस से बचने के लिए तस्करी करते है।

गांजा से तस्करो की होती मोटी कमाई

रायपुर से रोजाना करोडो गांजा का गांजा सप्लाई किया जाता है, रायपुर होकर उड़ीसा का गांजा हर राज्य में जाता है। लगातार कटहल, कलिंदर, नमक, नारियल और अब गोभी की आड़ में गांजा तस्कर बड़ी मात्रा में गांजे की खेप को एक राज्य से दूसरे राज्य तक पहुंचा रहे है। फलों और सब्जियों की गाडिय़ों में मादक पदार्थ की तस्करी करने का नया और नायाब तरीका गांजा तस्करों ने ढूंढ निकाला है। राजधानी में नशे का कारोबार तेज़ी से बढ़ते जा रहा है। शहर में शराब-गांजे का अवैध कारोबार सालों से फल-फूल रहा है। नशे के काले कारोबार की सच्चाई रोंगटे खड़े कर देती है। यह समस्या लगातार गंभीर होती जा रही है। नशे का कारोबार करने वाले अपराधियों की रोजाना गिरफ्तारी हो रही है लेकिन उसके बाद भी ये कारोबार बंद नहीं हो रहा है।

आसिफ गैंग की हिम्मत बढ़ी

रायपुर में नशे का कारोबार आसिफ गैंग और छुटभैया नेताओं की देखरेख में चल रहा है। पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद नशे का कारोबार इन्ही छुटभैया नेताओं के संरक्षण में चल रहा है। ड्रग्स, अफीम, गांजा और कई तरह की पावडर का नशा लोग कर ही रहे है। जिसके चलते युवाओं में नशे की लत और नशा परोसने की हिम्मत भी मिल जाती है। रायपुर में संचालित होटलों, रेस्टॉरेन्ट, और हुक्का बार में फिर से युवा नशे में मदहोश नजऱ आने लगे है। इससे पता चलता है कि पुलिस की कार्रवाई के बाद भी शहर में नशे के सामानों की आमद बनी हुई है। इससे नशे के धंधेबाजों की रसूख और पहुंच का पता चलता है। राजधानी में कोरोना काल के पहले से अपराध की दुनिया में लिप्त लोगों ने अब जोर-शोर से अपना व्यापार चालू कर दिया हैं। रायपुर में कई ऐसे इलाके है जहां आज भी नशे का कारोबार चलते जा रहा है।

गांजे के नशे में रहते युवा

नशे में युवाओं को होश भी नहीं रहता है। जिसकी वजह से कई गंजेडिय़ों की हालत तो इतनी खराब है कि उन्हें न तो कपड़े पहनने का होश है और न ही खाने-पीने का सुध। सबसे बड़ी चिंता का विषय यह है कि इन गंजेडिय़ों कि कतार में महज 15-16 वर्ष के बच्चे भी शामिल हो रहे है। इन बच्चों ने भी अपने बड़ों की देखा-सीखी में गांजा का दम भरने से लेकर उसके जहरीले धुंआ को अपनी हलक के नीचे उतारना सीख लिया है। गांजा कई प्रकार के शारीरिक रोगों का कारक है। गर्मी के दिनों में तो यह जहर की तरह काम करता है। इस नशे के आदि अधिकांश गरीब परिवार के लोग भी है।

नशीली दवाओं की तस्करी, 3 युवक गिरफ्तार

कोरिया जिले के झगराखाण्ड थाना अंतर्गत नशीली दवाओं के परिवहन और बिक्री किये जाने के मामले में कार्यवाही करते हुए पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिनसे लगभग 8 हजार रुपयों की नशीली दवाओं के साथ परिवहन में उपयोग की गई मोटरसाइकिल को भी जप्त कर लिया गया है। उपरोक्त मामले के सम्बन्ध में जानकारी देते हुए थाना प्रभारी उपनिरीक्षक प्रधुम्न तिवारी ने बताया कि मुखबिर से सूचना प्राप्त हुई कि काले रंग की पल्सर मोटरसाइकिल क्रमांक -सीजी-16ष्टष्ट–0365 से मनेंद्रगढ़ तरफ से तीन युवक नशीले इंजेक्शन लेकर अवैध रूप से बिक्री करने के लिये झगराखांड ,खोगापानी की ओर आ रहे है। मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी झगराखाण्ड प्रद्युम्न तिवारी के द्वारा तत्काल पुलिस अधीक्षक कोरिया संतोष कुमार सिंह को मामले की जानकारी दी गई जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह एवं एसडीओपी मनेंद्रगढ़ राकेश कुर्रे के मार्गदर्शन में घेराबंदी की गई। इसी दौरान मनेद्रगढ़ की तरफ से मुखबिर से प्राप्त सूचना के अनुसार पल्सर मोटरसाइकिल क्रमांक सीजी-16- ष्टष्ट-0365 पर तीन युवक बैठे हुए पहुंचे जो पुलिस को देख कर भागने लगे जिन्हें दौड़ाकर पकड़ा गया।पूछताछ करने पर मोटरसाइकिल चला रहे युवक ने अपना नाम मनीष कुर्रे पिता सीताराम कुर्रे उम्र 23 वर्ष निवासी ढोर अस्पताल के पास मनेद्रगढ़त तथा दूसरे ने जो भूरे रंग का झोला पकड़ा हुआ था अपना नाम देवेन्द्र दास पिता चेतनदास पनिका उम्र 22 वर्ष निवासी मनेद्रगढ़ सांई मंदिर के पास एवं पीछे बैठा व्यक्ति जो अपने हाथ में लाल सफेद रंग का झोला पकड़े हुऐ था उसने अपना नाम सागर यादव पिता सत्यानंद यादव उम्र19 वर्ष निवासी अहमद कालोनी बंगाली मोहल्ला मनेद्रगढ़ का बताया।

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