दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्यों के गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि सभी राज्य देश की बेहतरी के लिए मिलजुल कर काम करें. देशवासियों के प्रति ये राज्यों का दायित्व है. उन्होंने कहा कि हर एक राज्य एक दूसरे से सीखे, प्रेरणा ले. पीएम मोदी ने कहा कि UAPA जैसे कानून ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाई है.
पीएम मोदी ने कहा कि विभिन्न चुनौतियों के बीच त्योहारों के दौरान देश की एकता को मजबूत करना आपकी तैयारियों का प्रतिबिंब है. कानून और व्यवस्था राज्यों की जिम्मेदारी है लेकिन ये देश की एकता और अखंडता से भी जुड़ी हुई हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गृहमंत्रियों का ये चिंतन शिविर सहकारी संघवाद का एक अच्छा उदाहरण है. राज्य एक-दूसरे से सीख सकते हैं, एक-दूसरे से प्रेरणा ले सकते हैं और देश की बेहतरी के लिए मिलकर काम कर सकते हैं. यह संविधान की भावना है और हमारे नागरिकों के प्रति हमारा कर्तव्य है.
पीएम ने कहा कि आजादी का अमृतकाल हमारे सामने हैं. आने वाले 25 वर्ष देश में एक अमृत पीढ़ी के निर्माण के हैं. ये अमृत पीढ़ी 'पंच प्राणों' के संकल्पों को धारण करके निर्मित होगी. पीएम ने कहा कि संविधान में भले कानून और व्यवस्था राज्यों का दायित्व है, लेकिन ये देश की एकता-अखंडता के साथ भी उतने ही जुड़े हुए हैं, हर एक राज्य एक दूसरे से सीखें, एक दूसरे से प्रेरणा लें.
पीएम ने कहा कि इन पंच प्राणों का महत्व आप सभी भली भांति जानते हैं, समझते हैं. ये एक विराट संकल्प है, जिसको सिर्फ और सिर्फ सबके प्रयास से ही सिद्ध किया जा सकता है.
1- विकसित भारत का निर्माण
2- गुलामी की हर सोच से मुक्ति
3- विरासत पर गर्व
4- एकता और एकजुटता
5- नागरिक कर्तव्य
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की बेहतरी के लिए काम करें, ये संविधान की भी भावना है और देशवासियों के प्रति हमारा दायित्व है.