बिरकोनी और नरतोरा में शाकंभरी महोत्सव में शामिल हुए संसदीय सचिव
महासमुंद। ग्राम बिरकोनी व नरतोरा में आयोजित शाकम्भरी महोत्सव में शामिल हुआ। इस दौरान पूजा अर्चना कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की। इस दौरान ग्राम पंचायत बिरकोनी में चार लाख की लागत से निर्मित सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया। वहीं नरतोरा में पटेल समाज के भवन में शेड निर्माण के लिए चार लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की।
रविवार को ग्राम पंचायत बिरकोनी व नरतोरा में शांकभरी महोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अतिथि के रूप में जिला पंचायत उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री संजय शर्मा, अरूण चंद्राकर, जनपद सदस्य हेमंत डडसेना, पूर्व नपाध्यक्ष पवन पटेल, सोसाइटी अध्यक्ष राजू दीवान, सरपंच सुशीला मयाराम टंडन, मानिक साहू, सरपंच ताम्रध्वज निषाद मौजूद थे। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने ग्राम पंचायत बिरकोनी में शाकंभरी महोत्सव में शामिल होकर चार लाख की लागत से सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया। इसी तरह ग्राम पंचायत नरतोरा में पटेल समाज के प्रतिनिधियों की मांग पर शेड निर्माण के लिए चार लाख रूपए की राशि देने की घोषणा की। अपने संबोधन में संसदीय सचिव चंद्राकर ने कहा कि राज्य सरकार सभी वर्गों के विकास के लिए उल्लेखनीय कार्य कर रही है। मरार समाज के विकास के लिए शाकंभरी बोर्ड का गठन किया गया है। इससे सामज के लोगों को आगे बढ़ने में काफी सुविधा होगी। उन्होंने कहा कि मरार समाज मुख्यतया सब्जी उत्पादक समाज है, सब्जी बेचकर अपने जीवनयापन करने वाले समाज अब आर्थिक रूप से और समृद्ध होगा। साथ ही इससे समाज के लोगों को आगे बढ़ने का उचित अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना बाड़ी विकास योजना के तहत मरार समाज को आगे बढ़ने का आव्हान किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मयाराम टंडन, ललित पटेल, नूतन पटेल, डोमन ध्रुव, हेमलाल यादव, टोपेश यादव, भोजराम यादव, दिनेश यादव, पुरूषोत्तम ढीढी, भारत पटेल, रामजी पटेल, गोवर्धन पटेल, उत्तम पटेल, नूतेन पटेल, डोमार पटेल, योगेश पटेल, पुष्पा पटेल, छम्मन पटेल, ममता पटेल, बुग्गल बाई ध्रुव, जोहरतीन यादव, बलराम पटेल, गणेशी बाई पटेल, सावित्री पटेल, भागवत पटेल, मानसिंग साहू, गुलाब कन्नौजे, मानसिंग पटेल, ईश्वर पटेल, हेमलाल साहू, डोमनलाल साहू, छन्नूलाल पटेल, गिरधारी पटेल, ओंकर पटेल, हीरासिंग पटेल, हीरा पटेल, मदन पटेल, पवन पटेल, मोहन पटेल, इंकू पटेल, लक्ष्मण पटेल, कोमल पटेल, कौशल पटेल, लखन सेन, जगदीश चंद्राकर, चंदन चंद्राकर, फागूलाल निषाद, भागवत सेन, नरेंद्र पटेल, टुकेश पटेल सहित ग्रामीणजन मौजूद थे।