छत्तीसगढ़

उम्र ज़ाया कर दी लोगों ने औरों के वजूद में नुक्स निकालते-निकालते

Nilmani Pal
17 Dec 2022 5:26 AM GMT
उम्र ज़ाया कर दी लोगों ने औरों के वजूद में नुक्स निकालते-निकालते
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ज़ाकिर घुरसेना/ कैलाश यादव

सीएम भूपेश ने पांच उपचुनाव और हिमाचल में शानदार जीत दर्ज कर के कद को इतना बड़ा कर लिया है कि प्रदेश के भाजपाई नेता सहित पूरा विपक्ष बौने साबित हो रहे हैं। भूपेश सरकार ने पिछले चार साल में विकास के ऐसे कार्य किए जिसके चलते भाजपाइयों को बोलती बंद रही। गौरव दिवस मनाने को लेकर भाजपा ने भूपेश सरकार पर आरोपों की झड़ी लगा दी। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के चार साल पूरे होने पर भारतीय जनता पार्टी ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने कहा, इतिहास में सबसे ज्यादा असफल और अलोकप्रिय सरकार भूपेश बघेल की सरकार है। अब ईडी और सीडी छत्तीसगढ़ की पहचान बन गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि अश्लील सीडी वाले मुख्यमंत्री के अधिकारी या तो जेल में या बेल में हैं। सरकार में योजनाएं सिर्फ भ्रष्टाचार के लिए, विकास के काम सिर्फ विज्ञापन के लिए किए जा रहे हैं। जनता में खुसुर-फुसर है कि विपक्ष को सत्ता चाहिए तो जनता के भलाई के लिए कुछ काम करें। आरोप प्रत्यारोप के लिए पूरा साल पड़ा है। तब तक रिचार्ज होते रहिए ताकि भूपेश को टक्कर देने में सांस नहीं फूले। ये तो पब्लिक है सब जानती है। अंदर क्या है और बाहर क्या है। किसी ने ठीक ही कहा है उम्र जाया कर दी लोगों ने औरों के वजूद में नुक्स निकालते-निकालते। इतना ही खुद को तराशा होता तो फरिश्ते बन जाते।

लोकसभा में संतोष का असंतोष

लोकसभा में राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय ने छत्तीसगढ़ के भ्रष्टाचार के मुद्दे को उठाया। सांसद पांडेय ने छत्तीसगढ़ में कोयला घोटाले की तरह आनलाइन सट्टे और शराब के अवैध करोबार की केंद्रीय जांच एजेंसियों से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ जिन हाथों को सौंपा गया, वही छत्तीसगढ़ को लूटने के लिए तैयार हो गए हैं। प्रदेश में संगठित भ्रष्टाचार, सट्टा, नशा, अपराध का गढ़ बन चुका है। राज्य सरकार के सर्वोच्च अधिकारी, आइएएस अधिकारी कोयला माफिया के रूप में काम कर रहे हैं। आनलाइन गेमिंग महादेव बुक एप का जाल प्रदेश के लगभग 12 जिलों में फैल चुका है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि पिछले चार साल तक सांसद महोदय को ये सब क्यों नहीं दिखाई दिया। चुनावी आहट सुनाई देते ही सांसद को सब कुछ दिखाई देने लगा है। संसद में छत्तीसगढ़ के प्रति चिंता जताना अच्छी बात है। लेकिन उसमें राज्यहित की बात होनी चाहिए। गैस, पेट्रोल के दाम को लेकर जनता सालों से चिल्ला रही है उसकी आवाज आप तक नहीं पहुंची यह शोध का विषय है।

भाजपा सारे घर की लाइट बदल डालेगा ?

खबर है कि भाजपा इस बार विधानसभा चुनाव में सारे घर को ट्यूब लाइट बदल डालेगी। अब एक बार फिर यह चर्चा शुरू हो गई है कि विधानसभा चुनाव में सभी 90 प्रत्याशी नए होंगे। तत्कालीन प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी ने भी पार्टी की आंतरिक बैठक में साफ कर दिया था कि केंद्रीय संगठन नए सिरे से पार्टी को खड़ा करना चाहती है। यही कारण है कि यहां प्रदेश अध्यक्ष से लेकर नेता प्रतिपक्ष और प्रदेश संगठन में बदलाव किया गया है। अब भाजपा के नए प्रभारी ओम माथुर ने पहली ही बैठक में संकेत दिया कि जो काम करेगा और जीत के लायक रहेगा, उसे ही टिकट दिया जाएगा। माथुर ने वरिष्ठ नेताओं की बैठक में भी यह संदेश दिया कि पार्टी अधिकांश सीट पर नए चेहरे उतारेगी। पिछले चुनाव में हारे और 70 पार कर चुके नेताओं को केंद्रीय संगठन मौका देने को तैयार नहीं है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि भाजपाई शोले के डायलॉग बोले कि रक्षाबंधन के गीत गाए। किसके लिए टिकट मांगे और किसको जिताने के लिए माथापच्ची करे। क्योंकि जब सारे घर के लाइट बदल जाएंगे तो सभी चौंधिया कर इधर-उधर दौड़ लगाएंगे।

