बालोद। जिले में 9 दिन तक इलाज के बाद सात वर्षीय जागेंद्र भी जिंदगी की जंग हार गया। लिवर और किडनी में जहर के असर से उसका स्वास्थ्य गंभीर रूप से प्रभावित हुआ, जिसके कारण उसे संक्रमण हो गया और इलाज के बावजूद उसकी मौत हो गई। वहीं, उसकी 4 वर्षीय बहन की हालत में सुधार बताया जा रहा है। मां डुमेश्वरी साहू के बाद बेटे की मौत से परिवार में मातम पसर गया।
घटना 28 अक्टूबर की है, जब अर्जुन्दा थाना क्षेत्र के ग्राम कुरदी में घरेलू विवाद से परेशान होकर डुमेश्वरी साहू ने अपने दोनों बच्चों को कीटनाशक दवाई पिला दी थी और खुद भी कीटनाशक का सेवन कर लिया था। इसके बाद तीनों को गंभीर हालत में अर्जुन्दा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से उन्हें राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया।
इलाज के दौरान 29 अक्टूबर की रात डुमेश्वरी की मौत हो गई। दोनों बच्चों को गंभीर स्थिति में रायपुर एम्स भेजा गया, जहां उनका इलाज चल रहा था। बुधवार को सात वर्षीय जागेंद्र की मौत हो गई, जबकि उसकी 4 वर्षीय बहन की स्थिति स्थिर बताई जा रही है और उसका इलाज जारी है।
यह खौफनाक कदम घरेलू विवाद के चलते उठाया गया था, जिसकी वजह से एक खुशहाल परिवार पूरी तरह से टूट गया। 4 वर्षीय बच्ची अब खतरे से बाहर है, लेकिन उसके भाई और मां की मौत से परिवार में शोक की लहर है।