भिलाई। 23 मई को बुद्ध पूर्णिमा के उपलक्ष्य में छत्तीसगढ़ के प्रख्यात मॉडर्न आर्ट चित्रकार डी.एस.विद्यार्थी ने नयनाभिराम पेन्टिंग का निर्माण किया है। वर्तमान मे वे गीता के 700 श्लोकों पर पेन्टिंग बनाने का ऐतिहासिक कार्य कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि भगवान बुद्ध का अवतरण, बुद्धत्व की प्राप्ति और परिनिर्वाण एक ही दिन अर्थात बैसाख पूर्णिमा को हुई थी ऐसा उदाहरण दुनिया में प्रथम है। चित्र में सुजाता द्वारा वट वृक्ष के नीचे बैठे बुद्ध को खीर खिलाए जाने के दृश्य का वर्णन है। जिसे भगवान बुद्ध के जीवन की महत्वपूर्ण घटना मानी जाती है। डी.एस.विद्यार्थी द्वारा अपनी शैली में विशिष्ठ चित्रण बनाए जाने पर आचार्य महेश चंद्र शर्मा, खैरागढ़ विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर कपिल वर्मा, विजय शर्मा, ब्रजेश तिवारी, डा. ध्रुव तिवारी, डा. प्राची, गिरजा निर्मलकर, भूपत राव बोरकर, लल्लेश्वरी साहू, साहित्यकार मेनका वर्मा, प्रवीण कालमेघ, बोरकर जी और ललित कला अकादमी समूह के समस्त कलाकारो ने बधाई दी है।