लोग कहेंगे ये जनसेवक नहीं, मंच पर मौजूद थे विधायक जी फिर भी...
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही। जिले के पेंड्रा में बुधवार से शुरू हुए 22वीं राज्यस्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में पहले ही दिन भारी लापरवाही देखी गई। यहां प्रदेश के पांचों संभाग बस्तर, रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर और सरगुजा से आए 1,100 खिलाड़ी तेज बारिश में भीगते रहे। उधर विधायक सहित अधिकारी और जनप्रतिनिधि वाटर प्रूफ मंच में बैठकर सांस्कृतिक कार्यक्रम का लुत्फ लेते नजर आए। जब बारिश से बचने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की गई तो बच्चे कुर्सी और फ्लेक्स का सहारा लेकर बारिश से बचते दिखे। वहीं कई बच्चों ने बीच कार्यक्रम के दौरान ही वहां से भाग कर सुरक्षित जगह पर जाने के लिए सड़क पर दौड़ने लगे।
दरअसल पेंड्रा के फिजिकल कॉलेज मैदान में आज 22वीं राज्यस्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का अव्यवस्था और लापरवाही के बीच शुभारंभ हुआ। 12 से 15 अक्टूबर तक राज्यस्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में राज्य भर के पांच संभागों से 1,100 खिलाड़ी यहां पहुंचे हैं। आज जब प्रतियोगिता का शुभारंभ होने वाला था ही कि इसी दौरान बारिश शुरू हो गई और हद तो तब हो गई जब ये 11 सौ बच्चे भीग रहे थे और तब मरवाही विधायक डॉ. केके ध्रुव सहित जनप्रतिनिधि और अधिकारी वाटरप्रूफ मंच में बैठकर भीगते बच्चों की ओर से प्रदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाने के साथ ही भाषणबाजी कर रहे थे। राज्य भर के बच्चों को यहां के मौसम का पूर्वानुमान नहीं था और किसी के पास बचाव की सुविधा नहीं थी। फिर भी आयोजकों की ओर से बच्चों को भीगते हुए ही आराम से सांस्कृतिक कार्यक्रम कराया जा रहा था।