सवा करोड़ की लागत से बनने वाली सड़क निर्माण का संसदीय सचिव ने किया भूमिपूजन
महासमुंद। मुख्य मार्ग से ग्राम मुढ़ेना तक सवा करोड़ की लागत से पहुंच मार्ग का कायाकल्प होगा। संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर ने सड़क निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। सड़क निर्माण होने से ग्रामीणों को आवाजाही में सहुलियत हो सकेगी।
गौरतलब है कि संसदीय सचिव व विधायक चंद्राकर के प्रयास से मुख्य मार्ग से ग्राम मुढ़ेना तक सड़क निर्माण के लिए एक करोड़ सत्रह लाख रूपए की मंजूरी मिली है। जिस पर आज सोमवार को सड़क निर्माण के लिए भूमिपूजन समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव व विधायक विनोद सेवनलाल चंद्राकर थे। अतिथि के रूप में जनपद पंचायत अध्यक्ष यतेंद्र साहू, कृषि उपज मंडी अध्यक्ष हीरा बंजारे, बीज अनुसंधान समिति के संचालक दाउलाल चंद्राकर, जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री संजय शर्मा, जिला पंचायत सदस्य जागेश्वर चंद्राकर, दिलीप चंद्राकर, सचिन गायकवाड़ मौजूद थे। पूजा-अर्चना के बाद संसदीय सचिव चंद्राकर ने सड़क निर्माण के लिए भूमिपूजन किया।
मुख्य अतिथि संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने बहुप्रतिक्षित मांग पूरा होने पर क्षेत्रवासियों को बधाई देते हुए कहा कि ग्राम मुढ़ैना तक पहुंच मार्ग के जर्जर होने के कारण लंबे समय से ग्रामीण इस दिशा में मांग कर रहे थे। जिसे गंभीरता से लेते हुए सड़क निर्माण के लिए शासन का ध्यानाकर्षित कराया। जिस पर एक करोड़ 17 लाख 20 हजार की स्वीकृति मिली है। आज इसका भूमिपूजन हो रहा है और जल्द ही इसका निर्माण हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण होने से ग्रामीणों को आवाजाही में सहुलियत हो सकेगी। संसदीय सचिव श्री चंद्राकर ने कहा कि क्षेत्र के सर्वांगीण विकास के लिए हरसंभव प्रयास किया जा रहा है। गांवों में मूलभूत सुविधाओं की ओर प्राथमिकता के साथ ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने गांव में कराए गए विकास कार्यों को गिनाते हुए कहा कि गांवों के विकास में कोई कमी नहीं हुई है। सड़क, पानी, बिजली, शिक्षा के क्षेत्र में ग्रामीणों की मांग के अनुसार कार्य कराए गए हैं। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से सरपंच गोवर्धन बांधे, टीकम विश्वकर्मा, सचिव शिव कोसरे, गोमती साहू, नरोत्तम सिन्हा, उर्वशी सिन्हा, गीता निषाद, गजेंद्र साहू, पिंकी निषाद, लक्षवंतीन कोसले, सुदर्शन बारले, संतोषी निषाद, तोरण लाल सिन्हा, भारतलाल साहू, हेमंत सोनवानी, मन्नूलाल सिन्हा, करण सिंह ठाकुर, देवनाथ सोनवानी, रामाधर सोनवानी, जीवनलाल सोनवानी, मोहनलाल साहू, रेवाराम साहू, मनहरण निषाद, बब्बू निषाद, टेटकूराम सिन्हा, अमृत सोनवानी, अवधराम सोनवानी, नकुल सिंह ठाकुर, गोविंद साहू, मांगी लाल साहू, देवप्रसाद साहू, पुरानिक साहू, देवेंद्र सिन्हा, रमेशर निषाद, कलींद्री सोनवानी, फुलेश्वरी सोनवानी, डुकेश्वरी निषाद, मीना निषाद, दिव्या सोनवानी, रूखमणी साहू, दुलारी निषाद, पूर्णिमा निषाद, प्रीति निषाद सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद रहे।