रायपुर। होलिका दहन, अलाव में पर्यावरण को स्वच्छ बनाने की दिशा में गौ काष्ठ के उपयोग को प्रदेश स्तर पर प्राथमिकता देने की पहल करने वाले नगरीय प्रशासन एवं विकास तथा श्रम मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने प्लास्टिक मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने की दिशा में कदम बढ़ाया है। उन्होंने अपने निवास कार्यालय में सामाजिक कार्यकर्ता शुभांगी आप्टे द्वारा प्लास्टिक की थैलों, कैरीबैग और पर्यावरण को नुकसान पहुचाने वाले सामग्रियों के इस्तेमाल पर रोक सहित आम नागरिकों को जागरूक बनाने के अभियान का शुभारंभ किया। मंत्री डॉ डहरिया की उपस्थिति में सभी ने प्लास्टिक व प्रदूषण मुक्त रायपुर बनाने का संकल्प लिया। इस दौरान मंत्री डॉ डहरिया ने कहा कि पर्यावरण को प्रदूषित बनाने वाले सामग्रियों से हमें दूर रहना चाहिए। हमें आवश्यक संसाधनों का उपयोग जरूरत को ध्यान में रखकर करना चाहिए। जब हमारे पास वैकल्पिक साधन मौजूद है तो अनावश्यक ऐसे सामग्रियों के प्रयोग से बचना चाहिए जो हमारे पर्यावरण को नुकसान पहुचाती हो। उन्होंने कहा कि जब हमारे पास सामान लाने और ले जाने के लिए कपड़े के थैलियों का विकल्प है तो फिर अनावश्यक प्लास्टिक की थैली, कैरी बैग का उपयोग करने की क्या जरूरत है? उन्होंने स्वस्थ जीवन और शुद्ध पर्यावरण के लिए आम नागरिकों से कपड़े के थैलों का उपयोग करने की अपील की।