छत्तीसगढ़। बलरामपुर जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों की एक बड़ी लापरवाही फिर से उजागर हुई है। विभाग में पदस्थ सीडीपीओ और सुपरवाइजर को विभाग की दस में से एक भी योजना की जानकारी होने पर संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने इन अफसरों की क्लास लगा दी, जिसके बाद सीडीपीओ मैडम ने खुद स्वीकारा कि समय-समय पर बड़े अधिकारी डांटते हैं, तो सुधार होता है।
यह जानकर आपको अटपटा जरूर लगेगा, पर बलरामपुर जिले के राजपुर विकासखंड में महिला एवं बाल विकास विभाग में पदस्थ सीडीपीओ मैडम कमलावती खाखा को अपने विभाग की योजनाओं की जानकारी ही नहीं है। मैडम 8 महीने बाद रिटायर होने वाली हैं, लेकिन विभाग की महत्वपूर्ण 10 योजनाओं में से एक भी योजना की सही जानकारी उन्हें नहीं है। संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने जब खुले मंच से योजनाओं के बारे में उनसे जानना चाहा, तो पहले तो उन्होंने गोलमोल जवाब दिया और उसके बाद चुप्पी साध ली। जब बारी सुपरवाइजर की आई, तो उन्होंने भी मौन धारण कर लिया। अफसरों की लापरवाही को देख संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने खुले मंच से ही अधिकारियों की क्लास लगा दी। उन्होंने कहा जब योजना की जानकारी आपको ही नहीं है, तो इस योजना को संचालित कैसे करेंगे? मामले में जब सीडीपीओ कमलावती खाखा से बातचीत की गई तो, उन्होंने कहा कि बड़े अधिकारी समय-समय पर यदि डांटते हैं, तो इसमें सुधार होता है। संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने इस पर नाराजगी जाहिर की।