दंतेवाड़ा. बस्तर में हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। कई गांवों का ब्लॉक और जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। रोज की जरूरतों को पूरा करने गांव वालों की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। ऐसे में ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी-नाले पार कर रहे हैं। दंतेवाड़ा के एक गांव में नदी उफान पर होने से गांव के कुछ युवक महिलाओं और बच्चों को अपने कांधे पर उठाकर नदी पार करवा रहे हैं। हालांकि, यह खतरा उठाने के लिए प्रति व्यक्ति 30 रुपए भी ले रहे हैं। जिसका वीडियो भी सामने आया है।
दरअसल, जिले के कुआकोंडा के अंदरूनी इलाके से होकर बहने वाली मलगेर नदी उफान पर है। जिससे रेवाली, बुरगुम, गोंडेरास और चिरमुर गांव का संपर्क जिला और ब्लॉक मुख्यालय से कट गया है। ऐसे में रोज की जरूरतों को पूरा करने के लिए इलाके के ग्रामीण जान जोखिम में डालकर नदी पार करने मजबूर हैं। अब इन गांव के कुछ युवक जो तैराकी में माहिर हैं वे बच्चों और महिलाओं को अपने कांधे में उठाकर तैरकर उफनती नदी को पार कर रहे हैं।
नदी के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचाने के लिए तैराक 30 रुपए प्रति व्यक्ति भी ले रहे हैं। जिससे उन्हें कमाई भी हो रही है और लोग नदी पार भी कर पा रहे हैं। उसी इलाके के कुछ गांव वालों ने बताया कि, ऐसा करना गलत है। क्योंकि, खुद के साथ दूसरों की जिंदगी भी खतरे में डाली जा रही है। इधर, इस तरह से नदी पार करने के संबंध में अफसरों को कोई जानकारी नहीं है। अंदरूनी और पहुंवविहीन इलाका होने की वजह से कोई भी जिम्मेदार अब तक मौके पर नहीं पहुंचा है।
उफनती नदी को पार करवाने का ये तरीका तो गजब है लेकिन ऐसा जोखिम नहीं लेना चाहिए।
— Gyanendra Tiwari (ABP News) (@gyanendrat1) July 25, 2023
नदी पार करवाने की क़ीमत 30 रुपए है और ये कहानी छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा की है।
गाँव वाले सालों से एक पुल बनाने की माँग कर रहे हैं लेकिन अब तक माँग पूरी नहीं हुई है।
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