पुरानी पेंशन स्कीम का रास्ता कौन निकालेगा

पुरानी पेंशन स्कीम के पैसे वापस करने से केंद्र सरकार की इंकार के बाद अब राज्य सरकार कर्मचारियों से राय लेकर आगे की रणनीति बनाने में जुट गई है। राज्य सरकार ने पेंशन योजना के 17 हजार करोड़ की मांग केंद्र सरकार से की थी। केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री ने राज्यों को राशि लौटाने से साफ इनकार कर दिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया से चर्चा में कहा कि यह पैसा विशुद्ध रूप से राज्य के कर्मचारियों का है। उसमें राज्य का अंशदान है। भारत सरकार का इसमें एक पैसा भी नहीं है। केंद्रीय कर्मचारियों का पैसा उनके पास है, लेकिन यह जो पैसा है वह राज्य के कर्मचारियों का है, राज्य के अंशदान का है। इसके लिए हम लगातार मांग कर रहे हैं और केंद्र सरकार का इसमें नकारात्मक रवैया अपना रही है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि मैंने अधिकारियों को कहा है कि कर्मचारी संगठन के साथ बैठक करें और इसका क्या रास्ता निकाले। जनता में खुसुर-फुसुर है कि अधिकारियों को दिए गए दिशा निर्देश पर ईडी भी कान लगाए हुए है। ऐसे में अधिकारी और कर्मचारी संगठन भी हाथ खड़े कर देंगे तो पुरानी पेंशन स्कीम हाथ में आने से पहले ही ठडे बस्ते में चली जाएगी।

आयाराम गयाराम का खेल पंचायत स्तर पर शुरू

चुनाव आने से पहले ही आयाराम गयाराम का खेल पंचायत स्तर पर शुरू हो गया है। हाल ही में बलौदाबाजार जिला के कांग्रेस नेता महेन्द्र मोनू साहू समाज के हर वर्ग के लोगों के साथ संबंध है। साहू समाज का बड़ा चेहरा है मोनू साहू समाज ही नहीं सतनामी समाज,ध्रुव समाज वर्मा समाज, धीवर समाज, सेन समाज, धोबी समाज सहित सर्व समाज में अच्छी पैठ रखते है। इनकी धर्मपत्नी भारती साहू जिला पंचायत सदस्य है। अचानक भाजपा का दामन थामकर सबको चौका दिया है। भारतीय जनता पार्टी के रीति नीति सिद्धांतों एवं प्रधानमंत्री मोदी, अरुण साव के जनहितकारी कार्यों से प्रभावित होकर भाजपा में शामिल हुए है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि राजनीति में वैसे तो सब कुछ जायज होता है, लेकिन यहां उल्टा मामला है। मोनू ने भाजपा के रीति-नीति में न जाने क्या देख लिया जो विभिन्न समाजों की पैठ रखने के बाद भी कांग्रेस की नीतिरीति नहीं समझ पाए। जो जिंदगी भर कांग्रेस में रहकर उनकी नीति को नहीं समझ पाए तो भाजपा की रीति-नीति कैसे समझ गए यह ताज्जुब की बात है, बधाई हो महेंद्र मोनू आपकी समझदारी ने कांग्रेस का काम आसान कर दिया।

पुलिस व्यस्त, सटोरिए मस्त

राजधानी सहित प्रदेशभर की पुलिस आनलाइन सट्टा पकडऩे में इतनी व्यस्त हो गई है कि लोकल सटोरियों ने गली मोहल्ले में दुकान पिर चालू कर दिया है। प्रदेश की पुलिस दुबई में मुख्यालय से रायपुर-भिलाई के सटोरिए जो अपने गुर्गों को प्रशिक्षित कर भेजा है। उन सटोरियों का क्लू लेने के लिए साइबर तकनीक का उपयोग कर रही है । जो लोकल सटोरियों को सट्टा खेलने-खिलाने का अवसर दे रही है। राजधानी के गली-मोहल्ले में खुलेे आम सार्वजनिक स्थलों और ठेले खोमचे में सट्टा का मजमा लगने लगा है। पुलिस है कि संज्ञान तक नहीं ले रही है। जनता में खुसुर-फुसुर है कि ये खेल सट्टा है प्यारे जो सरक जाता है वो टरक जाता है। सट्टा आनलाइन हो या आफ लाइन पुलिस सटोरियों से बड़ी लाइन नहीं खींच पाई है। क्योंकि रिमोट तो सफेदपोश रखते है, जो सटोरियों और पुलिस को अपने फायदे के लिए उपयोग करते है।

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