गरियाबंद। सावन मास शिव की भक्ति के लिए सबसे पवित्र महीना माना जाता है. इसमें लोग शिव को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह के जतन करते हैं. सावन मास में कावड़िए शिव को प्रसन्न करने के लिए व अपनी मन्नते पूरी करने के लिए भूतेश्वरनाथ धाम आ कर शिवलिंग में जलअभिषेक करते है, रायपुर महादेव घाट से राजिम कुलेश्वर त्रिवेणी संगम से बाबा भूतेश्वरनाथ धाम के लिए जल लेकर 95 तो कोई शिवभक्त 50 किलोमटर की पैदल यात्रा करने वाले कांवड़ियों के लिए इस पथ पर सेवादारों की भरमार रहती है. कांवड़ियों की सेवा के लिए सेवादार ज़िले के अलग-अलग हिस्से से यहां पहुंचते हैं और कैंप लगाते हैं. पर इस बार कुछ नया देखने को मिला अधिकांश कावड़िये शाम के वक़्त जल लेकर निकलते है और पूरी रात पैदल सफ़र करते है इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए गरियाबंद के ये दस युवाओं ने सभी कावड़ियो का रात में सेवा करने का मन बनाया और ये सभी युवा चाय बिस्किट दवाई और सेप्र जैसे समान ले कर निकल पड़े गरियाबंद से राजिम तक आने वाले सभी कावड़ियो का सेवा करते इन्हें देखा जा रहा है इन सेवादारों ने बतलाया की इनका ग्रुप हर शनिवार को रात 9 बजे से सुबह के चार बजे तक कावड़ियो की सेवा करताव है और इस बार अधिकमास की वजह से सावन दो महीने का है ऐसे में सेवा में तत्पर लोगों को कांवड़ियों की सेवा के लिए ज्यादा समय मिलेगा. और ये हम शिवभक्तों के लिए ख़ुशी की बात है ज़िले में इन युवाओं की इस सेवा मुहिम की चर्चा सभी जगहों ओर जमकर हो रही है सोशल मीडिया में इन युवाओं के इस कार्य की बेहद सरहना भी हो रही है
सावन मास में कावड़ियो की सेवा ही सच्ची सेवा है- नपा अध्यक्ष गफ़्फ़ू मेमन
नपा अध्यक्ष गाफ़्फ़ू मेमन ने किया था इनका फोटो वायरल दरसल नपा अध्यक्ष रायपुर से वापस आ रहे थे और रात्री क़रीब 1:00 बजे पांडुका के क़रीब इन युवाओं को सेवा करते देख इनके तस्वीर ली और अपने सोशल मीडिया अकाउंट में साझा किया था और कैप्शन में लिखा था नेक कार्य साथ ही उन्होंने जनता से अपील भी की थी वे सब इन युवाओं के इस कार्य में बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले और इस सावन माह में पूरे गरियाबंद ज़िले को शिवभक्ति और सेवा भक्ति से सरोवर रखे,जल चढ़ाने युवाओ के साथ इस बार महिला और बच्चे भी अधिक संख्या में भूतेश्वरनाथ आ रहे है किसी भी कावड़िये को किसी प्रकार की तकलीफ़ ना हो सभी दर्शन कर जलअभिषेक कर सकुशल अपने शहर वापस जाए
शिव भक्तों के बम-बम जयकारों के साथ गरियाबंद की सड़कों पर माहौल देखने लायक है। हर तरफ शिव भक्तों का भगवा लहरा रहा है। हर तरफ कांवड़िए ही कांवड़िए हैं, मानो कि केसरिया सैलाब उमड़ आया हो। कंधे पर कांवड़ और पैरों में पट्टी बांधे कांवड़िए बोल बम का जयघोष करते हुए बारिश में भी मंजिल की तरफ बढ़ते रहे। कई दिन हो रही रिमझिम बारिश से भी कांवड़ियों का जोश कम नहीं हुआ। हर हर महादेव के जयघोष के साथ कांवड़िए आगे बढ़ते रहे, वही शिविरों में डीजे के संगीत में मस्त कावड़िये झूमते जा रहे है। कांवड़ियों के लिए शिविर में सभी इंतजाम किए गए हैं।
जिससे इन दिनों में शहर के अलग-अलग स्थानों पर कावड़िए देखे जा रहे हैं. जो हरिद्वार से कावड़ लेकर अपने गंतव्य स्थल पहुंचने की ओर चल रहे हैं.इन कावड़ यात्रियों की सेवा के लिए शहर में जगह—जगह भंडारे लगे हुए हैं. इनमें कावड़ यात्री शाम को विश्राम करते हैं व यहीं खाना खाकर अगले दिन स्नान कर अपने स्थान के लिए निकलते हैं.
कांवड़ लाने में कोई यह नहीं सोचता कौन गांव से है व कौन शहर से है. सभी भक्तों की तरह गंगोत्री व हरिद्वार जाकर कावड़ यात्रा अपनी प्रारंभ करते हैं. इसमें बच्चे ,महिला व पुरुष सभी शामिल हैं. मोटा भाई ने बतलाया इस सेवा कार्य को देखते हुए हमसे बहुत लोग जुड़ चुके हैं। उन्होंने बताया की हम युवाओं के साथ हमेशा खड़े है। हमारा मिशन है की कोई भी कावड़िया किसी भी तरह से किसी चीज से भी वांछित न रहे।और सभी अपने भोलबाबा भूतेश्वरनाथ के दर्शन कर जलअभिषेक करे इस नेक कार्य में ये रहे शामिल-छोटू सिन्हा मोटा भाई टिकेश्वर सिन्हा, रवि ध्रुव,पप्पू साहू,प्रेम यादव,प्रदीप ध्रुव,गोलू सिन्हा ईश्वर नागेश नवीन साहू,